ब्यूटी टिप्स

पैरों की देखभाल – कुछ बेहतरीन टिप्स

How to take care of feet beauty at home - tips in hindi.

जाने पैरों की देखभाल के कुछ बेहतरीन ब्यूटी टिप्स ताकि आपके पैर रहें गोरे और स्वस्थ, How to take care of feet beauty at home - tips in hindi.

हम में से बहुत से लोग एक ओर जहाँ अपने चेहरे, बालों, यहाँ तक की अपने हाथों की सुन्दरता को लेकर बेहद सजग होते हैं, वहीं इस प्राथमिकता में अपने पैरों की देखभाल की अक्सर अनदेखी कर देते हैं। जरा सोचिये की क्या हम दिन में कई बार अपने चेहरे और हाथों पर नमी प्रदायक क्रीम,कोल्ड क्रीम और मौसम के अनुरूप इसी प्रकार की अन्य क्रीम का इस्तेमाल नहीं करते ? परन्तु क्या हम अपने पैरो को सुन्दर रखने के लिए भी ये सब करते हैं? जाहिर है हममें से बहुत से लोगों का जवाब ना होगा। हाथों की देखभाल तो हम सब कर लेते हैं लेकिन पैरों की देखभाल कहीं छूट जाती है।

हम लगातार कई दिनों तक अपने पैरों की देखभाल की अनदेखी करते रहते हैं। लेकिन लगतार ऐसा करने से बेक्ट्रिअल और फंगल इन्फेक्शन तो हो ही सकता है, साथ ही आपके पैरों में दरारें पड़ जाती है और बदबू भी आना शुरू हो जाती हैं। सौन्दर्य के लिहाज से अपने पैरों की देखभाल भी उतनी ही जरूरी है, जितनी के शरीर के अन्य अंगों की..अगर आप ऐसा नहीं करते तो आप भी उस लौकिक मोर की तरह दिख सकते है जिसकी बाहरी आकृति देखने में बहुत सुन्दर दिखती है परन्तु उसके पैर बदसूरत और अशोभनीय लगते हैं।

विशेषकर शर्दियों में जब हमारी त्वचा रुखी और बेजान हो जाती है, तब अपने पैरों की देखभाल करना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। इस स्थिति में हमें कम से कम दिन में एक बार अपने पैरों की देखभाल अवश्य करनी चाहिए। यदि आपकी त्वचा में जलन, सूजन या त्वचा छिल जाती है तो आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्यूंकि यह गंभीर स्किन एलर्जी के लक्षण हो सकते हैं।

ये है वो सात पैरों की देखभाल के तरीके जिन्हें आपको अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।

पैरों की देखभाल

1. पैरों की धुलाई करना

आपके पैरों की त्वचा बेक्टेरिअल और फंगल इन्फेक्शन से सबसे ज्यादा प्रभावित होती है, क्यूंकि यह लगातार मौजों, जूतों और धुल, मिट्टी, मैल के संपर्क में रहती हैं। यदि पैरों की अँगुलियों को अच्छे से रोजाना साफ़ ना किया जाए तो यह बेक्टेरिया और फंगल इन्फेक्शन के फलने फूलने का एक बेहतर स्थान होता है। इसलिए रोजाना अपने पैरों को धोना बेहद जरूरी हो जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके की कोई भी गन्दगी पैरों में ना रह जाए।

2. पैरों को सुखा रखना

व्यायाम करने वालों के पैरों में फंगल इन्फेक्शन होना एक आम बात है। जिससे उन्हें खुजली, जलन, त्वचा का छिलना और कभी कभार बेहद दर्द से भरे छाले हो जाते हैं। क्यूंकि फंगल इन्फेक्शन के लिए नमी का मौजूद होना एक बेहतर वातावरण होता है। यही कारण है कि व्यायाम करने वालों को इन समस्याओं से बार-बार झुझना पड़ता है। ऐसे में पैरों को (खासकर अँगुलियों के बीच) धोने के बाद उन्हें अच्छी तरह सुखाना बेहद जरूरी हो जाता है। विशेषकर तब जब आपको पैर धोने के बाद तुरंत जूते पहनने हों।

3. नमी प्रदान करना

अपने शरीर को नमी प्रदान करते वक्त इसे केवल अपने हाथों या चेहरे तक ही सीमित न रखें, नमी के बिना आपके पैर सूखे, रूखे और पपडीदार हो सकते हैं। इससे आपकी एड़ी की त्वचा बेहद कठोर हो सकती है। ये रुखी और फटी दरारों से भरपूर त्वचा धुल और गन्दगी के लिए चुम्बक का काम करती है। यह देखने में भद्दी तो लगती ही है साथ ही दर्द से भरी भी हो सकती है। इसलिए पैरों को धोने के बाद उनको नमी प्रदान करना भी जरूरी है। इसके लिए आप कोको बटर या पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल कर सकते हैं।

4. उबड़-खाबड़ व नुकीली त्वचा को हटाना

डेड स्किन को नमी प्रदान करने से कोई फायदा नहीं होता, ऐसे में महीने में कम से कम एक बार मृत त्वचा की परत को हटाना जरुरी हो जाता है। आप इसके लिए कुस्र्न पत्थर (pumice stone) का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह आपकी मृत त्वचा में शामिल मैल और गन्दगी को हटाने में भी मदद करता है। ऐसा करने के बाद आप नमी प्रदान करने वाली क्रीम लगाकर रात भर के लिए छोड़ दें इस तरह की स्क्रबिंग आप चीनी और ओलिव आयल के मिश्रण के साथ भी कर सकते हैं।

5.  कभी-कभी पैरों को भिगोकर छोड़ देना व अन्य देखभाल

आप अपने पैरों को 10 से 15 मिनट के लिए कम से कम दो बार पानी में डाल कर रखिए यह आपकी त्वचा को नर्म बनाने में मदद करता है, इसके पश्चात इसको आराम से रगडिए। ऐसा करने के बाद पैरों को सुखाकर कोल्ड क्रीम लगाइए। अगर आपके पैर में कोई इन्फेक्शन है, तो आप एंटी बेक्टेरिअल क्रीम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आप केलों को मसलकर उसमें नींबू का रस मिलाकर एक मास्क की तरह भी अपने पैरों पर लगा सकते हैं और इसे 20 मिनट तक रखने के बाद धो दीजिए, तत्पश्चात नमी प्रदायक (मॉइस्चराइजर) क्रीम लगालार छोड़ दीजिए।

6.  मौजे पहनना

मौजे पहनना ना केवल आपको सर्दी से बचाता है बल्कि यह आपको वातावरण से होने वाले नुकसान से भी बचाता है,यदि आपने मौजे पहने हैं, तो यह आपको धुल और गन्दगी से बचाता है तथा यह आपके द्वारा लगाईं गयी क्रीम पर धुल मिट्टी चिपकने से भी रोकता है।

7.  सही प्रकार के आरामदायक जूते पहनना

सही जूते का चयन बेहद महत्वपूर्ण है, हमेशा आरामदायक जूतों का ही इस्तेमाल करना चाहिए| हमें ज्यादा ऊंचे और कसे हुए जूते नहीं पहनने चाहिए इससे हमारी एड़ियों और पैरों को नुकसान हो सकता है।

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