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खाने में हो मिलावट तो कैसे पहचाने?

Quick and easy tests to detect food adulteration.

बाजार में हलचल सी मच गई थी जब मैगी में मिलावट को लेकर विवाद चल रहा था। मैगी में लेड की अधिक मात्रा पाई गई थी, जिसके बाद इसके सैंपलों की जांच में अधिकतर सैंपल फेल साबित हुए। यह कहना गलत नहीं होगा कि बाजार में खाने की चीजों को लेकर इतना लोग बेफिक्र हो गए हैं कि चाहे कितनी भी मिलावट क्यों ना हो लोग खाए चले जा रहे हैं जिसका असर हमारी सेहत पर पड़ने लगा है।

चाहे वह दूध हो, चाय की पत्ती हो, सेब, मटर, आटा जैसी अहम चीजों में भी व्यापारी बड़े धड़ल्ले से मिलावट करते फिर रहे हैं। वहीं, जानकारी के अभाव में लोग मिलावट की पहचान नहीं कर पाते हैं।

आज sehatgyan.com आपको बताने जा रहा है कुछ ऐसे टिप्स जिनको अपनाकर आप घर बैठे ही मिलावटी चीजों की पहचान झट से कर सकते हैं :

हल्दी
हर घर के किचन की जान कहलाने वाली हल्दी में भी मिलावट तेज़ी से हो रही हैं। ऐसे में आप तो खाने में पिसी हुई हल्दी का रोजाना इस्तेमाल कर रहे हैं। बता दें कि हल्दी में मेटानिल येलो की मिलावट की जाती है, जिससे कैंसर जैसी बड़ी बीमारी आपको या आपके किसी अपने को हो सकती है। हल्दी में मिलावट है कि नहीं यह बात जानने के लिए आप हल्दी पाउडर में पांच बूंद हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) और पांच बूंद पानी डालकर कर सकते हैं। अगर सैंपल बैंगनी, गुलाबी या वॉयलेट हो जाए, तो समझ लीजिए हल्दी मिलावटी है।

चाय
सवेरा होता नहीं कि लोगों को चाय की तलब शताने लगती है। लोग तो इसे अमृत मानते हैं और दिन की शुरुआत बेड-टी से ही करते हैं। बहुत आश्चर्य होगा यह जानकर कि जिस चाय को पीकर आप दिन की शुरुआत करते हैं वह मिलावट से भरी हो। चायपत्ती में मिलावट देखने के लिए उसे ठंडे पानी में डालें। अगर चायपत्ती रंग छोड़ रही है तो साफ है कि उसमें मिलावट है या वह एक बार इस्तेमाल हो चुकी है।

मटर
क्या आपने कभी सोचा होगा कि छोटे-छोटे हरे-हरे मोतियों जैसे मटर में भी मिलावट बड़ी तेज़ी से होते हैं। इसकी जांच करने के लिए आप उसमें से एक हिस्से को पानी में डालकर हिलाएं और फिर 30 मिनट तक छोड़ दें। अगर पानी रंगीन हो जाता है तो नमूने में मेलाकाइट हरे की मिलावट मौजूद है। ऐसी मिलावटी चीजें खाने से पेट से संबंधित गंभीर बीमारियां (अल्सर, ट्यूमर आदि) होने का खतरा रहता है।

चमकदार सेब
जो चीज़ अच्छी दिखाई दे हमेशा, यह जरूरी नहीं कि वह अच्छी ही हो। जी हां, लाल-लाल, खूबसूरत और चमकदार सी दिखने वाली सेबों पर मोम की परत चढ़ा दी जाती है, जिससे इसमें चमक आ जाती है। इसकी जांच करने के लिए आप सेब को किसी धारदार चाकू से खुरचें और अगर उस पर से मोम निकले तो समझ जाइए कि यह मिलावटी है।

लाल मिर्च
तीखी और तेज़-तर्रार लाल मिर्च पाउडर को लाल बनाने के लिए घर बनाने वाली ईंट के पाउडर का प्रयोग होता है। इसे टेस्ट करने के लिए पानी में लाल मिर्च पाउडर के सैंपल को डालें। अगर पाउडर पानी के ऊपर ही तैर रहा है तो समझ जाए वह ठीक है। वहीं, अगर ईंट का पाउडर पानी में डूब गया तो लाल मिर्च पाउडर मिलावटी है।

दूध
बड़ी आसानी से मिलावट दूध में की जाती है। घर में दूध पहुंचाने वाले दूधवाले अकसर दूध कम और पानी अपने ग्राहक को बेचते हैं। मिलावट की जांच करनी है तो किसी चिकनी लकड़ी या पत्थर की सतह पर दूध की एक या दो बूंद टपकाकर देखें। अगर दूध बहता हुआ नीचे की तरफ गिरे और सफेद धार सा निशान बन जाए तो दूध शुद्ध है। वहीं दूध में डिटर्जेंट की मिलावट पहचानने के लिए दूध की 5-10 मिलीग्राम मात्रा किसी कांच की शीशी या टेस्ट-ट्यूब में लेकर जोर-जोर से हिलाने पर यदि झाग बने और देर तक बना रहे तो इसमें डिटर्जेंट मिला है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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