आयुर्वेदिक उपचार दांतों की देखभाल

दांत दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

दांत दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

दांत दर्द से बचाव के लिए आयुर्वेद में चिकित्सकीय देखभाल के बारे में बताया गया है। दांतों में सड़न हर किसी के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है। दांतों में सड़न ही एक चीज है, जिसकी वजह से दांत और मसूड़ों में समस्याएं उत्पन होती है, जो बहुत दर्दनाक और पूरी तरह से असुविधाजनक हो सकता है। यही कारण है कि हमें अपने दांतों के स्वास्थ्य की देखभाल करनी चाहिए। यदि दांत के सड़न से बचना है, तो आपको शक्तिशाली आयुर्वेदिक दंत चिकित्सा उपचार पर ध्यान देना होगा, जो दांत सड़न को रोकने में आपकी सहायता कर सकते हैं।

दांत दर्द का आयुर्वेदिक इलाज

दांत दर्द और सड़न से जूझने में मदद करे हर्बल स्टिक्स

दांत दर्द और सड़न से जूझने में मदद करे हर्बल स्टिक्स

कई बीमारियों के लिए जड़ी बूटी हमेशा प्रभावी उपाय है। यह स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए उपयोग में लाया जाता है। नीम के पेड़ का ताजा टूथ पिक दांत के सड़न से जूझने और दांतों को मजबूत और बरकरार रखने में एक प्रभावी तरीका है। इस हर्बल स्टिक्स में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कि प्लाक और कैविटी को दूर करने में मदद कर सकती हैं।

दांतों की समस्या को दूर करे ऑइल पुलिंग

ऑइल पुलिंग मूल रूप से दंत चिकित्सा और मौखिक स्वास्थ्य समस्याओं के कई मामलों का मुकाबला करने के लिए एक आयुर्वेदिक उपाय है। कई तेल उत्पादों जैसे नारियल तेल, तिल के बीज का तेल और सूरजमुखी का तेल आदि तेलो में दंत चिकित्सा और मौखिक स्वास्थ्य लाभ हैं। इससे गम समस्याओं का इलाज और सांसों की बदबू का इलाज किया सकता है। इसके अलावा इनको दांतों के लिए भी व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

दांत की सड़न में उपयोगी है मसूड़े की मसाज

दांत की सड़न में उपयोगी है मसूड़े की मसाज

एक गम या मसूड़े की मालिश स्वस्थ गम को रखने और सूजन वाले मसूड़ों का इलाज करने में एक प्रभावी उपाय है। सरसों के तेल और चुटकीभर नमक को मिलाकर आप अपने मसूड़ों की मसाज करें। रगड़ने के लिए मरहम का उपयोग कर सकते हैं। यह तरीका दांत को सफेद बना सकता है। यह सूजी हुई मसूड़ों, दांत दर्द और अन्य गम समस्याओं के उपचार में भी मदद करता है।

मुक्ता पिष्टी

मुक्ता पिष्टी और मोती भस्म पर्ल या मोती से बनायी जाने वाली आयुर्वेदिक औषधि है, जिसे आयुर्वेद के साथ यूनानी चिकित्सा पद्धति में भी इस्तेमाल किया जाता है। यह आयुर्वेदिक उपाय कैल्शियम में समृद्ध है, जो दांतों को मजबूत रखने और दंत समस्याओं का इलाज करने में प्रभावी है। मुक्ता पिष्टी अपने राहत और ठंडा प्रभावों के लिए विशेष रूप से मसूड़े के दर्द और दांत दर्द के लिए जाना जाता है।
यह प्राकृतिक उपाय कैल्शियम में समृद्ध होता है, जो हड्डियों और दांतों के लिए बहुत अच्छा होता है। मुक्ता पिष्टी कैप्सूल के रूप में बेचा जाता है, जो कि इसे सेवन करना आसान बनाता है। यह दंत स्वास्थ्य को बनाए रखने और गम और दांत समस्याओं का इलाज करने में मदद कर सकता है।

दांतों के लिए नमक

दांतों के लिए नमक

नमक के प्राकृतिक स्वास्थ्य गुणों में दांतों को स्वस्थ बनाए रखने और दांतों और गम की समस्याओं के कारण दांत के दर्द से राहत पाने में श्रेष्ठ है। आप नमक के पानी के साथ गरारे करें आपको प्लाक और कैविटी से छुटकारा मिलेगा। यह दांत की सड़न और गम की समस्याओं को रोक देगा। यह विधि दांतों को सफेद करने का एक प्रभावी तरीका भी है।

मुलेठी या लीकोरिस एक अन्य प्रकार की हर्बल स्टिक है, जो दंत और मौखिक देखभाल गुणों में समृद्ध है और आपके दांतों को मजबूत और अक्षुण्ण रखने में मदद कर सकता है। हर्बल स्टिक्स मुलेठी के कई स्वास्थ्य लाभ हैं जैसे यह प्लाक को हटाने में मदद करता है और दांतों को सफेद भी बनाता है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment