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सोशल मीडिया के 6 नुकसान

सोशल मीडिया के 6 नुकसान

सोशल नेटवर्किंग साइट्स जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्ट्राग्राम, व्हाट्सएप और माइस्पेस आपको किसी भी व्यक्ति, सहकर्मी, किसी भी पुराने दोस्त और किसी अन्य रिश्तेदार को ढूंढने और उससे आसानी से संपर्क रखने की अनुमति देते हैं। इन सोशल साइटों को इस्तेमाल करना, आपको एक बड़े व्यावसायिक समुदाय से भी जोड़ सकता है, लेकिन इनके इलेक्ट्रॉनिक वातावरण में ऐसे कनेक्शन का आपके जीवन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आइये हम ऐसे ही 6 नकारात्मक प्रभावों की पहचान करें।

सोशल मीडिया के 6 नुकसान

1. सोशल मीडिया का लत लगना

सोशल मीडिया का लत लगना

इंटरनेट आधारित फेसबुक, व्हाट्सएप और ट्विटर जैसी विभिन्न सोशल नेटवर्किंग साइट्स व ऍप्लिकेशन्स आपके लिए सबसे खराब लत का कारण बनती है। इस लत की वजह से, युवा इन सोशल नेटवर्किंग साइटों पर सर्फिंग के दौरान अपने बहुमूल्य समय की बर्बादी करते हैं। इसके अलावा, यह लत स्कूल जाने वाले बच्चों के लिए और अधिक खतरनाक है जो उनके महत्वपूर्ण अध्ययन के समय को बर्बाद करते हैं। इस प्रकार इस लत को ट्रैक करना और इसे सही करना आवश्यक है

2. साइबर क्राइम

साइबर क्राइम आजकल की बढ़ती हुई समस्या है। आपकी पहचान को गलत तरह से उजागर करना, आपके द्वारा किसी मुद्दे पर दिए गए विचार के बाद धमकी मिलना आपको विचलित कर सकता है। आप मानसिक रूप से परेशान हो सकते हैं।

3. सोशल नेटवर्किंग साइट्स से गोपनीयता होती है प्रभावित

सोशल नेटवर्किंग साइट्स से गोपनीयता होती है प्रभावित

सोशल नेटवर्किंग साइट्स आपको अपने निजी जीवन को, अधिक सार्वजनिक करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। यदि आप अपनी ज़िंदगी के अंतरंग और व्यक्तिगत विवरण आसानी से सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर पोस्ट कर देते हैं, तो इसका कई रूपों में दुरूपयोग हो सकता हैं। इसके अलावा, आपके द्वारा पोस्ट की गई चीजें इन सामाजिक साइटों पर अनिश्चित काल तक उपलब्ध रहती हैं।

अधिकांश सोशल साइटें अपने यूजर को इन सभी पोस्ट की गई चीज़ों को नियंत्रित करने की अनुमति देते हैं, जो सुरक्षित नहीं होता हैं और जिनका विज्ञापन के रूप में या किसी अन्य रूप में दुरुपयोग किया जा सकता है।

4. स्वास्थ्य और जीवन पर बुरा प्रभाव

सोशल नेटवर्किंग साइटों का अत्यधिक उपयोग आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। आप समय पर अपना भोजन और आराम नहीं कर पाते हैं। रोज़ इन साइटों के अधिक उपयोग से आपके मानसिक स्वास्थ्य पर कई गलत प्रभाव पड़ता है, जिससे आप लोगों के साथ संपर्क बनाने के लिए कम-इच्छुक रहते हैं।

5. सोशल नेटवर्किंग साइट्स से ईर्ष्या की भावना

सोशल नेटवर्किंग साइट्स से ईर्ष्या की भावना

सोशल नेटवर्किंग साइट्स के दुष्प्रभावों की जांच के लिए दो विश्वविद्यालयों द्वारा किए गए संयुक्त अध्ययन में शोधकर्ताओं ने पाया कि फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम आदि पर समय बिताने के बाद हर तीन में से एक व्यक्ति अक्सर स्वयं की तुलना दोस्तों के साथ करने से, बुरा,अकेला, निराश या नाराज महसूस करता है। इससे उनके आत्मविश्वास में कमी महसूस होती है, जो अवसाद और ईर्ष्या की भावना पैदा करता है।

सोशल नेटवर्किंग साइट्स लोगों के रिश्तों को बर्बाद करती हैं, क्योंकि लोगों को ईर्ष्या होती है अगर वे अपने प्रेमी या प्रेमिका को अन्य लोगों के साथ संदेशों का आदान-प्रदान करते देखते हैं।

6. आभासी सामाजिक समूह

एक शोध के मुताबिक, सोशल मीडिया साइट द्वारा बने आपके आभासी रिश्तों और आपके अच्छे और सच्चे रिश्तों के बीच अंतर करना आपके लिए और अधिक कठिन करती हैं। इन कम-सार्थक रिश्तों पर आपका बहुत ज्यादा समय खर्च करने पर, आपके पारिवारिक और अन्य रिश्ते, कमजोर पड़ते हैं। इसके अलावा, ऐसे आभासी रिश्ते या संपर्क, नकली होते हैं जो आपके आगे के जीवन पर मानसिक तनाव और असुरक्षा बढ़ा देते हैं।

सोशल मीडिया के अन्य नुकसान

डिप्रेशन को बढ़ाए

डिप्रेशन को बढ़ाए

क्या आप सोशल मीडिया पर प्रतिदिन दो घंटे बिताते हैं? सोशल नेटवर्किंग साइटों पर ज्यादा समय बिताना आपके मूड पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यह न केवल तनाव को बढ़ाने का काम करेगा बल्कि अवसाद के लक्षणों सहित खराब मानसिक स्वास्थ्य की संभावना को भी बढ़ाएगा। रिसर्ज के मुताबिक आपको रोजाना आधा घंटा सोशल साइट पर समय बिताना चाहिए।

अवास्तविक उम्मीदें

यह शायद कोई आश्चर्य की बात नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया आपको जीवन और दोस्ती की अवास्तविक उम्मीदों को बनाने में मदद करता है। फेसबुक, इंस्टाग्राम और स्नैपचैट जैसे सोशल साइटो पर ऑनलाइन प्रामाणिकता की कमी है।

नींद में खराबी

नींद में खराबी

सोशल मीडिया के नुकसान में नींद भी शामिल है। सोशल मीडिया पर ज्यादा समय बिताते से आपके नींद पर भी बुरा असर पड़ सकता है। कई अध्ययनों से पता चला है कि सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग से आपकी नींद की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। अगर आपको लगता है कि आपकी नींद का पैटर्न खराब हो रहा है और आपकी प्रोडक्टविटी प्रभावित हो रही है, तो सोशल मीडिया पर कम समय बिताइए।

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