दांतों की देखभाल

ओरल हाइजीन को कैसे बनाएं रखें

ओरल हाइजीन को कैसे बनाएं

अपने दांतों की अच्छी देखभाल करना आपको एक अच्छी मुस्कान देता है, साथ ही यह आपको दांत की समस्या से भी आपको दूर रखता है। खराब ओरल हाइजीन या मौखिक स्वच्छता हृदय रोग, मधुमेह, और गर्भावस्था जटिलताओं से जुड़ा हुआ है और दाँत के नुकसान से खाना खाने में मुश्किल हो सकती है। यदि आप ओरल हाइजीन का अभ्यास और रखरखाव करना चाहते हैं, तो आपको अपने दांतों पर बहुत ध्यान और देखभाल करने की आवश्यकता है।

ओरल हाइजीन न केवल स्वस्थ मुस्कान, दांत और मसूड़ों के लिए अच्छा है, बल्कि यह पूरे शरीर पर भी सकारात्मक प्रभाव डालता है। तो आइए जानते हैं ओरल हाइजीन को कैसे बनाएं रखें।

दिन में दो बार कीजिए ब्रश

दिन में दो बार कीजिए ब्रश

आप दिन में दो बार ब्रश कीजिए। एक सुबह का नाश्ता करने के बाद और दूसरा रात को डिनर करने के बाद। इस तरह आप किटाणुओं को पनपने से रोक सकते हैं। अधिकाश सलाह में दिन में दो बार ब्रश करने की बात कही गई है जबकि एक सलाह में दिन में तीन बार ब्रश करने का सुझाव दिया गया है। – दांत उखाड़ने के बाद क्या करना चाहिए

ब्रश नरम होना चाहिए

सस्ते टूथब्रश के चक्कर में अक्सर लोग कोई भी टूथब्रश खरीद लेते हैं। जिसके चलते ब्रश का आकार, उसके अक्खड़पन किसी का ध्यान नहीं जाता। ओरल हाइजीन यदि बरकरार रखना है, तो आप नरम टूथब्रश को ही अपनी पसंद बनाइए।

फ्लोराइड टूथपेस्ट

फ्लोराइड हमारे टूथपेस्ट में पाया जाने वाला एक आम तत्व है। इससे दांत खराब नहीं होता। इसलिए यदि आपको अपने दांतों को स्वच्छ रखना है तो आप फ्लोराइड टूथपेस्ट का ही इस्तेमाल कीजिए।

ब्रश करने का तरीका बदलें

ब्रश करने का तरीका बदलें

साधारण तरीके से ब्रश करने की अपेक्षा आप ब्रश को 45° के कोण पर ब्रश को पकड़ कर ब्रश करने की कोशिश करें, ताकि दांत पर लगा प्लाक और खाद्य/पेय पदार्थ के कण निकल जाए।

फ्लॉस भी है जरूरी

दांतों को स्वस्थ और सुंदर बनाए रखने के लिए केवल ब्रश करना पर्याप्त नहीं है, आपको इसके लिए और भी कुछ करने की जरूरत है। दिन में एक बार, अपने दांतों के बीच तंग जगहों को साफ करने के लिए दंत फ़्लॉस का उपयोग करें। ब्रश से पहले फ्लॉस करें – इस तरह आपके टूथपेस्ट में फ्लोराइड दांत की सतह को अधिक कोट कर सकते हैं। आप उस दिन को चुनें जब आपके पास भरपूर समय हो। ताकि आप प्रत्येक दांत को सावधानीपूर्वक साफ कर सकें।

आपको बता दें कि फ्लॉसिंग आपके मुंह के स्वास्थ्य यानी ओरल हायजीन का एक जरूरी हिस्सा माना जाता है। फ्लॉसिंग करने से न केवल मसूड़ों की बीमारियां होने का खतरा कम रहता है बल्कि दांतों की उचित सफाई भी होती है।

अपने डॉक्टर से लें सलाह

अपने डॉक्टर से लें सलाह

अपने दंत चिकित्सक या दांत के डॉक्टर के साथ बात करें कि आपको किस प्रकार का माउथवाश उपयोग करना चाहिए, और कितनी बार। कुछ माउथवाश बैक्टीरिया को मारते हैं, कुछ में फ्लोराइड होता है, और कुछ में दोनो होता है। इस बात का ध्यान दीजिए कि माउथवाश का उपयोग करने के बाद, 30 मिनट के लिए कुछ न खाएं, पीएं या कुल्ला करें।

इसके अलावा हर छह महीने में या आपको साल में कम से कम दो बार दांत के डॉक्टर से दांत की सफाई जरूर करवानी चाहिए।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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