लाइफस्टाइल

लड़कियां लड़कों के बारे में क्या सोचती है

लड़कियां लड़कों के बारे में क्या सोचती है

यह अंदाजा लगाना बहुत ही मुश्किल होता है कि सामने वाला व्यक्ति आपके बारे क्या सोच रहा है। लेकिन हम अपने अनुभव और तर्क के आधार पर यह अंदाजा लगा लेते हैं कि सामाने वाला आपके बारे में क्या विचार रखता है। लेकिन एक सवाल जो सभी लड़कों के मन रहता है कि लड़कियां लड़कों के बारे में क्या सोचती है? दरअसल इसके बारे में हर कोई जनना चाहता होगा, आज हम आपको इस लेख के माध्यम से जरूर बताएंगे। आइए जानते हैं।

लड़कियां लड़कों के बारे में क्या सोचती है

लड़के किसी बात को सुनते नहीं है

लड़कियों का मानना है कि लड़के केवल अपनी ही बात करते हैं। वह दूसरों की बातों को कभी नहीं सुनते हैं। जैसे क्रिकेट में मैने इतने रन बनाएं, मैंरे साथ ऐसा हुआ, मैं उस म्यूजिक फेस्टिवल में गया हुआ हूं आदि। लड़कियों की माने तो वह अपनी बात के आगे किसी और की नहीं सूनते।

वैसे हर व्यक्ति को एक अच्छा लिसनर भी बनना चाहिए। एक अच्छे लिसनर के गुण होने से आप एक अच्छी बातचीत के दौरान समां बांध सकते हैं। इसके अलावा आप सामने वाले से बेहतर रिश्ता भी कायम कर पाते हैं।

लड़के खुद को लड़कियों से मानते हैं बेहतर

लड़के खुद को लड़कियों से मानते हैं बेहतर

लड़कियां लड़कों के बारे में एक चीज और सोचती है। वह कहती हैं कि लड़के खुद को लड़कियों से बेहतर मानते हैं। अब भले ही किसी चीज में बेहतर हो या ना हो। लड़को को ऐसा लगता है कि वह शारीरिक रूप से मजबूत हैं इसलिए वह सबकुछ कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। हिम्मत और जुनून ही वह चीज है जिसकी वजह से लड़का हो या लड़की अपनी सफलता को हासिल करता है।

स्कूल में सीखने का माहौल लड़कियों और लड़कों दोनों के अकादमिक प्रदर्शन को प्रभावित करता है। वैसे स्कूल में सीखने को लेकर लड़कियां ज्यादा गंभीर होती हैं। वैसे एक नए शोध से पता चला है कि लड़के उन स्कूलों में बेहतर प्रदर्शन करते हैं, जहां छात्राओं की संख्या अधिक होती है।

एक और चीज पायलटों के चयन के लिए देश में एक कम्प्यूटराइज्ड मशीन बनाई गई है, जिसके टेस्ट से पता चला है कि लड़कियों में कई जिम्मेदारियां एक साथ निभाने की क्षमता लड़कों से बेहतर है। इस तरह वह मल्टी टास्किंग में भी लड़कों से बेहतर हैं।

सहायता न मांगने पर भी सहायता करना

लड़कियों का मानना है कि कई लड़के ऐसे होते हैं जो खुद को अच्छा बनाने के लिए बिना मांगे किसी की सहायता करने लगते हैं जबकि सामने वाले को किसी सहायता की जरूरत भी नहीं है। कई लड़के शायद इसलिए भी करते हैं ताकि सामने खड़ी लड़की के मन में एक बहुत ही अच्छा इंप्रेशन बने।

लड़कों को परवाह नहीं है कि वे कैसा दिखते हैं

लड़कियां लड़कों के व्यक्तित्व के बारे में भी सोचती हैं। उनका मानना है कि कई लड़कों परवाह भी नहीं रहता कि वे कैसे दिख रहे हैं। वह अपनी बॉडी, अपने बाल और अपने वजन का सही तरीके से ख्याल भी नहीं रख पाते हैं।

वैसे बता दें कि सुंदर व स्टाइलिश दिखने पर सिर्फ महिलाओं का ही कॉपी राइट नहीं है, पुरुष भी सुंदर और बेहतर स्टाइलिश लग सकते हैं।

