योग मुद्रा

ब्लड सर्कुलेशन को बढाने वाले योग

ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने वाले योग जाने हिंदी में ताकि आप ब्लड का फ्लो शरीर में ठीक रहे, blood circulation badhane ke liye yoga tips in hindi

योग अपने अद्भुत फायदों के कारण दुनिया भर में जाना जाता है। योग सर्दी और खांसी से लेकर अर्थराइटिस, डायबीटीज और अन्य दर्द प्रबंधन से जुडी सभी समस्याओं का इलाज होता है। इसके अलावा ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने के लिए भी आप योग की मदद ले सकते हैं। ब्लड हमारे शरीर के महत्वपूर्ण घटकों में से एक घटक होता है और एक उचित और स्थिर ब्लड सर्कुलेशन हमारे शरीर को सामान्य कामकाज को बनाएं रखने के लिए अति आवश्यक होता है।

जब भी ब्लड सर्कुलेशन में परेशानी होती है, तो इससे रक्त के थक्के, तंत्रिका, पैरों में सूजन आदि समस्याएँ पैदा हो सकती हैं। आइये विस्तार से जाने सर्कुलेशन को बढाने वाले योग के बारे में।

ब्लड सर्कुलेशन को बढाने वाले योग – Yoga tips for blood circulation

#1 सर्वांगासन

सर्वांगासन योग पूरे शरीर अर्थात पैर की उँगलियों से लेकर मस्तिष्क तक फायदा पहुंचता है। क्योंकि यह आसन शरीर के हर अंग को किसी न किसी तरह से लाभ पहुंचाता है।

सर्वांगासन करने की विधि

1. इसको करने के लिए सबसे पहले किसी साफ जगह पर चटाई या दरी बिछा लें।
2. उस पर पीठ के बल लेट जाएं और अपने दोनों पैरों को आपस में मिला लें।
3. अपने दोनों हाथों को जमीन पर रख दें और अपने शरीर को ढीला कर दें।
4. सांस लेते हुए धीरे-धीरे से अपने पैरों को बिना मोड़े हुए ऊपर की तरफ उठाएं।
5. जैसे जैसे आप के पैर ऊपर की ओर उठे वैसे-वैसे अपनी कमर को भी ऊपर की तरफ उठाएं।
6. अपने पैरों और पीठ को 90 डिग्री तक उठाने का प्रयास करें।
7. अपने हाथों की मदद से अपनी कमर को ऊपर की तरफ उठाएं।
8. इस योग को करते हुए आपका मुंह आकाश की तरफ होना चाहिए और कुहनियाँ जमीन के साथ टिकी हुई होनी चाहिए।
9. इस योग को करते समय आपके हाथों की अंगुलियाँ पीठ पर एक दुसरे के सामने हो और आप के अंगूठे पेट की तरफ होने चाहिए।
10. कुछ समय इस अवस्था में बने रहें और फिर अपनी पुरानी अवस्था में आ जाए।
11. इस आसन को अपने शरीर की क्षमता के अनुसार ही करना चाहिए।

सर्वांगासन के लाभ

1. सर्वांगासन वजन कम करने में सहायक है।
2. इस आसन को करने से दुर्बलता और थकान दूर होती है।
3. ये आसन थायराइड ग्रंथि को गतिशील बनाता है।
4. कंधे और पीठ दोनों मजबूत बनते हैं।
5. इस आसन के द्वारा हमारा ब्लड सर्कुलेशन तेजी से काम करता है।

#2 उष्ट्रासन

ब्लड सर्कुलेशन को बढाने वाले योग - Blood circulation yoga tips hindi

उष्ट्रासन संस्कृत भाषा का शब्द है, जिसका अर्थ होता है ऊंट। यह एक मध्यवर्ती पीछे झुकने योग आसन है, इससे ब्लड तेजी से काम करता है।

