टाइफाइड

टाइफाइड के कारण, लक्षण और उपचार

जाने टाइफाइड के कारण, लक्षण और घरेलू उपचार और जाने इसमें क्या खाये और कैसे जल्दी स्वस्थ हों, typhoid symptoms, reasons and home remedies in hindi.

टाइफाइड एक खतरनाक बुखार होता है। यह बुखार पाचन तन्त्र और ब्लडस्ट्रीम में बैक्टीरिया के इन्फेक्शन के कारण होता है। साल्मोनेला टाइफी नाम का बैक्टीरिया पानी, किसी पेय जल या खाने के साथ शरीर में प्रवेश करता है। यही बैक्टीरिया पाचन तन्त्र में जाकर बढ़ जाते हैं। यह खतरनाक बैक्टीरिया शरीर के भीतर एक स्थान से दूसरे स्थान जैसे लिवर, स्पलिन, गालब्लेडर आदि जगह पर घूमते रहते हैं। यह बैक्टीरिया अपनी संख्या को बढ़ाते हैं और रक्त में फैलकर बीमारी का कारण बनते हैं।

टाइफाइड के कारण – Typhoid reasons in Hindi

•साल्मोनेला नामक सूक्ष्म जीव का माध्यम जैसे फल, सब्जियां, पीने का पानी, दूध आदि से होता है।
•बजारों में बिकने वाले पदार्थों जैसे गोल गप्पे, चाट पकोड़े, फलों के रस, आइस क्रीम, कुल्फी आदि जिन पर सफाई का विशेष ध्यान न दिया गया हो।
•शौच के बाद अच्छे से हाथ साफ न करना।

टाइफाइड के लक्षण – Typhoid Symptoms in Hindi

व्यक्ति में टाइफाइड के लक्षण सात से चौदह दिनों में देखने को मिल जाते हैं। जिनमें से कुछ इस प्रकार से है –
•बुखार का दिन प्रतिदिन बढ़ना 100 से 104 तक होना
•ठंड लगना और पसीना आना
•हाथ पैर में दर्द होना
•भूख में कमी आना
•सिर में दर्द होना
•गले में खराश होना
•रोग बढ़ने पर हड्डियों और तिल्ली में सूजन आना।

टाइफाइड के घरेलू उपचार – Typhoid Home remedies in Hindi

1. ठंडे पान का प्रयोग

किसी कपड़े को ठंडे पानी में भिगोकर शरीर को पोंछ लें। इसके अतिरक्त ठंडे पानी की पट्टियों को सिर पर रखने से लाभ प्राप्त होता है। इस प्रकार करने से शरीर का तापमान भी कम होता है। सिर पर रखी हुई पट्टी को समय-समय पर बदलते रहना चाहिए। सामान्य बुखार के लिए भी यह एक अच्छी प्रक्रिया है। ध्यान रहें कि बर्फ या बर्फ के पानी का इस्तेमाल न करें, बल्कि ताजे पानी का इस्तेमाल करें।

2. तुलसी

टाइफाइड के कारण, लक्षण और उपचार

तुलसी में एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो बैक्टीरिया को खत्म करने में सहायक होते हैं। यह टाइफाइड के लिए उतम औषधि होती है। इसका इस्तेमाला करने से बुखार जल्दी ठीक हो जाता है।

3. सूरजमुखी के पत्तों का रस

टाइफाइड होने पर सूरजमुखी और तुलसी के पत्तों का रस पीने से टाइफाइड जल्दी ठीक हो जाता है इसका सेवन तीन दिन तक सुबह सुबह करना चाहिए।

4. सेब का सिरका

बुखार होने पर सेब का सिरका बहुत ही फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने से बुखार तेजी से दूर हो जाता है क्योंकि इसमें मौजूद एसिड गर्माहट को शरीर से बाहर निकाल देते हैं, साथ ही इसमें मौजूद मिनरल शरीर को बुखार से दूर रखते हैं।

इसका इस्तेमाल करने के लिए किसी कपड़े को एक भाग सिरका और दो भाग पानी लेकर उसमें भिगोएं। भिगोयें हुए कपड़े को निचोड़ दें और पट्टी को माथे और पेट पर रखें एक पट्टी पैर के तलवे पर भी रखी जा सकती है जैसे ही कपड़ा गर्म हो जाएं। उसे द्वारा से घोल में डुबाएं और प्रक्रिया को दोहराएं।

5. लहसुन

गर्म तसीर वाला लहसुन शरीर में पसीना लाकर शरीर के तापमान को कम करने में सहायक होता है। यह शरीर से हानिकारक विषाक्त पदार्थ को बाहर निकाल देता है। लहसुन एंटी फंगस और एंटी बैक्टीरियल गुणों से भरा होता है। इससे शरीर को इम्युनिटी मिलती है।

6. लौंग

लौंग में एंटी बैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं जो बैक्टीरिया को खत्म कर देते हैं। यहीं कारण हैं कि लौंग का सेवन टाइफाइड में करने से टाइफाइड ठीक हो जाता है।

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