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सफेद दाग का आयुर्वेदिक घरेलू रामबाण इलाज

Leucoderma ayurvedic home remedies in hindi.

सफेद दाग वैसे तो एक बड़ा रोग नहीं है, लेकिन भारत में इसे गंभीर सामाजिक समस्या के रूप में देखा जाता है। इस एक दाग की वहज से कई लोगों को तो सामाजिक बहिष्कार भी सहना पड़ता है। अक्सर देखा गया है कि जिन लड़के और लड़कियों को ये समस्या है, उन्हें शादी में परेशानी आती है। सामाजिक तौर पर लोग उनके बारे में तरह-तरह की बाते करने लगते हैं, जो कि बहुत ही गलत है। हालांकि धीरे-धीरे लोगों की सोच में बदलाव आ रहा है और इसके विरोध को गलत मान रहे हैं।

सफेद दाग जिसे हम ल्यूकोडर्मा कहते हैं वि‍श्व में एक से दो प्रति‍शत लोग इस रोग से प्रभावि‍त हैं, लेकि‍न भारत में इस रोग के शि‍कार लोगों का प्रति‍शत चार से पांच है। इस रोग से ग्रसि‍त लोगों के बदन पर अलग-अलग स्था‍नों पर अलग-अलग आकार के सफेद दाग आ जाते हैं।

सफेद दाग होने के कारण

मेलेनिन बनाने वाली कोशि‍काओं पर प्रतिरोधकता का प्रभाव, पराबैंगनी किरणों का प्रभाव, अत्यधि‍क तनाव, विटामिन बी 12 की कमी, त्वचा पर किसी प्रकार का संक्रमण होना आदि इसके कारण माने जाते हैं। हालांकि कई बार यह रोग लोगों को विरासत में मिलती है। ऐसा नहीं है कि इस रोग को ठीक नहीं किया जा सकता। कुछ घरेलू उपाय से इस रोग को दूर किया जा सकता है।

बथुआ का प्रयोग करें
अगर आप पालक खाते हैं, तो बथुआ भी खाना शुरू कर दें। इससे एक फायदा तो यह है कि आपका पेट स्वस्थ्य रहता है साथ ही सफेद दाग को हटाने में भी मदद करता है। इसके लिए आपको बथुआ उबालकर उसके पानी से सफेद दाग को धोयें। इसके अलावा कच्चे बथुआ का रस दो कप निकालकर आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकायें। इसके बाद उसे लगाएं।

तांबे का प्रयोग
तांबे के बर्तन में रातभर पानी भरकर रखें और सुबह खाली पेट पिएं। यह त्वचा में मेलेनिन के निर्माण के लिए सहायक है।

नीम है जरूरी
भारत में नीम को सदाबहार वृक्ष का दर्जा मिला हुआ है। इसे गांव का दवाखाना भी कहते हैं। ठंडी हवा देने के साथ ही ये एक ऐसा पेड़ है जिसका हर हिस्सा किसी न किसी बीमारी के इलाज में कारगर है। सफेद दाग के लिए नीम की पत्ती, फूल, निंबोली आदि को सुखाकर पीस लें और प्रतिदिन फंकी लें आपको जरूर फायदा करेगा।

नारियल का तेल
बहुत कम लोगों को मालूम है कि नारियल में जीवाणुरोधी और संक्रमण विरोधी गुण भी पाए जाते हैं, इसलिए सफेद दाग वाली जगह पर आप दिन में 2 से 3 बार नारियल तेल से मसाज करना फायदेमंद साबित हो सकता है।

उड़द की दाल
सभी दालों में सबसे ज्यादा पौष्टिक उड़द की दाल एक अत्यंत बलवर्द्धक और लाभकारी खाद्य पदार्थ है। इसकी छिलके वाली दाल ज्यादा पौष्टिक होती है। सफेद दाग होने पर पानी में भीगी हुई उड़द की दाल पीसकर 4 माह तक लगाने से दाद ठीक हो जायेगा।

हल्दी है गुणकारी
ऐसे बहुत ही कम लोग होंगे जो हल्दी के गुणों से वाकिफ न हो। हल्दी को आयुर्वेद में प्राचीन काल से ही एक चमत्कारिक द्रव्य के रूप में मान्यता प्राप्त है। आदि काल से इसका प्रयोग कई रोगों को दूर करने में किया जाता रहा है। सफेद दाग होने पर 1 कप या लगभग 250 मिलीलीटर सरसों के तेल में 5 बड़े चम्मच हल्दी पाउडर डालकर मिलाएं और इस लेप को दिन में दो बार प्रभावित त्वचा पर लगाएं। फायदा मिलेगा।

अदरक और लहसुन
उपरोक्त उपायों के साथ आप अदरक और लहसुन का सेवन भी कर सकते हैं। अदरक रक्तसंचार को बेहतर बनाने और मेलेनिन के निर्माण में काफी फायदेमंद है। उधर लहसुन के रस में हरड घिसकर लेप करने से दाग कम हो जाते हैं।

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