बीमारियां

सांस फूलने के कारण और घरेलू उपाय

सांस फूलने के कारण और घरेलू उपाय

आज हम आपको साँस फूलने के कारण और घरेलू उपचार के बारे में जानकारी देंगें। साँस का फूलना एक ऐसा लक्षण है जो बहुत आम है। साँस फूलने पर मरीज परेशान रहता है और साथ ही वो गंभीर भी होता है कि कहीं उसकी इस बीमारी के कारण जान न चली जाएं। कई बार मरीज को इस बारे में पता नहीं चल पाता कि उसकी सांस किस कारण से फूलती है।

ऐसे में विशेषज्ञ डॉक्टरों की बहुत आवश्यकता पडती है यदि आपको इसका सही कारण पता चल जाएं तो इसका इलाज भी बहुत असान हो जाता है। आइये जानते है साँस फूलने के कुछ मुख्य कारणों के बारे में…

सांस फूलने के कारण – Sans fulne ke karan hindi me

  • संक्रमण
  • सूजन
  • एलर्जी
  • खून में ऑक्सीजन का स्तर कम होना
  • चोट मेतावोलिक परिस्तिथिया,
  • सिगरेट
  • दूषित वातावरण आदि।

सांस फूलने के घरेलू उपचार – Sans fulne ke upchar hindi me

जब भी किसी मरीज की साँस फूलती है तब उसे साँस लेने में बहुत कठिनाई होती है तब बस ऐसे लगता है कि पता नहीं अब साँस आएगी या नहीं। लेकिन यदि ऐसे में कुछ घरेलू उपाय करें तो इस बीमारी को दूर तो नहीं बल्कि आसानी से कम किया जा सकता है। आइये विस्तार से जानते हैं सांस फूलने के घरेलू उपाय के बारे में।

#1 शहद का सेवन

शहद सबसे आम और सबसे बेहतर घरेलू उपचारों में से एक है। इसको उपयोग अस्थमा अर्थात जिन लोगों को साँस की परेशानी होती है उनके लिए भी किया जाता है। अस्थमा का अटैक आने पर शहद वाले पानी की भाप लेनी चाहिए। जिससे जल्द ही राहत मिलती है। इसके अलावा दिन में दो से तीन बार एक गिलास पानी के साथ शहद मिलाकर पीने से भी बहुत आराम मिलता है। शहद का सेवन करने से बलगम ठीक हो जाती है जो अस्थमा या सांस की परेशानी को पैदा करती है।

#2 तुलसी का सेवन

साँस फूलने के कारण और घरेलू उपाय - Tulsi home remedies

गुणों से भरपूर तुलसी साँस फूलने की समस्या में बहुत लाभकारी होती हैं। तुलसी के रस में शहद मिलाकर चाटने से अस्थमा रोगियों को व साँस फूलने वाली समस्या वाले लोगों को आराम मिलता है। इसका सेवन करने से साँस की नलियाँ तुरंत ही खुल जाती है।

#3 गर्म जगह में जाएं

यदि आपकी ठंडी जगह पर साँस फुले तो ऐसे में आपको तुरंत ही गर्म जगह पर चले जाना चाहिए। ध्यान रहे वहां ऐसी या कूलर न हो इसके साथ जब भी आपकी साँस फूलने लगे तो भीड़ भाड़ और धुल भरी जगह को तुरंत ही छोड़ देना चाहिए और किसी खुली जगह पर चले जाना चाहिए। इससे आपको अच्छा लगेगा और आप अपने आप को रिलैक्स महसूस करोगे।

#4 कॉफी का सेवन

कॉफी का सेवन

यदि आपको अस्थमा का अटैक आया है तब ऐसे में आपको तुरंत हो कॉफी का सेवन करना चाहिए। इससे श्वास नलियों में रुकी हुई हवा तुरंत हो खुल जाती है। यदि आप कॉफी का सेवन नहीं कर सकते तो आपको कॉफी की महक सूघने से भी फायदा प्राप्त हो जायेगा।

#5 यूकेलिप्टस तेल

यदि आप साँस फूलने की समस्या से परेशान है तब ऐसे में आपको अपने घर में यूकेलिप्टस तेल रखने की आवश्यकता है। जब कभी भी आपकी साँस फूले तो यूकेलिप्टस तेल को सूंघ लें। इससे आपको बहुत फायदा होगा और धीरे-धीरे करके आपकी समस्या भी ठीक होने लगेगी।

#6 एसिड बनाने वाले पदार्थ न लें

साँस फूलने की समस्या पर आहार में कार्बोहाइड्रेट चिकनाई एंव प्रोटीन जैसे एसिड बनाने वाले पदार्थो की मात्रा को सीमित के दें और ताजें फल, हरी सब्जियां, अंकुरित चने जैसे खाद्य पदाथों की मात्रा को बढ़ा देना चाहिए।

#7 हल्दी

सांस फूलने का कारण दूषित वातावरण भी है जो कई बार अस्थमा को ट्रिगर करता है। इसलिए अस्थमा को दूर करना है तो आपको अपने आहार में हल्दी को शामिल करना चाहिए। हल्दी भी एक उत्कृष्ट एंटीमाइक्रोबायल एजेंट है। यह शरीर की सूजन प्रतिक्रिया को संशोधित करता है और वायुमार्ग की सूजन को कम करता है।

#8 अदरक

सदियों से हमारे भोजन का एक अहम हिस्सा अदरक में पाए जाने वाले औषधीय गुणों के कारण कई प्रकार की औषधि बनाने में भी इसका प्रयोग किया जाता रहा है। यह अस्थमा या सांस फूलने की समस्या में काम आ सकता है। अदरक अस्थमा सहित विभिन्न बीमारियों के लिए एक प्रसिद्ध प्राकृतिक उपचार है।

शोधकर्ताओं ने पाया है कि यह वायुमार्ग (airway) की सूजन को कम करने और वायुमार्ग संकुचन को बाधित करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, अध्ययन इंगित करते हैं कि इसमें कंपाउंड होते हैं जो अस्थमा के लिए सही होते हैं।

#9 लहसुन

लहसुन

सुबह खाली पेट लहसुन खाने से कई तरह के रोगों से छुटकारा पाया जा सकता है। लहसुन आपके फेफड़ों की समस्या में मदद करता है और एक निश्चित शॉट उपाय है जो अस्थमा के लक्षणों से त्वरित राहत प्रदान करता है। यह वायुमार्ग की सूजन को भी कम करता है। ज्यादातर घरों में लहसुन का प्रयोग सब्जियों में तड़का लगाने के लिए किया जाता है। आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment