आयुर्वेदिक उपचार

मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार है ये 3 हर्ब

मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार है ये हर्ब

मधुमेह या डायबिटीज वर्तमान में दुनिया भर में प्रचलित सबसे आम बीमारियों में से एक है। डायबिटीज एक ऐसी स्थिति है जिसमें आपका शरीर पर्याप्त इंसुलिन उत्पादित करना बंद कर देता है या कोशिकाएं इंसुलिन पर प्रतिक्रिया नहीं करतीं, जो अंततः कार्बोहाइड्रेट के असामान्य मेटाबॉलिज्म के कारण बनता है, जो ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। वैसे मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार है।

आपको बता दें कि आयुर्वेद में डायबिटीज को मधुमेह के रूप में जाना जाता है। आयुर्वेद में मधुमेह के उपचार और नियंत्रण के अलावा मिठाईयों और सिंपल कार्बोहाइड्रेट के अधिक सेवन से बचने का सुझाव दिया जाता है।

मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार

विजयसार

विजयसार

विजयसार को एंटी-हाइपरलिपडेमिक गुण के लिए जाता है। यह एक तरह की लड़की है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर के लिए जाना जाता है। इसके अलावा विजयसार लो डेन्सिटी लिपोप्रोटीन और सीरम ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में भी सहायता करता है।

यह ब्लड शुगर या रक्त शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह डायबिटीज के कुछ लक्षणों को कम करता है। जैसे कि बार-बार पेशाब आना और अंगों में अत्यधिक जलन को कम करता है। इसका दवाईयों को कैप्सूल में भी प्रयोग किया जाता है।

आयुर्वेद विशेषज्ञों के अनुसार विजयसार की लकड़ी में औषधीय गुण होने के कारण इसमें पानी पीने से कई रोग दूर हो जाते है। हल्केो या गहरा लाल रंग की यह लकड़ी आपको किसी आयुर्वेदिक औषधि की दुकान से मिल जाएगी। साथ ही आप इस लकड़ी से बने गिलास लेकर इसमें पानी पी सकते है।

पनीर के फूल

पनीर के फूल

पनीर के फूल सोलानसेआए परिवार में एक फूल है, जो मुख्य रूप से भारत में पाया जाता है और आयुर्वेद में विभिन्न दवाओं में उपयोग किया जाता है। यह अनिंद्रा, घबराहट, अस्थमा और डाइबिटीज से लड़ने में मददगार है। यह प्रभावी ढंग से मधुमेह को बेहतर तरीके से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। इंसुलिन के बेहतर उपयोग के लिए यह फूल पैनक्रिया के बीटा कोशिकाओं को ठीक करने के लिए जाना जाता है।

सदाबहार

सदाबहार

मधुमेह का आयुर्वेदिक उपचार में सदाबहार का बहुत ही बड़ा योगदान है। इसे पेरिविंकल भी कहा जाता है। भारत में आम तौर पर पाया जाने वाला पौधा है जो मूल रूप से मेडागास्कर का फूल है। इसकी चिकनी, चमकदार और गहरे हरे रंग की पत्तियों को टाइप -2 मधुमेह के लिए प्राकृतिक चिकित्सा के रूप में कार्य करने के लिए जाना जाता है।

इसमें पाए जाने वाले कंपाउंड शरीर को स्वस्थ रखने में मदद के लिए जाने जाते हैं। आप नेचुरल रूप से रक्त शर्करा या ब्लड शुगर के स्तर को प्रबंधित करने के लिए इसके कुछ ताजे पत्तियों को चबा सकते हैं।

डायबिटीज कंट्रोल करने के टिप्स

मोटापे को कम करें

मोटापे को कम करें

यदि आपको मधुमेह की बीमारी से बचना है या फिर आप मधुमेह की बीमारी से पीड़ित हैं तो आप जल्द से जल्द अपने मोटापे को कम करने की कोशिश कीजिए। मधुमेह से पीड़ित व्यक्ति को अपना वजन हमेशा नियंत्रण में रखना चाहिए। क्योंकि ओवर वेट होने के कारण शुगर के स्तर को मेंटेन रखना बहुत मुश्किल होता है।

व्यायाम है जरूरी

योग व एक्सरसाइज से आप फिट रहेंगे और आपका वजन भी नियंत्रण में रहेगा। इससे ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है, जिससे शुगर कंट्रोल में ही रहती है।

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