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शरीर में पोषक तत्व की कमी के लक्षण

शरीर में पोषक तत्व की कमी के लक्षण

हर कोई जानता है कि हमारे शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हमें विटामिन और खनिजों की आवश्यकता है लेकिन यह कैसे पता करें कि शरीर में ये पोषक तत्व मिल रहे हैं या नहीं। आज हम आपको उन लक्षणों के बारे में बताएंगे कि जिसे जानकर आप पता कर सकते हैं कि आपके शरीर में पोषक तत्व की कमी है।

बालो पर असर

बालो पर असर

आपने ध्यान दिया है कि आपके बाल भंगुर हो रहे है और आपको डैंड्रफ़ भी हो रहा है या बाल पूरी तरह से निर्जीव दिखते हैं, तो यह आपके शरीर को बताने का तरीका हो सकता है कि आपके अंदर विटामिन बी 7 (बायोटिन) की कमी है। विटामिन बी 7 की कमी का असर न केवल बालों पर पड़ता है बल्कि गंभीर मामलों में बालों के झड़ने और आंखों, नाक और मुंह के चारों ओर लाल चकत्ते भी दिखाई देते हैं।

बायोटीन शरीर के कार्यों के लिए आवश्यक है। बायोटिन वसा और प्रोटीन मेटाबॉलिज्म में सहायता करता है, जिससे हेयर ग्रोथ में मदद मिलती है। विटामिन बी 7 या बायोटिन की कमी को पूरा करने के लिए आप अंडा बादाम और साबूत अनाज का सेवन कर सकते हैं।

दर्द या मसूड़े से खून आना

दर्द या मसूड़े से खून आना

यदि आपके मसूड़े में दर्द हो रहा है या उससे खून बह रहा है तो यह दंत समस्या नहीं है बल्कि शरीर में पोषक तत्व की कमी का लक्षण हो सकता है। आपको बता दें कि यह विटामिन सी की कमी का मामला हो सकता है। शरीर के लिए विटामिन सी महत्वपूर्ण है और विटामिन सी की कमी के परिणामस्वरूप मसूड़ों से खून बहता है और अगर इलाज नहीं किया जाता है, तो वह जिंजिवाइटिस में बदल सकता है।

आपको बता दें शरीर विटामिन सी को लंबी अवधि के लिए स्टोर नहीं करता है, क्योंकि यह पानी घुलनशील है, इसलिए इसकी कमी से बचने के लिए आपको रोजना विटामिन सी का सेवन करना आवश्यक है।

पफ्फी आई

पफ्फी आई

आपने ध्यान दिया होगा कि आपकी आंखें सामान्य से अधिक पफ्फी दिखाई दे रही हैं, तो यह आपके चेहरे को बताने तरीका हो सकता है कि आपके शरीर में आयोडीन की कमी है। आयोडीन की कमी थायरॉइड रोग का कारण बन सकता है।

शरीर आयोडीन नहीं बनाता है इसलिए आवश्यक है कि उचित विकास और मेटाबॉलिज्म के लिए आहार के जरिए आयोडिन लिया जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपको अपने आहार में पर्याप्त आयोडीन मिल रहा है, उसके कुछ सामान्य स्रोतों में शामिल हैं: -पनीर, गाय या सोया दूध, अंडा, दही, आयोडीन नमक और आयोडीन युक्त मल्टीविटामिन।

त्वचा पर असर

त्वचा पर असर

शरीर में पोषक तत्व की कमी से त्वचा पिग्मेंटेशन का नुकसान और पैलर कॉमप्लेक्सन का कारण बन सकता है। विटामिन शरीर को बहाल करने से लेकर आपको स्वस्थ दिखने वाली त्वचा को वापस पाने में मदद कर सकता है। विटामिन सी, या एस्कॉर्बिक एसिड, त्वचा पिग्मेंटेशन को प्रभावित करता है क्योंकि यह कोलेजन उत्पन्न करने में मदद करता है, जो शरीर में कई ऊतकों के साथ-साथ स्वस्थ त्वचा और नाखूनों के लिए एक आवश्यक प्रोटीन है।

विटामिन विटामिन बी-9, या फोलिक एसिड, मेटाबॉलिज्म को बनाए रखने और ऊर्जा उत्पादन की आपूर्ति में मदद करता है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पर्याप्त फोलिक एसिड नहीं होने के कारण एनीमिया हो सकता है, जो स्पष्ट रूप से पैलर स्किन का कारण बन सकता है।

इसके अलावा विटामिन बी12 हीमोग्लोबिन का उत्पादन करने में मदद करता है नियमित व संतुलित विटामिन बी 12 डाइट न सिर्फ हृदय स्वयस्थु को बेहतर बनाती है बल्कि इससे त्व्चा सुंदर व कोमल बनती है। इससे सही मात्रा लेने से शरीर में खून की कमी नहीं होती है। इसकी कमी के परिणामस्वरूप एनीमिया हो सकता है, जिससे त्वचा का पिग्मेंटेशन खो सकता है। – त्वचा की देखभाल के लिए 4 विटामिन

हड्डी में दर्द

यदि आपको अपनी हड्डियों में दर्द महसूस हो रहा है, तो आप विटामिन डी की कमी का सामना कर सकते हैं। विटामिन डी हड्डी के स्वास्थ्य के लिए भी महत्वपूर्ण है।

वैसे आवश्यक पोषक तत्व यौगिक या कंपाउंड होते हैं जो शरीर पर्याप्त मात्रा में नहीं बना सकता हैं या उत्पादन नहीं कर सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, इन पोषक तत्वों को भोजन से आना चाहिए, और वे रोग की रोकथाम, विकास और अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं।

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