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सकारात्मक सोच की शक्ति को बढ़ाएं, ऐसे लाएं सकारात्मक सोच

Power of positive thinking, tips to increase positive thinking in hindi.

कहते हैं बच्चों का मन शीशे की तरह बिलकुल साफ होता है। उसके मन के शीशे में किसी भी तरह का कोई मैल नहीं होता लेकिन जैसे ही वह बच्चा बड़ा होता है, उसके अंदर सोचने समझने की शक्ति विकसित होती है, परिवार और समाज के ईर्द-गिर्द रहने लगते है, तो उसके सोच में परिवर्तन देखने के मिलता है। यहां बच्चे की सोच में परिवर्तन सकारात्मक भी हो सकता है या फिर नकारात्मक भी।

आपको बता दें कि कोई भी इंसान सकारात्मक या नकारात्मक सोच लेकर पैदा नहीं होता बल्कि परिस्थितियां, परिवार और समाज उसकी सोच को निर्धारित करते हैं। इसलिए यह कभी न कहें कि ‘उसकी सोच जन्मजात है.’ दरअसल निर्भर यह करता है कि परवरिश किस तरह से हुई है, आपके ईर्द-गिर्द किस तरह के लोग हैं, सगे-संबंधी या दोस्त रहे हैं आदि। अगर आपकी नकारात्मक सोच है तो यहां दोष किसी को नहीं दिया जा सकता, लेकिन अच्छी बात यह है कि आप अपनी सोच को बदल सकते हैं।
इस बात को तो आपने सुना या फिर पढ़ा जरूर होगा कि ‘आप जिंदगी में सफल तभी हो सकते हैं, जब आप सफलता हासिल करने के प्रति अपनी सोच को सकारात्मक रखेंगे.’ इसलिए आज हम बात करेंगे कि सकारात्मक सोच कैसे लाएं?

सकारात्मक सोच लाने के तरीके

ध्यान लगाएं
ध्यान लगाने से न केवल आपका मन शांत और स्थिर होता है बल्कि इससे मानसिक रूप से आपको मजबूती भी मिलती है। जब हम ध्यान लगाते हैं तो खुद के साथ घटित घटनाओं को हम धीरे-धीरे करके भूलने लगते हैं। हम फोक्सड रहने लगते हैं और हमारा मन मजबूत होने लगता है। जब हमारा मन बजबूत होगा तो हम ज्यादातर सकारात्मक ही सोचते हैं।

छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढुंढे
हमारा मन ज्यादातर नकारात्मक चीजों की ओर दौड़ता है। आपको अपने मन को रोकना होगा। यह तभी हो सकता है जब आप छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढ़ेंगे। आप उन चीजों पर बिलकुल ही ध्यान न दें जो नकारात्मक है बल्कि वहां क्या संभावना या सकारात्मक चीजें हो सकती उस पर ध्यान दें।

हमेशा खुश रहिए
अगर आप गुस्सा करते हो तो आपको हर समय गुस्से दिलाने वाली चीजें दिखाई देंगी। हर समय गुस्से में रहना नकारात्मक सोच की सबसे बड़ी वजह है। इसलिए हमेशा खुश रहिए, यदि आप खुश रहेंगे तो सामने से भी खुशी देने वाली चीजें दिखाई देंगी।

नकारात्मक सोच वाले लोगों से दूरी बनाएं
एक चीज जो हम में नकारात्मक सोच भर देती है, वह है हमारे आसपास के नकारात्मक लोग। सबसे पहले आपको इन लोगों को अपने लाइफ से दूर करना होगा। इसके बाद आप खुद पर विश्वास करें। ये दो चीज यदि आप कर लेते हैं, तो सकारात्मक सोच वाले लोग आपके पास जरूर आएंगे।

पीड़ित न बनें
लोगों के सामने हमेशा अपने आप को पीड़ित बनकर मत दिखाओं। इससे नकारात्मक सोच उत्पन होती है। लोग आपको असहाय मानने लगते हैं, जो बिना सहायता कोई काम कर ही नहीं सकते। इसलिए पीड़ित बनने की बजाय जिम्मेदारियां लेना सीखें।

सकारात्मक सोच वाले व्यक्ति से मिले
सकारात्मक विचारधारा वाले व्यक्तियों से मिलने से आपकी सोच और उद्देश्य भी सकारात्मक तरीके से आगे बढ़ेगी। आपको अपना विजन साफ दिखाई देगा। ऐसे लोग आपको आगे बढ़ने से रोकते नहीं है बल्कि अपनी सकारात्मक सलाह से आपका हौसला बढ़ाते हैं।

किसी जरूरतमंद की सहायता करें
किसी जरूरतमंद की सहायता करने से आपको एक अलग ही खुशी का एहसास होगा। आपका मन हल्का होगा और जितनी भी नकारात्मक सोच है वह बाहर निकल जाएगी।

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