योग मुद्रा

शाम्भवी योग मुद्रा – विधि और लाभ

Shambhavi yoga steps and benefits in hindi.

शाम्भवी योग मुद्रा - विधि और लाभ shambhavi yoga steps and benefits

योग में आसन और प्राणायाम की तरह मुद्राएं भी बहुत ही महत्वपूर्ण है। इसे आसनों और प्राणायामों के अभ्यास से अधिक शक्तिशाली माना गया है। वैसे तो अभ्यास के लिए कई मुद्राएं हैं लेकिन हमारा मानना यह है कि आप जो भी मुद्रा करें किसी योग गुरु के निर्देशन में करें। आज जिस मुद्रा की बात करेंगे उसका नाम है शाम्भवी मुद्रा। यह बहुत ही लाभकारी मुद्रा है। इस आसन की खास बात यह है कि आप आपकी आंखें खुली रहती है लेकिन आप देख नहीं सकते। यह मुद्रा या अभ्यास एक कठिन साधना की तरह है।

शाम्भवी मुद्रा की विधि
ध्यान के किसी आसन में बैठिये और पीठ सीधी कर लीजिए। आपके कंधे और हाथ बिलकुल ढीले होने चाहिए। इसके बाद हाथों को घुटनों पर चिंमुद्रा, ज्ञान मुद्रा या फिर योग मुद्रा में रखिये। सामने किसी बिंदु पर दृष्टि एकाग्र कीजिए। इसके बाद उपर देखने का प्रयास कीजिए। ध्यान रखिए सिर स्थिर रहे और अपने विचारों को रोकें और ध्यान दीजिए। इसमें पलकों को बिना झपकाएँ देखते रहें, लेकिन ध्यान किसी भी चीज को देखने पर ना रखें ।

समय सीमा
यह अभ्यास प्रारंभ में कुछ देर कीजिए। अभ्यास करते हुए इसका समय बढ़ाइए। इसे 3 से 6 मिनट तक कर सकते हैं

शाम्भवी मुद्रा के लाभ

  1. आज्ञा चक्र को जाग्रत करने वाली एक शक्तिशाली क्रिया है आपको बता दें आज्ञा चक्र निम्न और उच्च चेतना को जोड़ने वाला केंद्र है।
  2. यह मुद्रा शारीरिक लाभ प्रदान करने के अलावा आंखों के स्नायुओं को मजबूत बनाता है।
  3. मानसिक स्तर पर इस अभ्यास योग से मन की शांति प्राप्त होती है।
  4. आंखें खुली रखकर भी व्यक्ति नींद और ध्यान का आनंद ले सकता है।
  5. यह योग मुद्रा करने से तनाव और चिंता दूर होती है
  6. इस अभ्यास के सधने से व्यक्ति भूत और भविष्य का ज्ञाता बन सकता है

सावधानी
यह अभ्यास सरल और सुरक्षित है तथा इसे कोई भी कर सकता है। फिर भी इस आसन को करते समय कुछ सावधानी बरतें। शाम्भवी मुद्रा के लिए जो चीजें बताई गई हैं उसे धीरे-धीरे करें। जल्दबाजी करने की कोशिश न करें। अगर आप किसी तरह की समस्या से पीड़ित हैं या आपको कोई दर्द हो रहा है तो शाम्भवी मुद्रा को करने की कोशिश न करें। यह ध्यान रखें कि इस अभ्यास को करने वाला व्यक्ति की उम्र 7 साल से ज्यादा हो। अगर आपने चश्मा पहन रखा है उसे निकालकर साइड में रख दें। इस अभ्यास से पहले यदि आपका पेट साफ है तो आप इसे अच्छे से कर सकते हैं। इसके अलावा इस अभ्यास की शुरुआत करने वाले व्यक्ति किसी विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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