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माइक्रोवेव ओवन के नुकसान

Harmful effects of microwave ovens in Hindi

इस भागती ज़िंदगी में लोग ताजा खाना तो मानो भूल ही गए हैं, सूबह सब कुछ बनाकर रख दिया और बस जब खाना हुआ माइक्रोवेव को ऑन किया और खाना गरम हो गया। कुछ महिलाओं के लिए यह तो किचन का सबसे बेस्ट दोस्त बन गया है, क्योंकि इसके बिना किचन में कुछ भी बनाना असंभव सा लगता है।
खाना गरम करना हो या फिर केक बनाना हो, जीवन की दैनिक आवश्यकता सा बन गया है माइक्रोवेव। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि माइक्रोवेव आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ही हानिकारक है, जो भी खाना आप माइक्रोवेव में गरम करने के लिए रखते हैं या फिर पकाने के लिए यह सारे पोषक तत्वों को नष्ट करने का काम करता है। यही नहीं, बहुत अधिक तापमान पर गरम करने पर यह आपके खाने के चीज़ों को कैंसर पैदा करने वाले कारकों में बदल सकता है।

माइक्रोवेव में खाना पकाना कितना सुरक्षित है? यह एक बड़ा सवाल है। आइए बताते हैं कैसे माइक्रोवेव में खाना पकाना आपके लिए सुरक्षित नहीं :

माइक्रोवेव ओवन के नुकसान

माइक्रोवेव ओवन के नुकसान

विटामिन बी12 की कमी

फिश, लीवर आदि जिनमें विटामिन बी12 की मात्रा भरपूर होती है, जब इन्हें माइक्रोवेव में पकाया जाता है तो उनमें से विटामिन बी12 कम हो जाता है। बता दें कि इनमें उपस्थित विटामिन की मात्रा कम हो जाती है क्योंकि माइक्रोवेव की गर्मी इसे नष्ट कर देती है। इस प्रकार माइक्रोवेव का खाद्य पदार्थों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

मां के दूध को नष्ट कर देता है

जब फ्रोज़न ब्रेस्ट मिल्क (मां का संरक्षित दूध) को माइक्रोवेव में रखा जाता है तो इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं तथा मां के दूध में जो बैक्टीरिया से लड़ने वाली तत्व मौजूद होते हैं वह भी नष्ट हो जाते हैं।

कैंसर होने वाला कारक

माइक्रोवेव में खाना पकाने का मतलब है कि कैंसर जैसी बड़ी बीमारी को बुलावा देना। जब प्लास्टिक के बर्तनों में माइक्रोवेव में खाना बनाया जाता है या गरम किया जाता है तो प्लास्टिक के बर्तन विषाक्त पदार्थ छोड़ते हैं जिसके कारण कैंसर हो सकता है। यह विषाक्त पदार्थ प्लास्टिक के बर्तन के अंदर रखे खाने में मिल जाते हैं।

रक्त की रचना में हो सकती है परिवर्तन

माइक्रोवेव के कारण रक्त की रचना में परिवर्तन हो सकता है। जी हां, माइक्रोवेव में गर्म किए गए दूध और सब्जियों से लाल रक्त कणिकाओं की मात्रा घट जाती है और श्वेत रक्त कणिकाओं की मात्रा बढ़ जाती है। इससे कोलेस्ट्राल का स्तर भी बढ़ता है। इस प्रकार माइक्रोवेव शरीर को नुकसान पहुंचाता है।

हृदय की धड़कन बदल सकती है

आपको बता दें कि माइक्रोवेव के कारण आपके हृदय की धड़कन बदल सकती है। माइक्रोवेव से विकिरण उत्सर्जित होते हैं। अगर आपको असामान्य धड़कन या सीने में दर्द की समस्या होने लगे तो आपको माइक्रोवेव में खाना बनाना बंद कर देना चाहिए। यह भी माइक्रोवेव का एक नकारात्मक प्रभाव है।

माइक्रोवेव सेफ है या नहीं

माइक्रोवेव सेफ है या नहीं

 

माइक्रोवेव शायद सबसे सुविधाजनक रसोई गैजेट्स में से एक है, जिसने हमारे जीवन को वास्तव में आसान बना दिया है। यह आमतौर पर माइक्रोवेव ओवन में खाना खाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। हमारे व्यस्त जीवन में हम आसानी से उन उत्पादों की ओर आकर्षित हो रहे हैं जो दक्षता के साथ गति प्रदान करते हैं और यही कारण है कि माइक्रोवेव काफी मांग हो रही है।

हालांकि हमारी स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता ने माइक्रोवेव ओवन का नुकसान या इसके उपयोग को लेकर सुरक्षा के बारे में कई बहस छेड़ दी है। माना जाता है कि यह ज्यादातर खतरनाक तब साबित होता है जब इसमें प्लास्टिक के बर्तन में खाना बनाया या गर्म किया जाता है। यह एक ज्ञात तथ्य है कि प्लास्टिक की वस्तुएं अत्यधिक गर्मी से पिघलते हैं। यह बदले में हानिकारक रसायनों को दर्शाता है, जो मानव स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा करता है और आगे पर्यावरण को प्रदूषित करता है।

इन सबके बावजूद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सुझाव दिया है कि माइक्रोवेव में भोजन गर्म करने से पोषक तत्व नष्ट नहीं होता है। दरअसल कुछ लोगों का मानना है कि माइक्रोवेव में गरम होने के बाद भोजन के सभी मौजूदा पोषण गायब हो जाते हैं।

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