बच्चों की देखभाल

छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका

छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीके

बच्चों में किताबे पढ़ाने की आदत डालना साक्षरता कौशल बनाने का एक अनिवार्य हिस्सा है। माता-पिता चाहते हैं कि उनका बच्चा पढ़ लिख कर अपने जीवन में बहुत सफल बनें। लेकिन यह काफी हद तक आपकी परवरिश पर भी निर्भर करता है।

आज हम छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका के बारे में जानेंगे। वैसे चाहे आप एक शिक्षक या माता-पिता हों, जोर से पढ़ना बच्चों के साथ जुड़ने का एक मजेदार और प्रभावी तरीका है। शोध ने साबित कर दिया है कि लाउड् पढ़ना सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। माता-पिता और शिक्षक बच्चों को सफल पाठक बनने में मदद कर सकते हैं।

छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका

किताबों को पारिवारिक जीवन का एक हिस्सा बनाओ

बच्चों के आस-पास हमेशा कोई न कोई किताब होनी चाहिए। आप उनके फन को ध्यान में रखते हुए किताबे खरीद सकते हैं। इस तरह आप अपने बच्चे को पढ़ने के लिए तैयार कर सकते हैं, भले ही यह केवल दस मिनट के लिए हो।

लाइब्रेरी से जुड़ने के लिए करें प्रेरित

लाइब्रेरी से जुड़ने के लिए करें प्रेरित

अगर आपका बच्चा थोड़ा बड़ा है तो आप उसे लाइब्रेरी से जुड़ने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। लाइब्रेरी वह स्थान है जहाँ विविध प्रकार के ज्ञान, सूचनाओं, स्रोतों, सेवाओं आदि का संग्रह रहता है। आप अपने बच्चे का लाइब्रेरी कार्ड भी बनवा सकते हैं। इस तरह आपका बच्चा कई तरह के किताबों से रुबरु हो पाएगा। आप अपने बच्चे को मौका दें कि वह क्या पढ़ना चाहते हैं बजाय कि आप उनको अपने हिसाब से पढ़ने के किताबे दें। इससे वह अपनी पसंद के काम पर फोकस कर पाएंगे। – किताब पढ़ने के फायदे

उनकी पसंद की किताबे ढूढने में कीजिए मदद

उनकी पसंद की किताबे ढूढने में कीजिए मदद

छोटे बच्चों को पढ़ाने का तरीका में एक तरीका यह है कि सही किताब की तलाश में आप अपनी बच्चे की मदद कर सकते हैं। ये किताबे ऐसी होनी चाहिए जो उनकी पसंद की हो। कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किताबें फिक्शन और नॉन फिक्शन है या फिर कविता और कॉमिक की है।
बच्चों के लिए सभी तरह की किताबें हैं अच्छी यह देखा गया है कि माता पिता अपने बच्चे को वही पढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं जो वह खुद पढ़ते हैं।

किताबे पढ़ने को लेकर बच्चे के लिए कोई नियम न बनाएं। अगर बच्चा नॉन फिक्शन, कॉमिक, ग्राफिक या फिर मैग्जीन पढ़ना चाहता है तो उसे पढ़ने दीजिए। उसके रुचि के अनुसार कोई भी किताबे पढ़ना उसे आगे जिंदगी में बहुत ही फायदा देगा।

पढ़ने के लिए कोई जगह निर्धारित न करें

बच्चों के पढ़ने के लिए कोई जगह निर्धारित न करें। बच्चा अगर बेड, बीनबैग या फिर सोफा पर पढ़ना चाहे तो उसे पढ़ने दीजिए। सुनिश्चित करें कि आपके बच्चे को पढ़ने के लिए आरामदायक जगह मिला है।  – पढ़ने के लिए ध्यान केंद्रित करने के तरीके

बच्चे से पूछे सवाल

बच्चे से पूछे सवाल

अगर कोई बच्चा अपनी पसंद की चीजें पढ़ रहा है तो आप उससे उसके बारे में सवाल जरूर पूछें। इस तरह आपका बच्चा खुशी-खुशी उस सवाल का जवाब जरूर देगा। आप उसके द्वारा दिगे गए उत्तर की जरूर तारीफ कीजिए। इससे बच्चा पढ़ने को लेकर और ज्यादा प्रेरित होगा।

विश्वास में वृद्धि करे किताबें

अगर आप बच्चा किसी किताब को बार-बार पढ़ना चाहता है तो आप उसे रोके ना। उसे जो किताबे या कविताएं पसंद है उसे पढ़ने दीजिए। इससे उसके अंदर विश्वास में वृद्धि होग।

पढ़ने की दीजिए आजादी

पढ़ने की दीजिए आजादी

बच्चा अनुभवों के भंडार के साथ कक्षा में पढ़ने की शुरुआत करता है। शिक्षक को चाहिए कि इस अनुभव के भंडार को व्यर्थ न जाने दें और बच्चे को पढ़ने की आज़ादी दें।

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