माइग्रेन

माइग्रेन के 10 कारण

माइग्रेन में होने वाले गंभीर सिरदर्द आपको बेचैन कर देती हैं। यह एक तरह ऐसा सिरदर्द होता है, जिसे बर्दाश्त कर पाना बहुत ही मुश्किल होता है। माइग्रेन के कई कारण हो सकते हैं। यह दर्द आम तौर पर सिर की एक तरफ होता है। मतली, उल्टी आना, चक्कर आना, थकान महसूस होना, प्रकाश और ध्वनि के लिए अत्यधिक संवेदनशीलता माइग्रेन के लक्षण हैं। आपको बता दें कि माइग्रेन का अटैक एक घंटे से लेकर पूरे दिन भी रह सकता है। इसमें होने वाला दर्द इतना गंभीर होता है कि सहना मुश्किल हो जाता है। आइए जानते हैं माइग्रेन के कारण के बारे में…

माइग्रेन के कारण

वैसे शोधकर्ताओं ने माइग्रेन के लिए एक निश्चित कारण की पहचान नहीं की है। हालांकि, उन्होंने माइग्रेन के दर्द में योगदान करने वाले कुछ कारणों के बारे में जरूर जानकारी दी है। इसमें ब्रेन केमिकल्स में परिवर्तन या असंतुलन शामिल हैं, जैसे कि ब्रेन केमिकल्स सेरोटोनिन के स्तर में कमी। सेरोटोनिन आपके तंत्रिका तंत्र यानी नर्वस सिस्टम में दर्द को विनियमित करने में मदद करता है। शोधकर्ता अभी भी सेरोटोनिन को लेकर रिसर्च कर रहे हैं। आइए माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले अन्य कारणों के बारे में जानते हैं।

माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले फूड

माइग्रेन को ट्रिगर करने वाले फूड

माइग्रेन के लिए जिम्मेदार फूड आपके द्वारा लिया जाने वाला खराब फूड माइग्रेन के लिए जिम्मेदार माना गया है। अगर आप नमकीन या प्रोसेस्ड फूड का सेवन करते हैं, तो यह आपके माइग्रेन को बढ़ा सकता है। आप फास्ट फूड और जंक फूड से भी दूरी बनाकर रखें। इसके अलावा स्वीटनर एस्पार्टेम और परिरेटिव मोनोसोडियम ग्लूटामेट (एमएसजी), कई खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं जो माइग्रेन को ट्रिगर कर सकते हैं।

खाना न खाना

यदि आप समय अनुसार भोजन नहीं लेते या फिर अपने मील को स्किप करते हैं यह भी माइग्रेन के दर्द में योगदान देता है। इसलिए अपने डाइट पर पूरा ध्यान दीजिए।

शराब से दूरी शराब पीना सेहत के लिए बहुत ही हानिकारक होता है। आपको बता दें कि शराब और अत्यधिक कैफीनयुक्त पेय माइग्रेन का कारण बन सकता है। इसलिए इसके सेवन से दूरी बनाकर रखिए।

तनाव का लेना

ऑफिस का तनाव या घर के तनाव के वजह से आपको माइग्रेन हो सकता है। इसलिए अपने तनाव को कंट्रोल करना सीखिए और कुछ दिन के लिए अपने आप को समय दीजिए।

नींद पूरी न होना

जब नींद पूरी न हो तब भी माइग्रेन में दर्द होने की संभावना होती है। इसके अलावा आवश्यकता से अधिक नींद लेना भी माइग्रेन का कारण बनता है।

ब्राइट रोशनी और तेज आवाज

ब्राइट रोशनी और सूरज की चमक माइग्रेन का कारण बन सकती है। इसके अलावा तेज आवाज भी माइग्रेन को ट्रिगर कर सकती है।

महिलाओं में माइग्रेन का कारण

महिलाओं में माइग्रेन का कारण

मासिक धर्म से संबंधित माइग्रेन 60 प्रतिशत महिलाओं को प्रभावित करते हैं, जो किसी प्रकार के माइग्रेन का अनुभव करते हैं। एस्ट्रोजेन में उतार चढ़ाव की वजह से कई महिलाओं को माइग्रेन में सिरदर्द का सामना करना पड़ता है। सिरदर्द का सामना करने वाली महिला अक्सर अपने पीरियड्स के पहले या बाद में, जब उन्हें एस्ट्रोजेन में बड़ी कमी आती है, सिर दर्द की रिपोर्ट करती हैं। इसके अलावा गर्भावस्था या रजोनिवृत्ति यानी मोनोपॉज के दौरान भी महिलाओं माइग्रेन का सामना करना पड़ता है।

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