आयुर्वेदिक उपचार

सिंहपर्णी के फायदे – कई रोगों की है रामबाण दवा

जाने सिंहपर्णी के फायदे आपकी सेहत, पाचन शक्ति, हड्डियों, कोलेस्ट्रॉल, किडनी, पित्ताशय रोग और लिवर के लिए, singhparni plant health benefits in hindi.

लीवर विकार, मधुमेह, मूत्र विकार, मुंहासे, किडनी, कैंसर और उच्च रक्तचाप से राहत देने का काम एक अकेला पौधा सिंहपर्णी करता है। यह पौधा न केवल हड्डी के स्वास्थ्य, त्वचा की देखभाल को बनाए रखने में मदद करता है बल्कि वजन घटाने में भी लाभदायक है। आइए इसिंहपर्णी के फायदे के बारे में जानते हैं।

सिंहपर्णी के फायदे

हड्डियों को बनाए मजबूत

हड्डियां कमजोर होने से न केवल फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है, बल्कि शरीर की सक्रियता भी बाधित हो जाती है। यदि आपकी हड्डियां कमजोर है तो आप सिंहपर्णी का सेवन कीजिए। इसमें कैल्शियम के अलावा विटामिन ‘के’ होता है जो हड्डियों को मजबूत करता है।

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पाचन शक्ति को बढ़ाए

पाचन तंत्र को सेहतमंद रहना बहुत ही जरूरी है। यह भोजन को पचाने के साथ शरीर को फिट रखता है। अपने पाचन तंत्र को दुरुस्त बनाने के लिए आप सिंहपर्णी का सेवन कर सकते हैं। यहन केवल भूख को उत्तेजित करता है बल्कि आंत में मौजूद प्राकृतिक और फायदेमंद बैक्टीरिया में संतुलन बिठाता है। इसके अलावा यह पेट में एसिड और पित्त को ज्यांदा मात्रा में रिलीज करने का भी काम करता है।

कोलेस्ट्रॉल में लाभाकरी

कोलेस्ट्रॉल बीमारी का सीधा संबंध हमारे ह्रदय से है जिसके कारण हमारे ह्रदय को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यह वसायुक्त तत्व है, जिसका उत्पादन लिवर करता है। यह कोशिकाओं की दीवारों, तंत्रिका तंत्र के सुरक्षा कवच और हॉर्मोस के निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। सिंहपर्णी के सेवन से आप कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में ला सकते हैं

किडनी को बनाए सेहतमंद

यदि आपकी किडनी सही रहेगी तो आपकी सेहत सही रहेगी। यह एक ऐसा अंग है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को छानकर मूत्र के रूप में निकालने में मदद करता है। इस अंग को सेहतमंद बनाना है तो सिंहपर्णी का सेवन कीजिए।

सिंहपर्णी कई सौ सालों से किडनी एवं पेट के विकारों के उपचार के लिए एक औषधि के रूप में उपयोग होता आ रहा है। यह एक मूत्रवर्धक जड़ी बूटी है जो किडनी से बेकार, नमक और अतिरिक्त बेशाब बाहर निकालने में सहायता करता है।

पित्ताशय रोग की समस्या को करे दूर

पित्ताशय हमारे शरीर का छोटा सा अंग होता है, जो गुर्दे के नीचे वाली सतह पर होता है। पित्त नली में रुकावट, गैस्ट्रिक एसिडिटी, दस्त और पेप्टिक अल्सर से पीड़ित लोगों के लिए सिंहपर्णी बहुत ही उपयोगी औषधि है। इसके अलावा सिंहपर्णी पित्ताशय की थैली की समस्या ओं तथा ब्लॉककेज से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।

लीवर में भी फायदेमंद

शराब का अधिक सेवन करना, खट्टा ज्यादा खाना, अधिक नमक सेवन आदि से लीवर जल्दी खराब होता है। सिंहपर्णी लीवर से विषाक्त पदार्थों को दूर करने और उसमें हाइड्रेशन तथा इलेक्ट्रोलाइट के बैलेंस में सुधार करता है।

उच्च रक्तचाप को करे नियंत्रण

भागदौड़ भरी जिन्दगी में उच्च रक्तचाप एक आम समस्या बनाती जा रही है। इस बीमारी की चपेट में न केवल बूढ़े बल्कि युवा वर्ग भी आ चुका है। सिंहपर्णी के सेवन से आप उच्च रक्तचाप पर कंट्रोल पा सकते हैं। इसमें मौजूद फाइबर और पोटैशियम उच्च रक्तचाप को नियंत्रण करता है।

एंटीऑक्सीयडेंट का स्रोत

सिंहपर्णी एंटीऑक्सीचडेंट का बहुत ही अच्छा स्रोत है। एंटीऑक्सीडेंट कई तरह के रोगों को दूर करने में हमारी मदद करते है। इसके अलावा सिंहपर्णी त्वचा के विकारों जैसे दाद, खुजली, एक्जिमा आदि को दूर करता है।

डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद

बदलते परिवेश और शहर के इस रहन-सहन ने डायबिटीज को बहुत ही तेजी से बढ़ावा दिया है। ऐसे में डायबिटीज बीमारी को लेकर सतर्क रहना चाहिए।

सिंहपर्णी के फायदे की बात करें तो सिंहपर्णी की जड़ें डायबिटीज के रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। यह पैंक्रियास को उत्तेजित कर इन्सुलिन के उत्पादन में मदद करती हैं और रक्त में शुगर के स्तर को कंट्रोल करती है।

कैंसर में बचाव

प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने में मददगार सिंहपर्णी, कैंसर की ग्रोथ को धीमा कर देता है और आगे बढने से रोक देता है। इसके अलावा यह रोगाणुओं तथा फंगस से भी रक्षा करता है।

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