डाइट प्लान

पतले होने का डाइट प्लान – क्या खाएं और ना खाएं

मोटापा भारतीयों में बढ़ रही एक समस्या की तरह है। इसके पीछे की मुख्य वजह खान-पान में बदलाव और व्यायाम की कमी है। भारत में मोटापे से संबंधित पुरानी बीमारियों जैसे हृदय रोग और डायबिटीज में वृद्धि देखी गई है।

मोटापे से बढ़ती बीमारियों को देखते हुए लोग पतले होने का डाइट प्लान के बारे में विचार कर रहे हैं। इस आलेख में हम आपको बताएंगे कि स्वस्थ भारतीय आहारों का अनुसरण करके कैसे अपने वजन को घटा सकते हैं।

पतले होने का डाइट प्लान

पतले होने का डाइट प्लान

ब्रेकफास्ट – आपका ब्रेकफास्ट प्रोटीन से भरपूर होना चाहिए। आप नाश्ते में मूंग दाल का पाराठा, पोहा या उपमा, विभिन्न रूपों में अंडा और दूध या जूस के साथ बीनट बटर सैंडविच आदि आप खा सकते हैं।

लंच से पहले का नाश्ता (Mid-morning snack) – आप कोई भी एक फल खाइए। इसके थोड़ी देर बाद आप ग्रीन टी का सेवन कीजिए। ग्रीन टीन वजन को कम करने में सहायता करेगा। इससे टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो सकता है, कार्डियोवैस्कुलर बीमारी का खतरा कम हो जाता है और वजन घटाने में मदद मिलती है।

लंच – लंच के लिए आप घर की बनी दाल या फली की सब्जी, रोटी, हरी सब्जी और सलाद और रायता या दही का सेवन कर सकते हैं।
शाम के नाश्ता – प्रोटीन शेक, नट्स और बीज, शाकाहारी सैंडविच या दूध और सेब का सेवन कर सकते है। पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एक अध्ययन में पाया है कि बादाम जैसे नट्स खराब कोलेस्ट्रॉल में लाभ देते हैं और इसलिए इसे अपने आहार में शामिल किया जाना चाहिए।

रात का डिनर – रात में आप रोटी और ब्राउन राइस के साथ दाल और सब्जी का सेवन कर सकते हैं। आप वेजिटेबल सूप भी ले सकते हैं।

पतले होने के लिए ये डाइट आपकी करेंगे मदद

पतले होने के लिए प्लांट बेस डाइट लीजिए

प्लांट बेस डाइट कई तरह के स्वास्थ्य लाभों से जुड़े हुए हैं। ये हृदय रोग, डायबिटीज और स्तन और कोलन कैंसर जैसे कुछ कैंसर के होने की संभावना को कम करते हैं। इसलिए अपने डाइट में प्लांट बेस आहारों को शामिल कीजिए। – विराट कोहली क्या खाते है

भारतीय मसालों में है जादू

भारतीय मसाले स्वाद के साथ एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी से भरपूर है जो इसे दुनिया में एक अलग ही पहचान देते हैं। हल्दी, मेथी, धनिया, अदरक और जीरा जैसे पारंपरिक मसाले समृद्ध स्वाद और शक्तिशाली पौष्टिक लाभ के लिए जाने जाते हैं।

ये मसाले न केवल पाचन स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं बल्कि गैस्ट्र्रिटिस, अम्लता और सूजन तथा वजन को कम करने में मदद करते हैं। हल्दी, भारत में उपयोग की जाने वाली सबसे लोकप्रिय मसालों में से एक है। इसे एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-कैसर गुणों के लिए जाना जाता है।

बीज और नट्स भी है फायदेमंद

तिल के बीज, सूरजमुखी के बीज, अखरोट, और पाइन नट जैसे नट और बीज दिल को स्वस्थ रखने वाले पुफा और एमिनो एसिड से भरपूर हैं, जो स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल को बनाए रखने में मदद करते हैं, रक्त प्रवाह में सुधार करते हैं तथा तत्काल ऊर्जा प्रदान करते हैं।

पत्तेदार सब्जियां

स्थानीय रूप से उगाए जाने वाले हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे कि पालक, सरसों और मेथी विटामिन से भरे हुए हैं और कैलोरी में कम होते हैं और ऊर्जा के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं।

इनका भी करें सेवन

नींबू पानी और आंवले का रस विटामिन सी से भरपूर है जिसमें फैट को बर्न करने के गुण भी पाए जाते हैं। इसके अलावा आप बींस का भी आप सेवन कर सकते हैं जिसमें घुलनशील फाइबर होता है और जो वजन को कम कर सकते हैं। – हरी पत्तेदार सब्जियां खाने के फायदे

पतले होने के लिए और क्या करें

सब्जियों, दाल आदि में कम तेल या घी का प्रयोग करें। भारतीय घर का बना खाना सबसे अच्छा आहार माना जाता है। आपके लिए रोटी, सब्जी, पोहा, इडली, मक्खन और नारियल का पानी सभी उत्कृष्ट विकल्प है। ये खाद्य पदार्थ आपको अपने शरीर की ऊर्जा देता है।

इसके अलावा सभी जंक फूड से बचें, चाहे वह भारतीय या फिर पश्चिमी देश के हो। समोसा, कचौरी, पिज्जा, डोनट्स सभी समान रूप से आपके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। अतिरिक्त शुगर वाले खाद्य पदार्थ, और प्रोसेस्ड फूड जिनमें उच्च मात्रा में ट्रांस-वसा हो उससे भी आप बचें।

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