उष्ट्रासन करने की विधि

1. इस आसन को करने के लिए सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं और कूल्हों पर अपने दोनों हाथ रखें।
2. आपके घुटने कंधे के समांतर हो और पैर के तलवे आकाश की तरफ हो।
3. सांस लेते हुए मेरुदंड को पुरोनित्म्ब की ओर खींचे।
4. गर्दन पर बिना दवाब डालें तटस्थ पर बैठ जाएं।
5. इसी स्थित् में साँस लें और साँस छोड़ते हुए पुरानी स्थिति में आ जाएँ।
6. हाथों को कमर पर रखते हुए सीधे हो जाएँ।

उष्ट्रासन के लाभ

1. इस आसन को करने से पाचन शक्ति बढती है।
2. यही आसन सीने को खोलता है और मजबूत बनाता है।
3. यह आसन पीठ और कंधे को मजबूत करता है।
4. इस आसन से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है।

#3 अधोमुख शवासन

ब्लड सर्कुलेशन को बढाने वाले योग - Blood circulation yoga tips hindi

अधोमुख श्वास आसन एक कुत्ते की तरह सामने की और झुक कर किया जाता है। इस लिए इसे अधोमुख शवासन कहते हैं। यह योग बहुत ही आसान होता है। इससे अत्यंत लाभ प्राप्त होते हैं इसलिए इसे प्रतिदिन अपने योगाभ्यास में जोड़ना चाहिए।

अधोमुख शवासन की विधि

1. अपने हाथों और पैरों के बल आ जाएँ, अपने शरीर को एक मेज की स्तिथि में ले आयें।
2. आपकी पीठ मेज की उपरी हिस्से की तरह हो और दोनों हाथ और पैर मेज के पैर की तरह।
3. सांस छोड़ते हुए कमर को उपर उठाएं और अपने शरीर को मजबूती देते हुए अपने शरीर का उल्टा ‘वी’ आकार बना लें।
4. हाथ, कंधो और पैर कमर से समांतर दूरी पर रखने चाहिए।
5. पैरों की अंगुलियाँ बिल्कुल सामने की तरफ रखें।
6. अपनी हथेलियों को जमीन पर दबाएँ कन्धो के सहारे इसे मजबूती प्रदान करें।
7. लंबी सांस लेते हुए अध्गोमुख शवासन की अवस्था में बने रहें और अपनी नजर नाभि पर बनाएं।
8. श्वास को छोड़ते हुए घुटनों को मोड़े और वापिस पहली स्थिति में आ जाएँ और विश्राम करें।

अधोमुख शवासन के लाभ

1. इस आसन को करने से शरीर को उर्जा प्रदान होती है।
2. इससे रीढ़ की हड्डी लचीली बनती है।
3. यह सिर दर्द अनिंद्रा आदि के लिए लाभकारी होता है।
4. इससे ब्लड सर्कुलेशन सही से काम करता है।

#4 हस्तपादासन

यह आसन बारह बेसिक आसनों में से एक है। इस आसन को हाथों से पैरों को पकड़कर किया जाता है। इसलिए इसे ह्स्तापादासन के नाम से जाना जाता है। इसको करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है, जिससे कई हेल्थ प्रोब्लम दूर होते हैं।

हस्तपादासन की विधि

1. कंधो को सीधा रखते हुए सीधे खड़े हो जाएँ।
2. अपने हाथो को धीरे-धीरे करके उपर कंधों की सीध में रखें फिर कन्धों को थोडा-थोडा आगे की ओर दबाते हुए हाथों को सिर के उपर तक उठाएं।
3. अब अपनी बाहों को आमने सामने रखते हुए ऊपर की ओर उठायें। तब कमर को सीधा रखकर साँस भीतर खींचते हुए नीचे की और झुकें।
4. घुटना सीधा रखते हुए पैरो को छूने की कोशिश करें।
5. अब धीरे-धीरे करके इस पोजिशन से उपर उठें और अपनी प्रारंभिक स्तिथि में वापिस आ जाएँ।

हस्तपादासन के लाभ

1. इस आसन को करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़कर नर्वस सिस्टम को एक्टिव करता है।
2. यह ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन बढाने से लेकर बालों की जडो तक फायदेमंद होता है।
3. इससे बॉडी अच्छी शेप में आती है।

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