आयुर्वेदिक उपचार

बालों को नुकसान होने से बचाए ये आयुर्वेदिक उपाय

बालों को नुकसान होने से बचाए ये आयुर्वेदिक उपाय

आयुर्वेदिक उपाय कई लोगों के लिए आज भी बाल झडने की समस्या में एक लोकप्रिय विकल्प बना हुआ है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें प्राकृतिक घटक मौजूद है जो बालों को स्वस्थ्य और मजबूती प्रदान करता है। बाल की समस्या को दूर करने के लिए आइए जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक उपचारों के बारे में…

आंवला

आंवला

आंवला न केवल बाल झड़ने का एक आयुर्वेदिक उपाय है, बल्कि रक्त को शुद्ध करने और अपचन के इलाज के लिए भी एक प्रभावी उपचार है। इसमें मौजूद कंडीशनिंग सामग्री रूसी से लड़ता है और स्कैल्प के स्वास्थ्य में सुधार करता है। जब शिकाकाई के साथ इसका उपयोग किया जाता है, तो यह एक प्राकृतिक डाई के रूप में कार्य करता है जो बालों को प्राकृतिक रंग प्रदान करता है।

इसके लिए आप एक बाउल में 4 से 5 चम्मच आंवला पाउडर लीजिए और उसमें 4 से 5 चम्मच पानी मिलाइए तथा एक मोटा और चिकना पेस्ट बना लीजिए। फिर इसे स्कैल्प और बाल पर लगाइए। इसे 30 मिनट तक अपने बालों पर लगाए रखिए और फिर शैंपू से धो लीजिए। आप इस तरीके को हफ्ते में तीन बार अपना सकते हैं।

नीम

नीम

सालों से, नीम का उपयोग त्वचा की स्थिति और बालों के झड़ने के इलाज के लिए किया जाता है। स्कैल्प पर नीम का नियमित उपयोग रक्त परिसंचरण या ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और जड़ों को मजबूत करता है, जो बदले में, बालों के विकास को बढ़ावा देता है।

नीम का उपयोग रूसी और जूं के इलाज के लिए भी किया जाता है। जब स्कैल्प सूखापन, पपड़ी, रूसी, एक्जिमा, सोरायसिस और अत्यधिक सीबम से प्रभावित होता है, तो बालों की जड़ें खराब हो जाती हैं। इससे बाल झड़ने लगते हैं। नीम इन स्थितियों से लड़ने में मदद करता है। स्वस्थ बालों के विकास को बढ़ावा देता है।

इसके लिए आप आधी मुठ्ठी नीम के पत्ते को लीजिए और इसे 15 मिनट तक उबाल लीजिए। फिर इसे ठंड़ा होने के लिए छोड़ दीजिए। इसके बाद पानी को छान लीजिए तथा इससे अपने बालों को धोएं और उसे कंडीशन कीजिए। हफ्ते में दो से तीन बार आप इस तरीके को अपना सकते हैं। – डायबिटीज में नीम के फायदे

रीठा

रीठा का उपयोग सदियों से महिलाओं द्वारा एक प्राकृतिक शैम्पू के रूप में किया जाता रहा है। जब आप नियमित रूप से उपयोग किया जाता है, तो रीठा बाल विकास को बढ़ावा देता है और इसकी मात्रा में सुधार करता है। इस प्राकृतिक घटक का उपयोग बालों को हर दिन साफ़ करने के लिए जाना जाता है, क्योंकि यह आपकी स्कैल्प से नेचुरल ऑयल को अलग नहीं करता है।

इसके लिए आप दो कप गर्म पानी में रीठा को पूरी रात भिगोकर रखें। फिर उस पानी को सुबह 10 मिनट के लिए उबाल लीजिए। ठंड़ा होने के बाद इसके लिक्विड को जग में डाल लीजिए। फिर इसके पानी से बाल को धोइए।

एलोवेरा

एलोवेरा

एलोवेरा का आयुर्वेद में उपयोग कई बार सिद्ध हुआ है, क्योंकि यह आपके सिस्टम को भीतर से साफ रखने में मदद करता है। एलोवेरा एक चमत्कािरी पौधा है, जिसमें कई सारे पोषण पाया जाता हैं। आप इसका ना सिर्फ स्वास्थ्य के लिए बल्कि खूबसूरती को निखारने के लिये भी प्रयोग कर सकते हैं। इसमें ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो आपके बालों को चमकदार, सुंदर और मजबूत बनाते हैं। यह स्कैल्प के स्वास्थ्य को बढ़ाने, बालों के झड़ने पर अंकुश लगाने और बालों के विकास को बढ़ावा देने के लिए एक उत्कृष्ट घटक है।

इसके लिए आप आधा कप एलोवेरा जेल और उसमें तीन चम्मच नारियल तेल और दो चम्मच शहद को मिलाइए। आप इसे अपने स्कैल्प और हेयर पर अच्छी तरह से लगाएं और तीस मिनट बाद पानी से धो लीजिए और शैंपू कर लीजिए। आप इसे सप्ताह में 1 से 2 बार लगा सकते हैं।

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