बच्चों की देखभाल

बच्चों की देखभाल – प्यार के साथ, सख्ती भी जरूरी

कैसे करें बच्चों की देखभाल जाने क्यों प्यार के साथ सख्ती भी जरूरी ताकि आप कर सकें बेहतर ढंग से परवरिश, parenting tips in hindi

पैरेंटहुड (Parenthood) एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी मानी जाती है। पैरेंट्स पर ही डिपेंड करता है बच्चों की एक अच्छी परवरिश। कुछ माता पिता अपने काम में इतने ज्यादा व्यस्त हो जाते हैं कि वह अपने बच्चे के तरफ कोई ध्यान ही नहीं दे पाते हैं। ऐसे में बच्चा जो डिमांड कर रहा है आप बस अपने पैसे के दम पर पूरे किए जा रहे हैं और वह भी बिना सोचे समझे कि बच्चे का डिमांड सही है भी या नहीं।

हम यह नहीं कहेंगे कि पैरेंट्स को अपने बच्चों को प्यार नहीं करना चाहिए। प्यार बहुत ज़रूरी है लेकिन एक लीमिट तक। अगर आप अपने बच्चे पर कुछ ज्याद ही प्यार छिड़क रहे हैं, तो यह आगे चलकर आपके लिए ही मुश्किलें पैदा करता रहेगा और आपको फिर खुद पर ही शर्म आएगी।

बच्चों की देखभाल

प्यार के साथ सख्ती का रखें ध्यान

जिस तरह किसी भी चीज़ का अति सही नहीं होता ठीक उसी तरह प्यार का अति भी नहीं होना चाहिए। अगर आपका बच्चा कोई गलती करता है, तो उसे नज़रअंदाज़ नहीं करें बल्कि उसी वक्त उसे समझाए और सख्ती से पेश आए ताकि आपके बच्चे को अपनी गलती का आभास हो और वह आगे चलकर अपनी इस गलती को दोबारा ना दोहराएं।

यूं तो हर किसी के माता-पिता अपने बच्चों पर जान छिड़कते है, लेकिन अगर कभी आपको इनका रौद्र रूप देखने को मिल जाए तो समझ लिजिए कि आपके आत्म विश्वास और सफल होने के पीछे आपके ही पैरेंट्स का हाथ है। इसलिए बच्चों की देखभाल के लिए यह टिप्स याद रखें ।

मिलती है सफलता की सीढ़ी

मिलती है सफलता की सीढ़ी

अकसर हम जब छोटे में कुछ गलतियां कर दिया करते थे, तो वह पहला डाटने व समझाने वाला इंसान और कोई नहीं बल्कि हम सबकी मां ही हुआ करती थी। कुछ बच्चों को तो बचपन में उनकी खुद की मम्मी ही सबसे बड़ी दुश्मन नज़र आती थी। वहीं, आज जब हम एक सफल इंसान कहलाते हैं, तो इस बात का अहसास तो ज़रूर से होता है कि अगर हम सभी के साथ छोटे में सख्ती नहीं हुई होती तो आज हम स्ट्रांग कैसे बनते और साथ ही सफलता की सीढ़ी भी कैसे चढ़ पाते।

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सख्ती कोई खराब बात नहीं है, लेकिन हां सख्ती इतनी भी ज्यादा नहीं होनी चाहिए कि आपके बच्चे के अंदर ज्यादा खौफ पैदा हो जाए। डर से बहुत कम लोग ही जीत पाते हैं क्योंकि आधे लोग तो आत्महत्या को ही अपना सहारा बना लेते हैं। पैरेंट्स को चाहिए कि वह अपने बच्चों के संग बच्चे बन जाए और उनकी तरह एक खुशहाल जीवन का आनंद उठाएं।

यहां जानें: पेरेंटिंग टिप्स

यहां जानें: पैरेंट्स टिप्स

कुछ पैरेंट्स पढ़ाई पर काफी ज़ोर देते हैं। अगर उनका बच्चा क्लास में टॉप नहीं करता है, तो बच्चे पर पूरा प्रेशर डाल दिया जाता है, जो पूरी तरह से गलत बात है। सबसे पहले आप अपने बच्चे को समझिए और फिर उनकी खुशी और हॉबी के साथखुद को भी खुश करना सीख जाएं।

दोस्तों हम आशा करते हैं कि हमारा यह आर्टिकल ज्यादा-से-ज्यादा पैरेंट्स पढ़ें और कुछ सीखें। आज अगर आप एक अच्छे और कामयाब माता व पिता बनते हैं तो समझ लें कि आप हमारे देश को एक नई ऊंचाई पर पहुचाने का काम बखूबी कर रहे हैं।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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