खून की खराबी गंभीर स्वास्थ्य जटिलताएं पैदा कर सकती है। खून की खराबी में तत्काल मेडिकल हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है। प्राकृतिक और घरेलू उपायों का चयन भी आपकी मदद कर सकता है।
बीमारी और उपचार
read about diseases and their treatments in hindi, बीमारी और उपचार.
खून की कमी से होने वाले रोग
खून की कमी से होने वाले रोग की अगर बात की जाए तो इससे एनीमिया रोग हो सकता है। दरअसल जब खून की कमी या रेल ब्लड सेल की कमी हो जाती है तो शरीर में हीमोग्लोबिन कम हो जाता है।
थैलेसीमिया क्या है – जाने इसके लक्षण
थैलेसीमिया एक विरासत में मिली रक्त विकार है, जिसमें शरीर हीमोग्लोबिन का असामान्य रूप बनाता है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में प्रोटीन अणु है, जो शरीर में ऑक्सीजन ले जाने का काम करता है।...
रिकेट्स क्या है, जाने इसके उपचार
रिकेट्स सॉफ्ट और कमजोर हड्डियों से संबंधित रोग है। रिकेट्स के लक्षणों में हड्डियों में दर्द शामिल है। विशेषकर रीढ़, हाथ और पैरों में दर्द, मांसपेशियों में ऐंठन आदि। रिकेट्स कम से कम तीन...
एनोरेक्सिया नर्वोसा : कारण, लक्षण और उपचार
एनोरेक्सिया नर्वोसा एक मनोवैज्ञानिक और हानिकारक खाने से संबंधित बीमारी है, जो अत्यधिक और बिना कारण वजन घटना, अत्यधि वजन बढ़ने का डर और आपकी छवि से संबंधित आपके शरीर के कम वजन से परिभाषित होती...
लूस मोशन : कारण, लक्षण और रोकने के घरेलू उपाय
ऐसा देखा गया है कि जब आप ज्यादा मल त्याग करते हैं तब रेक्टल एरिया में खुजली, जलन, पीड़ा या दर्द होती है। यदि आप लूस मोशन की समस्या से ग्रसित हैं, तो आपको नीचे दिए गए लूज मोशन को रोकने के घरेलू...
पार्किंसंस रोग के लक्षण, कारण और उपचार
पार्किंसंस की बीमारी एक न्यूरो-डिजनेटिव डिसऑर्डर है जो डोपामाइन उत्पादन करने वाली मस्तिष्क कोशिकाओं के नुकसान के कारण शरीर के हिलने-जुलने वाले कार्यों में गड़बड़ी के कारण बनते है। इस बीमारी...
पेट के अल्सर के कारण, लक्षण और उपचार
पेप्टिक अल्सर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट पर एक खुली पीड़ादायक या कटाव है जो काफी दर्दनाक है।
हृदय रोग और स्ट्रोक को रोकने के लिए 10 उपाय
हृदय रोग और स्ट्रोक एक बहुत ही भयंकर बीमारी है, आइए जानते इसे रोकने के लिए उपायों के बारे में, heart and stroke disease in hindi.
एचआईवी और एड्स के बीच क्या अंतर है ?
ऐसा देखा गया है कि बहुत से लोग एचआईवी और एड्स का नाम सुनते ही एक अलग तरह रिएक्शन देते हैं। एचआईवी और एड्स को लेकर कई लोग भ्रमित रहते हैं और इसके अर्थ को समझने में भूल कर देते हैं।