पुरुषों को स्नेह पसंद नहीं है

पुरुषों को स्नेह पसंद नहीं है

हर किसी को स्नेह पसंद है, लेकिन महिलाओं को लगता है कि पुरुषों को स्नेह पसंद नहीं है। अगर पसंद भी है तो वह जताते नहीं हैं। वह प्यार पर दो बाते करना भी पसंद नहीं करते हैं।

लड़के करते हैं बहस

लड़कियां लड़कों के बारे में यह भी सोचती हैं कि लड़के हर छोटी-छोटी बातों बहस करते हैं। उनके अनुसार लड़कों का बहस इस कदर होता है कि वह किसी और की बात को नहीं सुनते हैं। वैसे लड़के भी लड़कियों पर यही आरोप लगाते हैं।

लड़कियों को लगता है कि लड़के एक सीमित दायरे से बाहर निकलकर सोच नहीं पाते या सोचने की कोशिश नहीं करते हैं। वह हमेशा एक चीज को बार-बार रिपीट करेंगे, जिससे सामने वाला व्यक्ति बोरिंग महसूस करने लगता है।

वैसे किसी भी व्यक्ति को सफल होना है तो उसे सीमित दायरे से बाहर निकलकर कुछ बड़ा सोचना होगा। यह चीज आपको कुछ नया करने की प्रेरित भी करेगा।

फिल्म देखते समय रोना नहीं

फिल्म देखते समय रोना नहीं

अगर कोई फिल्म भावनात्मक है तो देखा गया है लड़कियां रोने लगती हैं जबकि लड़कियों का मानना है कि फिल्म देखते समय लड़के रोते नहीं हैं। हालांकि ऐसा नहीं है। भावुक लड़के कई बार फिल्म देखते समय रोने लगते हैं।

वैसे शोध के मुताबिक फिल्म देखते समय रोने वाले ये लड़के दिल के अच्छे होते हैं, पर इनकी निर्णय लेने की क्षमता थोड़ी कमजोर होती है।लड़कियां इन्हें पसंद भी करती हैं।

किसी भी जगह फार्ट मारते हैं लड़के

लड़कियों का मानना है कि फार्ट मारते समय पुरुष सोचते नहीं है कि वह कितने साल के हैं। वह किसी भी स्थिति में फार्ट मार देते हैं। हालांकि यह नेचुरल अवस्था है और इस पर किसी को रोका नहीं जा सकता।

दांत की सफाई नहीं करते हैं लड़के

लड़कियों को लगता है कि लड़के रोज ब्रश नहीं करते हैं। वह कभी कभार ब्रश करते हैं। वहीं लड़को की माने तो वह नियमित रूप से दांतो की सफाई करते हैं। वैसे विशेषज्ञों का मानना है कि आप अगर अपने दांतों को सेहतमंद रखना चाहते हैं, तो जरूरी है कि दिन में दो बार टूथब्रश से उन्हें साफ करें।

लड़के कमिटमेंट से करते हैं घृणा

लड़के कमिटमेंट से करते हैं घृणा

सलमान ख़ान अपनी फिल्मों की तरह रियल लाइफ में भी कमिटमेंट को ही तवज्जो देते हैं। खासतौर से अपने परिवार को लेकर वह बहुत कमिटेड हैं, लेकिन लड़कियों को ऐसा नहीं लगता है। लड़कियां लड़कों के बारे में यह सोचती हैं कि वह किसी भी कमिटमेंट से डरते हैं और उससे घृणा करते हैं। जब वह किसी चीज को लेकर कमिटमेंट करते हैं तो उसे तोड़ भी देते हैं।

लडके साफ-सफाई का नहीं रखते ख्याल

स्वस्थ रहने के लिए सिर्फ खान-पान ही अच्छा नहीं होना चाहिए बल्कि इसके साथ शरीर और आस-पास की साफ-सफाई रखना भी बहुत जरूरी हैं। स्वच्छता घर के अंदर व बाहर दोनों जगह होनी चाहिए। साफ-सफाई से आपके व्यक्तित्व की सही पहचान बनती है। लड़कियों का मानना है कि लड़के साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखते हैं। उनके कपड़े से लेकर उनका रूम हर चीज गंदा रहता है और वह बहुत ही असभ्य तरीके से रहते हैं।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment