आयुर्वेदिक उपचार

मुलेठी के घरेलू आयुर्वेदिक फायदे

Liquorice health benefits in hindi.

मुलेठी के घरेलू आयुर्वेदिक फायदे गले के लिए, मासिक रोगों, पेट में अल्सर, टीबी और आँखों के लिए, Liquorice ayurvedic home remedies in hindi.

मुलेठी एक ऐसी औषधि है, जो कई तरह की बीमारियों को दूर करती है। आयुर्वेद में मुलेठी का प्रयोग कई तरह की खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए किया जाता है। यह हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है। ख़ास तौर से यह तब बहुत फायदेमंद होता है जब गले में संक्रमण हो। यह पेट के अल्सर की बीमारी के लिए भी बहुत ही लाभदायक होता है। मुलेठी अंदर से पीली और हल्की गंद वाली होती है। हर उम्र के लिए गुणकारी मुलेठी में कौन कौन से गुण हैं आइये जानते हैं…

मुलेठी के लाभ

शरीर में पानी की पूर्ति
जब आपको बार-बार प्यास लगती है तो मुलेठी को चूसने से आपके शरीर को 50 प्रतिशत पानी की मात्रा मिलती है, जो हमारे शरीर में पानी से पूर्ति करती है।

गले की समस्या
गले में किसी भी प्रकार की कोई समस्या हो मुलेठी को चूसने से आपको फायदा मिलता है। इससे गला तो ठीक होता है, साथ ही हमारी आवाज भी मधुर बनती है।

सुन्दरता के लिए
यह एक प्राकृतिक हर्बल होती है, जो हमारे चेहरे से संबंधित समस्याओं जैसे –पिंपल और त्वचा में होने वाले रोगों को दूर करने में बहुत ही फायदेमंद होती है। मुलेठी का सेवन करने से महिलाओं की सुन्दरता बढ़ती है। जब हम एक ग्राम मुलेठी का सेवन पानी के साथ नियमित रूप से करते हैं तब हमारी सुन्दरता लंबे समय तक बनी रहती है।

मासिक रोगों के लिए
अक्सर महिलाएं मासिक संबंधी रोगों से परेशान रहती हैं, लेकिन जब हम मुलेठी का सेवन करते हैं तब हमें ऐसे में बहुत ही फायदा मिलता है। इसके लिए आधा चम्मच मुलेठी लेकर उसमें शहद को मिला लें और सुबह शाम उसको लेने से आपको फायदा मिलेगा।

कफ के लिए
कफ को दूर करने के लिए मुलेठी को काली मिर्च के साथ सेवन करें। आपकी कफ कम हो जायेगीं और जब आप को सुखी खांसी होती है तब भी मुलेठी फायदेमंद होती है और इससे गले की सूजन भी कम हो जाती है। मुंह में छाले होने पर भी यह बहुत फायदेमंद होती है।

पेट के अल्सर के लिए
मुलेठी पेट के अल्सर को दूर करने के लिए एक औषधि है, मुलेठी के चूर्ण का सेवन करके अपच और एसिडिटी को दूर किया जा सकता है और यह तेजी के साथ अल्सर के घावों को भी भरता है।

खून की उल्टी
जब किसी को खून की उल्टी हो रही हो, तब दूध में मुलेठी का चूर्ण डालकर देने से या शहद में मुलेठी का चूर्ण मिलाकर चटाने से रोगी ठीक हो जाएगा।

शरीर में अंदरूनी चोट से बचाए
यह एक एंटीबायोटिक दवा के रूप में भी काम करता है, जो हमारे शरीर में बैक्टीरिया से लड़ने में सक्षम है। यह शरीर में अंदरूनी चोट के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है।

टीबी की परेशानी
मुलेठी से आंतों में होने वाली टीबी को आसानी से दूर किया जा सकता है।

आँखों के लिए
इसका सेवन करने से आँखों की रौशनी बढ़ती है। इसके लिए सुबह तीन ग्राम मुलेठी का सेवन करना चाहिए।
मुलेठी का सेवन हमें अक्सर करते ही रहना चाहिए, भले ही आप बीमार क्यों न हो। इसका सेवन करने से आप कई तरह की खतरनाक बीमारियों से भी बच सकते हैं और आप की पाचन शक्ति भी ठीक रहती है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment