दिमाग हेल्थ टिप्स हिन्दी

ब्रेन डैमेज कर सकती हैं आपकी यह 7 आदतें

जाने ब्रेन डैमेज कर सकती हैं आपकी यह 7 आदतें ताकि आप जान सकें अच्छा लाइफस्टाइल और रहें तंदुरुस्त, brain care tips in hindi

ज़िंदगी की इस रेस में हम सभी इतना तनाव के साथ जीते हैं जिसका सारा का सारा असर कहीं ना कहीं हमारे दिमाग पर ही पड़ता है। यह तो हम सभी जानते हैं कि दिमाग हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा होता है। वाकई यह प्रकृति का दिया हुआ एक अद्भुत तोहफा है जो कम्प्यूटर से भी तेज़ चल सकने की सक्षम रखता है और जिसके बिना हम सभी बिल्कुल अधूरे से हैं।

हमारा ब्रेन एक ऐसी मशीन जो लगातार शरीर को एक्टिव बनाए रखती है ताकि वह काम करता रहे। ब्रेन जिसका स्ट्रांग रहेगा वह तेज़ी से हर काम करते चले जाएगा वहीं स्लो ब्रेन वाले लोग पीछे रह जाते है। अगर जीवन की गाड़ी तेज़ गति से बढ़ानी हैं तो बहुत ज़रूरी है कि आप अपने भोजन में अच्छा पोषण लें। साथ ही पूरे दिन भर काम करने के बाद आप अपने शरीर को आराम भी ज़रूर दें क्योंकि इससे हमारा दिमाग भी शांत हो जाता है।

बता दें कि जो भी लोग अपने दिमाग को आराम नहीं देते हैं, उनके दिमाग की कोशिकाएं धीरे-धीरे खत्म हो जाती है और इसका इलाज भी बहुत मुश्किल हो जाता है।

आइए बताते हैं आपकी वह 7 आदतें जो कर सकती है ब्रेन को डैमेज

ब्रेन के लिए नाश्ता को नज़रअंदाज़ करना

ब्रेन के लिए नाश्ता को नज़रअंदाज़ करना

अकसर हम अपने ऑफिस या कॉलेज जाने की जल्दी में नाश्ते को नज़रअंदाज़ कर देते हैं जो कि बहुत गलत आदत हैं। हमें रोजाना नाश्ता भरपुर पेट करना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि जो खाना हम सभी रात को खाते हैं, उसे खाए हुए काफी समय हो जाता है और हमारा पेट खाली हो जाता है जिससे आपके बॉडी में ब्लड शुगर लेवल कम हो जाती है। बस इसका सारा असर आपके दिमाग पर ही पड़ता है।

गर्मी से बचकर रहें

क्या आपने कभी इस बात पर गौर किया है कि जब आप अधिक समय के लिए किसी गर्म वातावरण में रहते हैं, तो आप बेचैन हो उठते है। बता दें कि ऐसे में ना तो हमारे अंदर कुछ सोचने की शक्ति बचती है और ना ही कि कुछ करने की। ध्यान रखें कि हमारे दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन और वेंटिलेशन की बहुत जरूरत होती है और ऐसे में जब हम अधिक गर्मी का सामना करते हैं तो हमारे दिमाग तक ऑक्सीजन पहुंचने में मुश्किलें आती हैं जिससे ब्लड सर्कुलेशन में भी कमी आ जाती है। जब तक हम सही तापमान में नहीं आते हमारा दिमाग पूरी तरह काम करना बंद कर देता है।

प्रदूषित हवा में सांस लेना

प्रदूषित हवा में सांस लेना

जैसा कि हमने उपर बताया कि हमारे दिमाग को काम करने के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता बहुत होती है। वहीं, अगर हम अपने आस-पास की प्रदूषित हवा को सांस के रूप में अंदर लेते हैं तो हमारा दिमाग तेज़ी से काम करना बंद कर देता है। प्रदूषित हवा तो ब्रेन के अंदर घर करती ही है साथ ही कई तरह के केमिकल्स भी हमारे दिमाग में एंटर कर जाते हैं, जो ब्रेन को डैमेज करने का काम करते हैं।

नींद पूरी नहीं लेना

नींद पूरी नहीं लेना

हमारे दिमाग के लिए बहुत ज़रूरी है कि वह आराम करें। दिमाग तभी आरामा कर सकता है जब आप नींद पूरी करते हैं। अगर आप अपनी नींद पूरी नहीं करते हैं तो आपका दिमाग शांत नहीं रहता और वह एक्टिव होकर कोई भी काम करने में नासमर्थ हो जाता है। कोशिश करें कि आप रात को हमेशा सही समय पर ही सोया करें। इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप सही समय पर सोते नहीं हैं तो आपकी दिमाग की नसें थक जाती हैं, जिससे की दिमाग के काम करने की क्षमता भी कम हो जाती है।

सोते समय कभी सिर ना ढकें

बहुत से लोगों को सिर ढक कर सोने की आदत होती हैं, जो कि बहुत ही गलत आदत है। ऐसा करने से आपके शरीर से निकलने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड शरीर व पूरे दिमाग में प्रवेश करने लग जाता है। जो कोई भी इस बुरी आदत से जुझ रहा है तो वह सावधान हो जाए क्योंकि इससे आपका ब्रेन डैमेज हो सकता है।

स्मोकिंग की आदत

स्मोकिंग की आदत

यह हम सभी जानत हैं कि स्मोकिंग से हमारा शरीर अंदर ही अंदर खोखला बनता चले जाता है। यह वाकई में हमारे दिमाग के लिए बहुत हानिकारक होता है। स्मोकिंग से निकलने वाला जहरीला धुंआ हमारे दिमाग को सिकोड़ने का काम करता है, जिस कारण हमारा दिमाग काम करना बंद कर देता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि इससे निकलने वाले जहरीले तत्व हमारे फेफड़ों में एक जगह जमा होते चले जाते हैं, जिससे यह ब्लड फलो से हमारे दिमाग तक पहुंच जाते हैं और जिससे कई तरह की जानलेवा बीमारियां हो सकती हैं। सिगरेट पीने के नुकसान – आज ही छोड़ें सिगरेट

अकेलापन और बातचीत की कमी

अकेले रहना हमेशा से ही तनाव भरा होता है, इसलिए कोशिश करें कि आप कभी अकेले ना रहें। यही नहीं, कुछ लोगों के बीच ज़रूर बैठें और अलग-अलग विषयों पर चर्चा करें।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment