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बिजली का झटका लगने पर ऐसे करें बचाव

Precautions one should take in case of electric shock in hindi

किसी ने सच ही कहा होगा सावधानी हटी, दुर्घटना घटी। अधिकांश दुर्घटना की जड़ में सावधानी से ध्यान हटना है। इसलिये किसी भी काम को करने के दौरान सावधान जरूर रहें। पूरी तन्मयता से पहले उस काम को करें जिसकी शुरूआत आप पहले कर चुके हैं। अगर उस काम को करते हुए मन न लगे तो उसे कुछ देर के लिये बंद करना ही बेहतर विकल्प होगा।

बिजली का झटका लगना भी आकस्मिक दुर्घटनाओं की परिधि में आता है। बिजली के झटकों का प्रभाव सामान्य से लेकर गम्भीर तक हो सकता है। बिजली के झटके लगने पर व्यक्ति बेहोश हो सकता है। उसे साँस लेने में परेशानी हो सकती है और दिल की धड़कनों के बन्द होने का एहसास होता है।

क्या करें, लगे अगर बिजली का झटका

यदि किसी को बिजली का झटका लगे तो तुरन्त मुख्य मीटर को बन्द कर दें और प्रभावित व्यक्ति को कम्बल ओढ़ा दें। ऐसी दशा में सबसे पहले प्रभावित व्यक्ति की साँस लेने की क्रिया को स्वाभाविक बनाने का यत्न करना चाहिये। इसके लिये अपनायी जाने वाली विधि को तक जारी रखना चाहिये जब तक मनुष्य स्वाभाविक रूप से साँस लेने योग्य न हो जाये। व्यक्ति को गर्म चाये पिलाये और चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

बिजली के झटकों से कैसे करें बचाव

सबसे पहले यह जरूरी है कि बिजली के उपकरणों, तारों, प्लेगों की समय-समय पर जाँच करते रहें। कभी भी गीले हाथों से उपकरणों, तारों, प्लगों को न छुएं। बिना जानकारी या अधूरी जानकारी के किसी भी उपकरण को न ही खोलें या न ही ठीक करने का प्रयास करें।

बिजली के उपकरणों के इस्तेमाल के दौरान रबड़ की चप्पलों का इस्तेमाल करें। इस दौरान लकड़ी के पाट पर बैठे या खड़े होकर उपकरणों का इस्तेमाल करें। कभी भी सस्ते तारों का प्रयोग न करें। ऐसे तार का इस्तेमाल करें जिस पर रबड़ या लकड़ी की खोल हो।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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