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फोड़े के उपचार में क्या तरीका अपनाएं

फोड़े के उपचार में क्या तरीका अपनाएं - home remedies for boils

फोड़े लाल और पस से भरे हुए बंप्स होते हैं जो त्वचा पर होते हैं। ये अक्सर दर्दनाक होते हैं और जब तक ये सूख नहीं जाते तब तक ये बड़े होते हैं। फोड़े बैक्टीरिया के कारण होते हैं। इससे त्वचा के आस-पास का क्षेत्र लाल और दर्दनाक भी हो सकता है। फोड़ा आमतौर पर चेहरे, गर्दन, कंधे, बगल और नितंबों पर दिखाई देते हैं। आइए फोड़ा के उपचार के लिए कुछ तरीकों के बारे में जानते हैं।

ट्री टी का तेल

ट्री टी का तेल

ट्री टी के तेल में मजबूत एंटी-बैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो फोड़े के कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन के इलाज में मदद कर सकते हैं। टी ट्री तेल को सीधे त्वचा पर लगाया नहीं जाना चाहिए, क्योंकि इसका बर्निंग ईफेक्ट हो सकता है।

इसके लिए नारियल या जैतून के तेल की एक चम्मच के साथ ट्री टी ऑयल की पांच बूंदें मिलाएं। फिर मिलाए हुए इस तेल को और कॉटन पर डालकर प्रति दिन दो या तीन बार इसे लगाएं। जब तक फोड़ा पूरी तरह से चला नहीं जाता तब तक यह रोज़ाना करें।

हल्दी पाउडर

हल्दी पाउडर

हल्दी मे एंटीसेप्टिक तत्व मौजूद होते हैं जो त्वचा को कीटाणुओं से लड़ने में मदद करते हैं। हल्दी पाउडर में एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। ये दोनों फोडे को ठीक करने में मदद कर सकते हैं और इससे जल्दी छुटकारा पाया जा सकता है।

वैसे चिकित्सा में हजारों वर्षों से हल्दी का प्राकृतिक रक्त शोधक के रूप में उपयोग किया जा रहा है। फोड़े का इलाज करने के लिए आप इसके पाउडर का उपयोग करें। इसके लिए आप पानी में हल्दी को मिलाएं और उसमें अदरक के पाउडर को डालकर इसका पेस्ट बनाएं और इसे फोडे पर एक दिन में दो बार लगाएं। – हल्दी फेस पैक बनाने की विधि

काली मिर्च

काली मिर्च

काली मिर्च के स्वास्थ्य लाभों में अवसाद से लड़ना, पाचन को बढ़ावा देना, पोषक के अवशोषण में मदद करना और अल्सर का इलाज करना आदि शामिल है। फोडे का इलाज करने के लिए सबसे पहले काली मिर्च के कुछ दाने लें और उन्हें बारीक कर कूट लें। फिर इसमें थोड़ा सा पानी मिलाकर इसका अच्छी तरह से पेस्ट बना लें। आपका पेस्ट तैयार हो गया है। इस पेस्ट को फोड़े फुंसी वाली त्वचा पर लगा लें। बस, कुछ ही देर बाद इसका असर दिखना शुरू होने लगेगा। – काली मिर्च के नुकसान

नीम का तेल

नीम हम सब के लिए नेचर का एक बहुत ही अच्छा उपहार है। यह सभी को स्वास्थ्य और सौंदर्य लाभ प्रदान करता है। नीम तेल में एंटीसेप्टिक, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीमाइक्रोबायल गुण होते हैं जो त्वचा के संक्रमण का इलाज करने में मदद करते हैं। नीम तेल से फोड़े का इलाज करने के लिए, तेल को सीधे तीन से चार बार फोडे पर लगाएं।

प्याज भी है गुणकारी

प्याज भी है गुणकारी

प्याज क्वेरसेटिन के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है। यह शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट जो आपकी त्वचा को शिकन मुक्त रख सकता है। प्याज में विटामिन सी और अन्य पोषक तत्व त्वचा और बालों को बढ़ाने में मदद करते हैं। प्याज मे पाए जाने वाले एंटीसेप्टिक गुण फोड़े के लिए एक उत्तम घरेलू उपचार है जो फोड़े को गर्मी देकर उसे ठीक करने मे मदद करते हैं। फोडे को ठीक करने के लिए प्याज के टुकड़े को फोड़े पर रखें और फिर एक कपड़े से उसे बांध लें। ऐसा करने से कुछ ही दिनों मे फोड़ा अपने आप ठीक हो जाएगा।

अरंडी का तेल

अरंडी के तेल में एक कंपाउंड होता है जिसे रेजिनोलिक एसिड कहा जाता है, जो एक प्राकृतिक लेकिन शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी है। यह अपने शक्तिशाली एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जाना जाता है। यह फोड़े के लिए एक अच्छा नेचुरल उपचार है। जब तक फोड़ा न जाए तब तक आप अरंडी तेल की थोड़ी मात्रा को फोडे पर सीधे लगाएं। आपको जरूर इसका जल्दी फायदा देखने को मिलेगा।

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