दांतों की देखभाल

मसूड़े मजबूत करने के उपाय

मसूड़े मजबूत करने के उपाय

जिस तरह आप अपने शरीर की देखभाल करते हैं, उसी तरह आपको मौखिक स्वच्छता पर भी ध्यान देना चाहिए। मौखिक स्वच्छता में मसूड़े साफ सफाई भी आती है। आज हम मसूड़े मजबूत करने के उपाय के बारे में बात करेंगे। दरअसल मसूड़े की कोई भी बीमारी होती है तो हमे पता ही नही चलता। आमतौर पर यह दर्द रहित होता है, ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता चलता कि उनके मसूड़ों में कुछ भी गलत हो रहा है।

मसूड़े की बीमारी क्या है

मसूड़े की बीमारी क्या है

गम या मसूड़े की बीमारी तब शुरू होता है जब प्लाक गम लाइन के नीचे और उसके साथ बनता है। प्लाक एक चिपचिपा पदार्थ है जो बैक्टीरिया से भरा हुआ है। यह मसूड़े और हड्डी को चोट संक्रमित कर सकता है।

जिससे मसूड़े की बीमारी और दांत में सड़न हो जाता है। प्लाक गिंगिवाइटिस का भी कारण बन सकता है। गिंगिवाइटिस के कारण आपके मसूड़े सूज सकते हैं या फिर लाल भी हो सकते हैं। इससे खून भी आ सकता है।

मजबूत मसूड़े के लिए नियमित रूप से कीजिए फ्लॉस

ऐसा देखा गया है कि लोग ब्रश तो करते हैं लेकिन फ्लॉस नहीं करते हैं या उन्हें फ्लॉस करने की आदत नहीं है। यदि मसूड़े मजबूत करना है तो आप एक दिन में कम से कम एक बार फ्लॉस करें।

आपको बता दें कि फ़्लॉसिंग उन जगहों पर प्लाक और खाद्य कणों को हटा देती है जहां टूथब्रश आसानी से नहीं पहुंच सकता है। चूंकि प्लाक का बढ़ना दांत के सड़न और मसूड़े की बीमारी का कारण बन सकता है।

नियमित तौर पर दांत की सफाई

नियमित तौर पर दांत की सफाई

मसूड़े को मजबूत करने के लिए आप नियमित रूप से अपने दांत की सफाई जरूर कराएं। यदि आप नियमित तौर पर अपने दांतों का चेकअप करवाते हैं तो आपका दंत चिकित्सक यानी दांत का डॉक्टर प्रारंभिक मसूड़े की बीमारी के लक्षणों का पता लगा सकता है। इससे पहले कि वे अधिक गंभीर बने लक्षणों का इलाज किया जाना चाहिए।

आपको बता दें कि टार्टर को हटाने का एकमात्र तरीका मौखिक सफाई है। इससे किसी भी तरह के प्लाक से छुटकारा पाया जा सकता है।

धूम्रपान करना छोड़ दें

धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, देश में युवाओं में धूम्रपान की लत पिछले कुछ सालों से बढ़ती जा रही है। मसूड़े की बीमारी के लिए धूम्रपान एक बड़ी वजह है। इससे मसूड़े के रोग की शुरुआत होती है।

इससे मसूड़े सिकुड़ जाते हैं और दांतों के आस-पास की हड्डियां गल जाती हैं। चूंकि धूम्रपान आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम को कमजोर करता है, इसलिए यह मसूड़े के संक्रमण से लड़ना मुश्किल बनाता है। इसके अलावा, धूम्रपान करने से आपके मसूड़ों को ठीक करना मुश्किल हो जाता है।

एक दिन में दो बार करें ब्रश

एक दिन में दो बार करें ब्रश

मसूड़े को सेहतमंद रखने के लिए आपके दांतों के बीच दैनिक ब्रशिंग और सफाई महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह प्लाक को हटा देती है। आपको दिन में कम से कम दो बार ब्रश करना चाहिए।

आप चाहे तो हर भोजन के बाद अपने दांत ब्रश कर सकते हैं। इससे आपके दांतों और मसूड़ों के बीच फंसे भोजन और प्लाक को दूर करने में मदद मिलती है।

इसके अलावा अपनी जीभ भी स्क्रब करें, क्योंकि यह बैक्टीरिया को उत्पन होने से रोक सकता है। इस बात का ध्यान दीजिए कि आपका टूथब्रश सॉफ्ट होना चाहिए और आपके दांत और मुंह के लिए फिट होना चाहिए।

आप बैटरी संचालित या इलेक्ट्रिक टूथब्रश पर भी विचार कर सकते हैं। ये मैन्युअल ब्रशिंग की अपेक्षा गिंगिवाइटिस और प्लाक को कम करने के लिए काफी मददगार सिद्ध हो सकता है। इसके अलावा तीन से चार महीने में आप अपने टूथब्रश को जरूर बदलें।

फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल

फ्लोराइड टूथपेस्ट का इस्तेमाल

मसूड़े मजबूत करने के उपाय में एक उपाय यह है कि आप फ्लोराइड टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल करें। आपको बता दें कि टूथपेस्ट के लिए कई ब्रांड यह दावा करते हैं कि उनके टूथपेस्ट से गिंगिवाइटिस कम हो जाती है साथ ही इससे ताजा सांस, और दांतों को सफ़ेद करने में मदद मिलती है।

आपको जानना चाहिए कि स्वस्थ मसूड़ों के लिए कौन सा टूथपेस्ट आपके लिए अच्छा है? टूथपेस्ट चुनना सुनिश्चित करें, जिसमें फ्लोराइड होता है। उसके बाद, स्वाद और रंग आप पर निर्भर करता है।

थेरप्यूटिक माउथवाश

थेरप्यूटिक माउथवाश से गिंगिवाइटिस को रोकने या कम करने, टार्टर विकसित होने वाली गति को कम करने, या इन लाभों के संयोजन को कम करने में मदद मिल सकती हैं।

इस तरह के माउथवाश का उपयोग करके आपके मुंह में जो भी पार्टिकल या मलबे पड़े हो उसे साफ कर सकते हैं। हालांकि यह फ़्लॉसिंग या ब्रश करने का एक विकल्प नहीं है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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