कोलेस्ट्रॉल हेल्थ टिप्स हिन्दी

कोलेस्ट्रॉल में परहेज – जाने क्या खाएं और क्या न खाएं

कोलेस्ट्रॉल में क्या खाएं और क्या न खाएं यानि परहेज हिंदी में, colestrol mein kya khayen aur kya na khayen in hindi

कोलेस्ट्रॉल एक फैट केमिकल (लिपिड) होता है, जो आपके शरीर में कोशिकाओं में होता है। आपको बता दें कि कई अलग-अलग कोशिकाएं कोलेस्ट्रॉल बनाती हैं। उच्च कोलेस्ट्रॉल दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाने का काम करता है। उधर दुर्लभ मामलों में लो कोलेस्ट्रॉल आमतौर पर बेहतर होता है। एक स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम करने से आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है। आइए जानते हैं कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने के आहार के बारे में…

कोलेस्ट्रॉल में परहेज – जाने क्या खाएं और क्या न खाएं

कोलेस्ट्रॉल में अंडे के पीले वाले हिस्से को न खाएं

ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें, जिनमें बहुत सारे कोलेस्ट्रॉल जैसे मीट और अंडा पीला वाला हिस्सा। अंडे के पीले हिस्से में काफी कोलेस्ट्रॉल होता है इसलिए पूरे अंडे के बजाय अंडे का सफेद खाएं। आप मीट का भी सेवन बहुत कम करें। इसका ज्यादा सेवन न केवल आपके कोलेस्ट्रोल को बढ़ाने का काम करेगा बल्कि चर्बी को भी बढ़ाएगा।

तली-भुनी चीजें खाने से बचें

ऐसे चीजों का बहुत कम सेवन करना चाहिए जो तली हुई हो। आपको बता दें कि तली-भुनी और अन्य चिकनाई युक्त वाले खाद्य पदार्थों में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा सबसे ज्यादा होती है। तली हुई खाद्य पदार्थ विशेष रूप से स्नैक्स और फास्ट फूड से बचें। ऐसे में, जो लोग बहुत अधिक तली-भुनी या चिकनाई युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करते हैं, तो उनमें सबसे अधिक कोलेस्ट्रॉल होने की संभावना होती है।

पशु के मांस से दूरी भी है कोलेस्ट्रॉल में परहेज

उन आहारों का खाने से बचें जिसमें सेचुरेटेड फैट की मात्रा ज्यादा होती हो। सेचुरेटेड फैट या ट्रांस फैट युक्त भोजन करने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल की मात्रा भी बढ़ती है। ज्यादातर पशु के मांस में सेचुरेटेड फैट मिलता है इसलिए इनसे दूरी बनाकर रखिए। पशु के मांस के अलावा आप पनीर, दूध, मक्खन और चॉकलेट खाना भी कम कर दें।

कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए खाएं ये आहार

ताजे फलों और सब्जियों का सेवनअपने कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए अपनी डाइट में ताजे फल, अनाज, सब्जियों और सलाद को शामिल करें। फलों और सब्जियों से विभिन्न प्रकार के विटामिन, खनिज और कई तरह के पौष्टिक तत्व प्राप्त किया जा सकता है। इस बात का ध्यान दीजिए कि सलाद तेल से न बनी हो। आप उसमें सिरका और नींबू को शामिल कर सकते हैं।

केलोस्ट्रोल को काबू पाने के लिए हर्बल तेल का इस्तेमाल

यदि आप खाना बनाते समय तेल और घी का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो उसे तुरंत त्याग दीजिए। तेल और घी आपके केलोस्ट्रोल के स्तर को बढ़ा सकता है। इसकी जगह आप खाना बनाते समय हर्बल तेल का इस्तेमाल कीजिए। हर्बल तेल में पका हुआ संतुलित भोजन खाकर आप न केवल स्वस्थ रहेंगे बल्कि आपका केलोस्ट्रोल संतुलित भी रहेगा।

कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल के लिए कम वसायुक्त डेयरी उत्पादों का सेवन

कोलेस्ट्रॉल पर कंट्रोल के लिए कम वसायुक्त डेयरी उत्पादों का सेवन parhej hindi

क्रीम या प्रोसेस्ड पनीर के बजाय कम वसायुक्त डेयरी उत्पादों जैसे स्किम्ड दूध, कम वसा वाले दही या कॉटेज पनीर का उपयोग करें। वसायुक्त दुग्ध उत्पाद के सेवन से न केवल केलोस्ट्रोल कम होता है बल्कि डायबिटीज का खतरा भी कम हो जाता है।

इन तेल का करें इस्तेमाल

सूरजमुखी, कुसुम, जैतून या मकई के तेल जैसे तेलों का उपयोग करें। ये तेल न केवल कोलेस्ट्रॉरल घटता है बल्कि इससे त्वलचा में निखार आता है तथा बालों की भी ग्रोथ होती है। पाल्म या नारियल तेल का सेवन करने से बचें।

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