लाइफस्टाइल

मन का डर कैसे निकाले

मन का डर कैसे निकाले

मन का डर एक ऐसा डर है जो खुद के द्वारा बनाई हुई होती है और इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। यह डर कब आपके दिमाग में घर कर लेती है आपको पता भी नहीं चलता। आज हम मन का डर कैसे निकाले उसके बारे जानेंगे।

डर को समझें और उसे गले लगाएं

डर को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि आप सबसे पहले डर को समझें और उसे गले लगाने की कोशिश कीजिए। आप जितना डर से भागने की कोशिश करेंगे डर आपको उतना ही डराएगा। यह आदत आपको डर में बेहतर निर्णय लेने में बहुत ही सहायता करेगा। इससे आप कंट्रोल में रहकर डर को दूर भी कर सकते हैं।

अपने आप को शिक्षित करें

अपने आप को शिक्षित करें

ज्यादातर लोगों का डर गलत तरह का विश्वास होता है जिसे वह कई सालों से पाले हुए होते हैं। अगर मन का डर निकालना है तो जरूरत गलत तरह के विश्वास को तोड़ने की। बहुत से लोग इस वजह से भी डरते हैं क्योंकि उन्हें चीजों के बारे में पता ही नहीं होता। ऐसा डर उन्हें हर समय परेशान करता है। इसलिए कोशिश कीजिए कि किसी भी चीज से डरने से पहले उस चीज के बारे में अच्छी तरह से जानें। इससे आपको यह पता चलेगा कि आपका डर वाजिब है या नहीं।

सीमित दायरे में न सोचें

ऐसा देखा गया है कि लोग छोटी-छोटी चीजों को लेकर डरते हैं और उसको लेकर झगड़ा भी करते हैं। यह तभी होता है जब आपका सोचने का दायरा बहुत ही छोटा होता है। सीमित सोच वाले ही हमेशा परेशान रहते हैं। अगर आप चाहते हैं कि मन का डर दूर हो तो अपनी सोच का दायरा बढ़ाएं और शॉर्ट टर्म की बजाय लॉग टर्म सोचें।

अपनी सफलता को करें याद

अपनी सफलता को करें याद

जब आपको कोई मन का डर सता रहा हो तो आपने जिंदगी में जो भी सफलता हासिल की हो चाहे वह छोटी हो या बड़ी उसे एक बार के लिए याद करने की कोशिश कीजिए। आपको अच्छा भी लगेगा और आपके मन का डर भी दूर हो जाएगा। दरअसल आपके द्वारा हासिक की गई यह सफलता आपके आत्म विश्वास को बढ़ाता है और आपके डर को दूर करता है।

नकारात्मक सोच की चेन को तोड़ें

हम किसी चीज को लेकर तब सबसे ज्यादा डरते हैं जब हम उसको लेकर नकारात्मक हो जाते हैं। फिर हमारे दिमाग में नकारात्मक सोच की चेन बनने लगती है जिससे हमारा डर और गहरा होता चला जाता है। इसलिए इस चेन को बनने न दें बल्कि अपने सकारात्मक सोच से इस चेन को तोड़ दें। – नकारात्मक सोच से छुटकारा पाने के तरीके

डर के लिए हमेशा तैयार रहें

डर के लिए हमेशा तैयार रहें

अगर आप डर के लिए हमेशा तैयार रहते हैं तो मन का कोई भी डर आपको विचलित या परेशान नहीं करता। इसलिए यह स्वीकार कर लीजिए कि सभी दिन एक जैसा नहीं होता। उतार-चढाव आते रहते हैं इसलिए उसका सामना करना बहुत ही जरूरी है।

किसी की ले सकते हैं सहायता

अगर फिर भी बात नहीं बन रही है तो आप किसी की सहायता ले सकते हैं। आप किसी समझदार व्यक्ति से राय लें जिसने दुनिया देखी या फिर यूट्यूब पर ऐसे बहुत से मोटिवेशल वीडियो है जिससे आप प्रेरित होकर सफलता की ऊंचाई को छू सकते हैं।  – सफलता पाने के जरुरी नियम

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment