माइग्रेन

माइग्रेन के 7 कारण तथा यह कैसे होता है ट्रिगर

माइग्रेन के कारण तथा यह कैसे होता है ट्रिगर

माइग्रेन एक तंत्रिका संबंधी स्थिति (neurological condition) है जो कई तरह के लक्षणों को पैदा कर सकती है। इसकी विशेषता यह है कि सिर के किसी एक हिस्से में तेज दर्द होता है। अगर इसके लक्षणों की बात करें तो मतली, उल्टी, थकान महसूस होना, चिड़चिड़ापन, गर्दन में अकड़न, बोलने में कठिनाई, प्रकाश तथा ध्वनि की संवेदनशीलता शामिल है। माइग्रेन किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।

माइग्रेन के कारण

माइग्रेन के कारण

1. माइग्रेन की समस्या आमतौर पर महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। कभी-कभी शुरुआती उम्र में इस समस्या को ज्यादा देखा जाता है।

2. हेरिडिटरी या वंशानुगत कारक भी माइग्रेन के जन्म पर एक बड़ा प्रभाव डालता है।

3. ज्यादा तनाव लेने की वजह से भी माइग्रेन की समस्या देखने को मिलती है।

4. हार्मोन्स स्तर में होने वाले बदलावों की वजह से कई बार माइग्रेन और क्रोनिक सिरदर्द की समस्या होने लगती है।

5. वातावरण में बदलाव जैसे तापमान में अचानक बढ़ोतरी भी माइग्रेन की समस्या बढ़ा सकती है।

6. देखने में समस्या या कभी-कभी कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बहुत देर तक काम करने की वजह से भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।

7. यदि हमारे शरीर को प्रोपर डाइट नहीं मिल रही है तब भी हमें माइग्रेन की समस्या से रुबरु होना पड़ता है। – सिर दर्द के 5 कारण क्या जानते हैं आप

माइग्रेन ट्रिगर कैसे करता है

माइग्रेन ट्रिगर कैसे करता है

1. यदि आप पूरे दिन स्ट्रेस लेते हैं, तो यह ट्रिगर कर सकता है।

2. कई बार स्लीप साइकिल में बदलाव की वजह से माइग्रेन ट्रिगर कर सकता है।

3. सुबह का नाश्ता न लेने या फिर लंबे समय तक धूप में रहने की वजह से भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है।

4. गर्भनिरोधक गोलियों का उपयोग सहित मासिक धर्म।

5. कुछ खाद्य पदार्थ जैसे कोल्ड ड्रिंक, डेयरी उत्पाद और थियामिन युक्त खाद्य पदार्थ से भी माइग्रेन ट्रिगर कर सकती है।

6. माइग्रेन को ट्रिगर करने में ब्राइट लाइट, तेज गंध, शोर और आवाज भी योगदान देती है।

माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए कई तरह की दवाइयां मौजूद हैं लेकिन आप चाहें तो कुछ नेचुरल तरीके अपनाकर भी माइग्रेन के दर्द को कम कर सकते हैं।

1. माइग्रेन के दर्द में मैग्नीशियम बहुत ही कारगर तरीके से काम करता है। हरी पत्तेदार सब्जिमयों में पर्याप्त मात्रा में मैग्नीशि‍यम पाया जाता है। इसके अलावा अनाज, सी-फूड और गेंहूं में भी भरपूर मात्रा में मैग्नीशियम होता है।

2. अदरक आयुर्वेद के अनुसार अदरक आपके सिर दर्द को ठीक कर सकता है। भोजन बनाते वक्त उसमें थोड़ा सा अदरक मिला दें और फिर खाएं। आप दिन में दो बार अदरक की चाय भी पी सकते हैं।

3. खाने के साथ नियमित रुप से लहसुन की दो कलियों का सेवन जरूर करें। यह आपको माइग्रेन की समस्या से बचाता है।

4. हाइड्रेटेड रहना तथा प्रति दिन, पुरुषों को लगभग 13 कप तरल पदार्थ पीना चाहिए और महिलाओं को 9 कप पीना चाहिए।

5. दिन में कोई भी मील न छोड़े। सुबह का नाश्ता बहुत ही जरूरी है।

6. माइग्रेन की समस्या को दूर करने के लिए भरपूर नींद लेना बहुत ही जरूरी है।

7. नियमित रूप से व्यायाम करें। व्यायाम न केवल तनाव को कम करने में मदद कर सकता है बल्कि वजन भी कम कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि मोटापा माइग्रेन से जुड़ा हुआ है।

इसके अलावा व्यायाम जब भी करें ज्यादा तेज या फास्ट न करें बल्कि धीरे-धीरे करें और हल्के औजारों का इस्तेमाल करें। बहुत तेज और तीव्रता से शुरू करने से माइग्रेन ट्रिगर हो सकता है।

माइग्रेन में परहेज

माइग्रेन में परहेज

यदि आपको माइग्रेन की समस्या से छुटकारा पाना है तो आपको उन आहारों से परहेज करना चाहिए जो माइग्रेन को ट्रिगर करती हैं। सुगर ड्रिंक, चॉकलेट, ऐज्ड पनीर, टमाटर सॉस, ऊर्जा प्रदान करने वाले पेय और ब्लैक टी आदि।

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