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तिल के बीज के नुकसान

तिल के बीज के नुकसान

तिल के बीज भोजन में कुरकुरे स्वाद देते हैं। यह बहुत से व्यंजन बनाने में उपयोग किये जाते हैं। तिल के बीज भोजन के लिए एक महान पोषक तत्व है, और तिल के बीज में बहुत से स्वास्थ्य लाभ होते हैं, परन्तु इसके साथ-साथ इसके कई नुकसान भी होते हैं। तिल के बीज आपका अत्यधिक वजन बढ़ाने में योगदान देते हैं, जिस कारण आपको कई अन्य प्रकार के शारीरिक बीमारियां भी लग जाती हैं। तिल के बीज आपको दस्त, एलर्जी, कोलोन कैंसर जैसे कई खतरनाक बीमारियां भी देते हैं।

इसलिए इनका बहुत ही सावधानीपूवर्क और कम मात्रा में इस्तेमाल करने की सलाह भी दी जाती है। खासकर सर्दियों में तिल के बीजों के तेल आदि खाने में भी सावधानी बरतनी चाहिए। कई लोगों द्वारा तिल के तेल की मालिश कई त्वचा प्रकार की एलर्जी और खुजली का कारण भी बनती हैं। हम आपको तिल के बीज के 10 नुकसान के बारे में बताएंगे।

तिल के बीज के नुकसान

एनाफिलेक्सिस एलर्जी

इस स्थिति में तिल के बीज के कारण मानव शरीर में अत्यधिक एलर्जी प्रतिक्रियाएं होती हैं। इससे आपके पूरे शरीर में या शरीर के किसी-किसी भाग में त्वचा पर गहरे लाल और नीले रंग के निशान भी पड़ जाते हैं।

यह एलर्जी छाती में जकड़न, घरघराहट और उच्च रक्तचाप का कारण बनती है, जिससे वायुमार्ग और गला बंद होता है, जिससे मृत्यु भी हो जाती है।

कोलोन कैंसर

तिल के बीज की अत्यधिक खपत मानव शरीर में कोलोन को प्रभावित कर कोलोन में सूजन कर सकती है और कोलोन कैंसर भी हो सकता है।

बालों पर प्रभाव

बालों पर प्रभाव

तिल के बीज बहुत अधिक खाने से शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है, जो तेलीय त्वचा उत्पन्न करती है, जिससे बालों के रोम सूख जाते हैं। इस समस्या के कारण बालों को भारी नुकसान हो सकता है।

अस्वस्थ वजन बढ़ना

तिल के बीज में बड़ी मात्रा में संतृप्त वसा और कैलोरी होते हैं, जो आवश्यक मात्रा से अधिक संतृप्त वसा शरीर में जोड़ती है। इससे आपको ह्रदय की कई बीमारियां लगने का खतरा और आपके रक्तचाप में भी वृद्धि होने से कई अन्य समस्याएं होने का डर रहता है। इस प्रकार, तिल के बीज खाने से अत्यधिक वजन बढ़ जाता है, जो पूरी तरह से जोखिम भरा और अस्वास्थ्यकर है।

गर्भपात

यदि एक गर्भवती महिला गर्भवती के पहले त्रैमासिक के दौरान तिल के बीज खाती है, तो यह बीज उसके भ्रूण को प्रभावित कर सकते है। वास्तव में, अधिक मात्रा में तिल के बीज खाने से गर्भवती महिलाओं में, प्राकृतिक गर्भपात होने की संभावनाएं बहुत अधिक बढ़ जाती है।

गर्भपात

दस्त लगना

तिल के बीज में लचकदार गुणों के के कारण यह मनुष्यों में दस्त की स्थिति पैदा करता है। तिल के बीज अत्यधिक मात्रा खाने से इसमें उपस्थित लैक्सटिव एजेंट से दस्त लगते है, और आपके शरीर में डिहाइड्रेशन का खतरा भी बढ़ जाता है।

अपेंडिक्स में संक्रमण

अपेंडिक्स का दर्द एक सरल घटना नहीं है, हालांकि कुछ लोग तिल के अत्यधिक बीज खाने से अपेंडिक्स के इस रोग से पीड़ित हो सकते हैं। तिल के बीज कभी-कभी अपेंडिक्स में भी फंस सकते हैं, और अपेंडिक्स में संक्रमण का कारण बन सकते हैं।

त्वचा के दाग

त्वचा के दाग

बहुत अधिक तिल के बीज खाने से आपकी त्वचा पर इसके कुछ ख़राब प्रभाव पड़ सकते हैं, जिनमें त्वचा में दाग विकसित होने, खुजली और लाली के साथ त्वचा में धब्बे भी पड़ जाते है।

एलर्जी जोखिम

अखरोट और मूंगफली सहित विभिन्न सूखे फलों से एलर्जी होने वाले लोगों को तिल के बीज नहीं खाने चाहिए, क्योंकि इनके सेवन से आपके शरीर में एलर्जी की गंभीर प्रतिक्रिया हो सकती है, जिसमें अस्थमा, नाक में सूजन, छींकें, आंखों में सूजन और पाचन समस्याएं शामिल हैं।

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