अस्थमा

सर्दियों में होने वाली संक्रामक बीमारियां

सर्दियों में होने वाली संक्रामक बीमारियां

जैसा कि शीतकालीन मौसम शुरू हो गया है, और यह मौसम अपने साथ में जुखाम और फ्लू भी लाता है। सर्दियों के दौरान डॉक्टरों के क्लिनिक और अस्पताल बच्चों और अन्य ठण्ड से प्रभावित रोगियों से भर जाता है। डॉक्टर और अस्पताल सभी को स्वस्थ करने के लिए प्रयास करते हैं। आज हम आपको, कुछ सामान्य शीतकालीन बीमारियों से आपको अवगत कराएंगे।

सर्दियों में होने वाली संक्रामक बीमारियां

सामान्य जुखाम

सर्दियों में होने वाली संक्रामक बीमारियां - सामान्य जुखाम

सर्दी-जुखाम एक नाक की नाड़ी का जमना, गले में खराश, खांसी या सिरदर्द द्वारा होने वाला वायरल संक्रमण है। सर्दी-जुखाम से बच्चों को बुखार भी हो सकता है और यह बुखार आम तौर पर हलके होते हैं। सर्दी-जुखाम कई अलग-अलग प्रकार के वायरस के कारण होते हैं। अधिकांश सर्दी-जुखाम 3-5 दिनों से अधिक रहने पर अधिक खराब हो जाते है और फिर लगभग 7-10 दिनों में दवाई लेने के साथ ठीक भी हो जाते है।

इंफ्लुएंजा

इंफ्लुएंजा आमतौर पर फ्लू के रूप में जाना जाता है, जो अक्सर तेज बुखार, खांसी, गले में खराश, सिरदर्द और मांसपेशियों में जकड़न और दर्द के साथ आता है। यह बुखार अक्सर 5 दिनों तक रहता है जिसमें फ्लू से लड़ने में सहायता के लिए कुछ एंटीवायरल दवाएं उपलब्ध होती हैं। कभी-कभी फ्लू से होने वाली गंभीर बीमारयों में छोटे बच्चों को अस्पताल में भर्ती किये जाने की सलाह भी दी जाती है। आपके परिवार को इस बीमारी से बचाने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप सुनिश्चित करें कि आपके परिवार के हर व्यक्ति को एक वार्षिक फ्लू वैक्सीन का टीका लगवाया जाये।

ब्रोंकाइटिस

ब्रोंकाइटिस एक वायरल संक्रमण है जो फेफड़ों में ब्रांकिओल्स के सूजन का कारण बनता है। ब्रांकिओल्स फेफड़ों में सबसे छोटे अंश होते हैं, जिनसे हवा गुजरती हैं, इसलिए इनकी सूजन आपकी सांस लेने की क्षमता को मुश्किल करती है। इसके अन्य लक्षणों में नाक का जमना, गले में खराश, हलके बुखार, छाती में घरघराहट और डिहाइड्रेशन शामिल है। एक डॉक्टर से दवाई लेने के बाद आप ब्रोंकाइटिस से ठीक हो सकते हैं, परन्तु, ब्रोंकाइटिस में अधिक गंभीर श्वास की समस्याओं और डिहाइड्रेशन के कारण कभी-कभी अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता होती है। ज्यादा समय तक ब्रोंकाइटिस रोगियों में खांसी का कारण बनती है, जो दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक रहती है।

 

अस्थमा और साइनोसाइटिस

यदि आप एक अस्थमा रोगी है, तो सर्दियों में यह अस्थमा अधिक खतरनाक हो जाता है। ठंडी और शुष्क हवा से वायुमार्ग अधिक कस जाते है, जिससे सांस लेने में और अधिक कठिनाई होती है। इसलिए आप अपने घरों को धुएं से मुक्त रखें। आप सप्ताह में कम से कम एक बार अपने बिस्तर की चादर जरूर धोएं और धूल से भी दूर रहें। सर्दी में नाक का जमना, सिरदर्द, खांसी, नाक का बहना जैसे लक्षण बहुत आम हैं। साइनस समस्याएं तब होती हैं जब कोई उचित वेंटिलेशन नहीं होती है, इसलिए आप साइनोसाइटिस से छुटकारा पाने के लिए पर्याप्त आराम करें, स्वस्थ भोजन खाएं और बहुत से तरल पदार्थ पिएं।

खराब गला

स्ट्रेप गले बैक्टीरिया स्ट्रेक्टोकोकस के कारण होने वाला गले का एक संक्रमण है जो गले में खराश और टॉन्सिल करता है। इसके अन्य लक्षणों में सिरदर्द, गर्दन की लिम्फ नोड्स में सूजन, पेट में दर्द और कभी-कभी उच्च बुखार और उल्टी भी शामिल है। इसमें अधिकांश लोग एंटीबायोटिक दवाएं खाने के एक हफ्ते के बाद ठीक हो जाते हैं, परन्तु स्ट्रेप गले का इलाज न किये जाने पर यह अधिक समस्याएं पैदा कर सकता है। डॉक्टर केवल उनही रोगियों को कार्य या स्कूल में जाने की सलाह देते है, जो कम से कम 24 घंटों से एंटीबायोटिक दवाएं खा रहे होते है, क्योंकि स्ट्रेप गला एक संक्रामक रोग है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment