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हमें कितने घंटे सोना चाहिए – उम्र के हिसाब से जानें

हमें कितने घंटे सोना चाहिए - उम्र के हिसाब से जानें

जैसा की हम सभी जानते हैं कि नींद हमारी सेहत और मूड के लिए महत्वपूर्ण है। आपको बता दें कि पूरी नींद आपकी बेहतर स्वास्थ्य से जुड़ा हुआ है। पूरी नींद लेने से न केवल आपकी इम्यून सिस्टम मजबूत होती है बल्कि आपका काम में भी मन लगता है और आपकी त्वचा में भी सुधार देखने को मिलता है। वैसे हमें कितने घंटे सोना चाहिए ? इस पर विशेषज्ञ कहते हैं कि हर व्यक्ति को रात में कम से कम 8 घंटे की नींद जरूरी लेनी चाहिए।

लेकिन यह 8 घंटे की नींद एक औसत नींद है, जो हर किसी के लिए परफेक्ट नहीं है। उम्र के हिसाब से किसी को ज्यादा नींद की जरूरत होती है, वहीं दूसरी तरफ किसी कम नींद जरूरत होती है। नींद की यह जरूरत साल दर साल बदलती रहती है।

नींद की औसत मात्रा हमारे जीवनकाल में विशेष रूप से बचपन और किशोरावस्था के दौरान आवश्यक है। हर व्यक्ति की लाइफस्टाल उसकी नींद की जरूरत समझने का आधार होती है। आइए जानते हैं कि उम्र के हिसाब से हमें कितने घंटे सोना चाहिए।

कितने घंटे सोना चाहिए – उम्र के हिसाब से जानें

कितने घंटे सोना चाहिए - उम्र के हिसाब से जानें

  • शिशु (3-11 महीने) – शिशुओं को हर दिन 14 से 15 घंटे की नींद लेनी चाहिए।
  • छोटा बच्चा (1-2 साल) – इनके लिए 12 से 14 घंटों की नींद की सलाह दी गई है।
  • जाने से पहले की उम्र के बच्चे (3-6 साल) – इस उम्र के बच्चों को 11 से 13 घंटों की नींद की सलाह दी जाती है।
  • स्कूल जाने की उम्र (6-10 साल) – इन बच्चों के लिए 11 से 13 घंटे नींद की सलाह देता है।
  • किशोरावस्था (11-18 साल) – इन्हें 9:30 से 10 घंटे की नींद की सलाह दी गई है।
  • एडल्ट – नौजवान वयस्कों के लिए 7-9 घंटों की नींद की सलाह दी गई है।
  • बुजुर्ग (65 साल से ज़्यादा) – इस उम्र के लोगों के लिए 7-8 घंटे की नींद की सलाह दी गई है।

पूरी नींद न हो तो क्या करें?

पूरी नींद न हो तो क्या करें?

अगर हम अपनी नींद की जरूरतों को पूरा न पाए तो क्या करें? यह सवाल हर किसी के मन में होता है। ऐसी स्थिति में आपको नेपिंग का सहारा लेना चाहिए या फिर अगली रात जल्दी सोना चाहिए। अगर आप कम सोते हैं तो आपको दिन में नींद आएगी और आपको थकान महसूस होगी। इसके अलावा ध्यान लगाने में मुश्किल, अन्य स्वास्थ्य जटिलताओं जैसे वजन में बढोतरी देखने को मिलेगी। नींद का अभाव विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जुड़ा है, जो आपके स्वास्थ्य, सुरक्षा, उत्पादकता और मनोदशा को खराब कर सकता है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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