पथरी

पित्त की पथरी में परहेज – क्या नहीं खाना चाहिए

पित्त की पथरी में परहेज - क्या नहीं खाना चाहिए जैसे की मीट, अंडा आदि, pit ki pathri mein parhej

पित्त की पथरी की समस्या एक ऐसी समस्या है जिससे लगभग 10 लोगों में से एक व्यक्ति होता है। ऐसे में रोगी को असहनीय दर्द का सामान करना पड़ना है और साथ में खाना पचने में भी दिक्कत आने लगती है। अगर आप भी इस समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको जानना चाहिए पित्त की पथरी में परहेज के बारे में। आइए जानते पित्त की पथरी पर किन चीजों का करना चाहिए परहेज।

पित्त की पथरी क्या है ?

पित्त की पथरी यानि गैलस्टोन छोटे पत्थर हैं, जो पित्ताशय की थैली में निर्मित होते हैं। पित्त की पथरी लिवर के नीचे होती है। पित्त की पथरी बहुत दर्दनाक हो सकता है यदि इसका समय पर इलाज नहीं किया गया तो इसे निकालने के लिए एक ऑपरेशन की आवश्यकता हो सकती है। आपको बता दें कि पित्ताशय में जब कोलेस्ट्रोल जमने लगता है या फिर सख्त होने लगता है, तो हमें अक्सर पथरी की शिकायत हो जाती है। ऐसे में रोगी को असहनीय दर्द का सामान करना पड़ना है और साथ में खाना पचने में भी दिक्कत आने लगती है।

पित्त की पथरी में परहेज – क्या नहीं खाना चाहिए ?

#1 अंडे का न करें सेवन

pit ki pathri mein parhej पित्त की पथरी में परहेज

पित्त की पथरी होने पर चिकित्सकों ने आहार से अंडों को हटाने का सुझाव दिया है। उनके अनुसार इसमें काफी कोलेस्ट्रॉल होता है जो पित्ताशय में पथरी का कारण बनता है।

अंडे खाने के फायदे और नुकसान

#2 तली हुई चीजें

तली हुई चीजें

यदि आपको तली हुई चीजें खाना पसंद है तो उसे तुरंत छोड़ दीजिए। यह न केवल सेहत को नुकसान पहुंचाते हैं बल्कि इससे पित्त की पथरी की समस्या और भी बढ़ सकती है। इसलिए आप कोशिश करें कि ज्यादा तली हुई चीजें न खाएं। आपको बता दें कि तली हुई खाद्य पदार्थ में हाइड्रोजनीकृत वसा, ट्रांस वसा और सेचुरेटेड वसा होता है जो आपकी पित्ताशय के दर्द को बढ़ा सकता है। तलने के लिए स्वस्थ विकल्प के रूप में आप जैतून या कैनोला तेल का उपयोग करें।

#3 फैटी मीट

पित्त की पथरी में परहेज की बात करें तो आपको मांसाहारी से भी परहेज करना चाहिए जैसे, मीट, लाल मांस, सूअर का मांस और चिकन आदि। इसके अलावा आप तैलीय मछली भी न खाएं।

#4 पैक खाद्य पदार्थों से बनाएं दूरी

प्रोसेस्ड फूड के पीछे लोग क्यों भाग रहे हैं इसकी एक वजह यह भी है कि ये खाने में अच्छे लगते हैं और इसे बनाने के लिए ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी पड़ती। लेकिन इसका स्वाद हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। यह न केवल शरीर के पाचन तंत्र को खराब कर सकता है बल्कि पित्त की पथरी की समस्या को भी बढ़ा सकता है।

ट्रांस फैटी एसिड, आमतौर पर पैक खाद्य पदार्थों में मौजूद होते हैं, जो पित्त की पथरी के लक्षणों को बढ़ाने का काम करते हैं। आप चिप्स, कुकीज़, डोनट्स, मिठाई या मिश्रित पैक वाले खाद्य पदार्थों से बचें।

#5 रिफाइंड फूड

रिफाइंड फूड

पित्त की पथरी होने पर आप परिष्कृत अवयव वाले खाद्य पदार्थ से दूरी बनाएं। व्हाइट ब्रेड, परिष्कृत आटा पास्ता, सफेद चावल और परिष्कृत चीनी ये सभी चीजें वसा का रूप ले लेती है, जो पित्त में कोलेस्ट्रॉल में वृद्धि कर सकती है।

डायबिटीज के कारण – बचें इन 10 आदतों से

#6 दुग्ध उत्पाद

पित्त की पथरी की समस्या है तो आप वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन मत कीजिए। दूध, पनीर, दही, आइसक्रीम, भारी क्रीम और खट्टा क्रीम में उच्च स्तर के फैट होते हैं, जो पित्त की पथरी को बढ़ाने का काम करते हैं। अपने आहार में डेयरी की मात्रा कम करने की कोशिश करें या कम वसा वाले दूध को चुनें।

#7 प्रोसेस्ड फूड से बनाएं दूरी

पित्त की पथरी में परहेज के लिए या आपको अपने पित्ताशय की थैली की रक्षा करने के लिए कुछ खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। सबसे बड़ी समस्या उच्च वसा वाले खाद्य पदार्थ और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ से हैं। इसलिए इनसे दूरी बनाकर रखें।

खाद्य पदार्थ जैसे वनस्पति तेल और मूंगफली का तेल चिकना या तला हुआ होता हैं, इन्हें छोड़ना अधिक मुश्किल होता है और इससे पित्ताशय की थैली की समस्या हो सकती है। प्रोसेस्ड या व्यावसायिक रूप से बेक्ड उत्पादों की तरह ट्रांस वसा वाले खाद्य पदार्थ, पित्ताशय की थैली के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।

सफेद पास्ता, ब्रेड, और शुगर जैसे परिष्कृत सफेद खाद्य पदार्थों से बचें, ये आपके पित्ताशय की थैली को नुकसान पहुंचा सकते हैं। आपको शराब और तंबाकू से भी बचना चाहिए।

#8 एसिडिक फूड

पित्त की पथरी में अम्लीय फूड नहीं खाना चाहिए। खाद्य पदार्थ जो अम्लीय होते हैं, जैसे कि खट्टे फल, कॉफी और टमाटर सॉस न केवल आपके पेट के लिए जलन पैदा कर सकते हैं, बल्कि इससे आपको पित्त की पथरी भी हो सकती है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment