दांतों की देखभाल

दांतों की समस्या को दावत देतीं हैं ये 9 आदतें

9 Habits for teeth care in hindi.

जाने दांतों की समस्या को दावत देतीं हैं कौन सी बुरी आदतें और कैसे सही तरीके से दांतो को रखें मजबूत और सुरक्षित, know about habit to care your teeth hindi.

हमारे दांत हमारी ख़ूबसूरती और व्यक्तित्व का हिस्सा होते हैं, मोतियों जैसे चमकते सफेद दांत आपकी सुंदरता और व्यक्तित्व में चार चांद लगा देते हैं, इसलिए आज हम बात करेंगे दांतों की समस्या को ले कर। एक खूबसूरत चेहरे के लिए हमारे दांतों का खूबसूरत होना बेहद जरूरी है। खूबसूरत दांतों के बिना हमारी मुस्कराहट बेअसर होती है। हमारे दांतों का सम्बन्ध हमारी सुन्दरता से तो होता ही है साथ ही इसका हमारे स्वास्थ्य से भी गहरा नाता है।

एक ओर जहाँ सुन्दर और मज़बूत दांत हमारी सुन्दरता को बढाते हैं, वहीँ मज़बूत दांतों से चबाकर खाना खाने से पाचन क्रिया भी सही रहती है। लेकिन पीले दांत आपके चेहरे की खूबसूरती कम कर देते हैं। पीले दांतों के कारण न सिर्फ चेहरे की खूबसूरती प्रभावित होती है बल्कि आत्मविश्वास में भी कमी आती है। बहुत से लोग पीले दांतों के कारण लोगों के सामने हंसने से बचते हैं या मुंह पर हाथ रखकर हंसते हैं। जब हम दांतों को लेकर लापरवाही बरतते है तो हम कई बीमारियों को दावत दे देते हैं। आज हम आपको बताएँगे वो 9 गलतियाँ जो हम अपने दांतों को लेकर करते है, ताकि आप कर सकें दांतों की देखभाल बेहतर तरीके से :-

दांतों की समस्या को दावत देतीं हैं ये 9 आदतें

1. मटर के दाने जितना टूथपेस्ट लें

हमें दिन में 2 बार लगभग 60 सेकंड तक ब्रश करना चाहिए। हमें टूथपेस्ट का इस्तेमाल कम मात्रा में लगभग मटर के दाने के बराबर करना चाहिए। क्यूंकि इसमें फ्लोराइड मिला होता है जो ज्यादा मात्रा में प्रयोग किये जाने से दांतों को नुकसन पहुचाता है।

2. अपने दांतों के साथ कठोरता न बरते

हमें सॉफ्ट ब्रश का प्रयोग करना चाहिए। गलत, बलपूर्वक और जल्दी जल्दी ब्रश करने से हमें बचना चाहिए। इससे दांतों को नुकसान पहुंचता है। इससे दांतों पर कैविटी हो जाती है।

3. अपने मसूड़ों का ख्याल रखें

पाइरिया, दांतों से खून आना, खराब साँस और कुछ ऐसी चीज़ें हैं जिससे लगभग 91 प्रतिशत भारतीय ग्रसित हैं। इनमें से ज्यादातर तब होता है जब हमारा शरीर हार्मोनल बदलावों से गुजरता है जैसे पुबेर्टी, गर्भावस्था, राजनोवृत्ति के दौरान। ऐसे में मसूड़ों का ख्याल रखना जरूरी हो जाता है।

4. कैविटी को जल्द से जल्द भरना

दांतों को टूटने और मसूड़ों को खराब होने से बचाने के लिए जरूरी है कि कैविटी को जल्द से जल्द भर दिया जाए। दांतों के संरचनात्मक एकीकरण (structural integrity) को ठीक रखने के लिए दांत को रूट कैनाल के द्वारा कैप लगानी चाहिए तथा दांतों की खाली जगह में अन्य दांत लगवा लेना चाहिए।

5. छुपी हुई कैविटी को पहचानना

दांतों के इनेमल में मिनरल्स की कमी दांतों पर सफ़ेद धब्बों के रूप में नज़र आती है, जो हमारी खाने की खराब आदत और गलत तरीके से ब्रश करनी की ओर इशारा होता है। इसे फिर से मिनरलाईस करने की जरूरत होती है।

6. खर्राटे मारने की आदत की अनदेखी ना करें

मुंह से साँस लेना और खर्राटे लेने का सम्बन्ध संरचनात्मक कारणों से हो सकता है, जिसमें नाक में रूकावट, नाक की झिल्ली का पथभ्रष्ट (deviate) होना या जबड़ों की बनावट में गड़बड़ी हो सकती है। इसमें सर्जरी किये जाने की आवश्यकता होती है।

7. मुंह के छालों और सफ़ेद धब्बों की अनदेखी ना करें

यदि मुंह में छाले जैसे जीभ, गम्स या गालों पर सफ़ेद धब्बे के रूप में एक हफ्ते से अधिक नज़र आयें तो इसमें डॉक्टरी सलाह लेने की जरूरत होती है। मुंह का कैंसर भी इनका कारण हो सकता है ।

8. लगातार जांच करवाते रहें

लगातार जांच करवाते रहने से मुंह के कैंसर से बचाव की संभावनाएं बढ़ जाती है, यह भारत में आम तौर पर पाया जाने वाला कैंसर है।

9. अगर आपको डायबटिस है

ऐसी स्थिति में आपको बेक्टेरिअल इन्फेक्शन और पायरिया का खतरा बढ़ जाता है। ज्याद ख्याल रखें क्यूंकि अच्छे गम्स(gum) ग्लूकोस को नियंत्रित करने में सहायक होते हैं अपने डॉक्टर की सलाह लेते रहें।

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