बीमारी और उपचार

नकसीर फूटना – समस्या से कैसे पाएं छुटकारा

Naksir (Blood from nose) treatment in hindi

अक्सर देखा जाता है कि गर्मियों के दिनों में बच्चों की नाक से खून बहने की समस्या सामने आती है। वैसे तो ये एक आम समस्या है। लेकिन अगर नाक से बार-बार खून आ रहा है तो उसे रोकना कठिन हो जाता है। इस रोग में कोई रक्तवाहिका फट जाती है। इसी से रक्त निकलता है।

नकसीर फूटना – कारण

अधिक ऊंचाई पर जाने,  नाक खुरचने, नाक की हड्डी पर चोट लगने, नाक या सिर में चोट लगने, उच्च रक्तचाप, मस्तिष्क में खून बढ़ जाने, जिगर का रोग, गर्मी के रोग, बहुत अधिक कार्य करने एवं खांसी आदि कारणों से नाक से खून बहने लगता है। ऐसा भी देखा गया है कि मासिक धर्म बंद होने के कारण मासिक स्राव के स्थान पर नाक से खून आता है। बवासीर के मस्से से खून आना बंद होकर नाक के रास्ते से खून निकलने लगता है। सर्दी का स्राव रुक जाने के कारण भी नाक से खून निकलने लगता है। कभी-कभी यह रोग सर्दी लगने, सनुसाइटिसरोग, नाक में फोड़ा होने, डिप्थीरियारोग होने, नाक के बीच की दीवार में खराबी आने तथा फोड़ा होना आदि कारणों से भी नाक से खून निकलने लगता है। नाक से खून संक्रमित बुखार के कारण से आ सकता है जैसे- डेंगू, फ्ल्यू, खसरा, सांस का रोग, टायफाइड, मलेरिया, कैंसर, धमनी या शिरागत ब्रोंकाइटिस आदि। शरीर में विटामिन सी, बी-12, क्लोरिक ऐसिड और विटामिन-के की कमी की वजह से नाक से खून बहने लगता है।

नकसीर फूटना – लक्षण

नाक से खून आना, नाक से होकर गले में खून आने से खून मिला हुआ बलगम आना। गले में फंसे बलगम के साथ खून आना या नाक का बंद होना।

नकसीर फूटना – क्या न करें

रोगी को शराब, सिगरेट व अन्य उत्तेजक पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए। अधिक शारीरिक या मानसिक कार्य भी नहीं करना चाहिए। गर्मी से जितना हो सके बचने की कोशिश करें।

नकसीर फूटना – उपाय

सामने की ओर थोड़ा झुककर बैट जाएं जिससे खून आपके गले में न जाए। नाक पर ठंडा और गीला कपड़ा रखें ताकि रक्त नालिकाओं में संकुचन हो और खून निकलना बंद हो जाए। यदि केवल एक नथुने से ही खून निकल रहा हो तो नथुने के ऊपरी भाग को दबाकर रखें। फिर भी यदि खून निकलना बंद नहीं हो रहा हो तो और 10 मिनट तक दबाकर रखें। यदि खून निकलना बंद ही न हो रहा हो या बार बार खून निकल रहा हो तो डॉक्टर को दिखाएं। जैसा कि बताया गया है कि नकसीर का रोग ज्यादातर गर्मी की वजह से होता है। ऐसे मे रोगी को ठंडी चीजे देनी चाहिए। रोगी को गर्दन और नाक की जड़ पर बर्फ का ठंडा पानी देना चाहिए। थोड़े से पानी में फिटकरी का पाउडर घोलकर नाक में टपकाने से रोग में फायदा होता है। गर्मियों में माथे पर लाल या पीला चंदन, मुल्तानी मिट्टी का लेप लगाने से गर्मी से फूटने वाली नकसीर ठीक होती है। पुराने जुकाम या नजले की वजह से अगर नकसीर फूटती है तो घिसे हुए लाल चंदन में मिश्री मिलाकर पीने से भी रोग में फायदा होता है। इन उपायों के बाद भी अगर रोग ठीक न हो तो एक बार डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment