सर्वांगासन करने में थोडा कठिन जरूर होता है, लेकिन जब हम इसे नियमित अभ्यास से करते हैं तो फिर हम इसे आसानी से कर सकते हैं। इस आसन को किस प्रकार से किया जा है और इसको करने से हमें क्या फायदे मिलते...
कोलेस्ट्रोल कैसे कम करें – ये हैं रामबाण आहार
एचडीएल कोलेस्ट्रोल मानव शरीर में फायदा पहुँचाने का काम करता है, लेकिन एलडीएल से मानव शरीर को खतरा पहुंचने का डर होता है। इससे दिल का दौरा हो सकता है, ऐसे में हमें किस प्रकार के खाद्य पदार्थ का...
हड्डियों के रोग और सरंचना
बोन को हम हिंदी में हड्डियां या अस्थियां कहते हैं। यह हमारे शरीर का एक कठोर अंग है, जो अंत में कंकाल का निर्माण करती है। यह हमारे शरीर को चलाने, सहारा देने और हमारे शरीर के विभिन्न अंगों की...
नटराज योग आसन की विधि और लाभ
नटराज शिव के तांडव नृत्य का प्रतीक है। यही नृत्य विश्व की पांच महान क्रियाओं का निर्देशक है- सृष्टि, स्थिति, प्रलय, तिरोभाव और अनुग्रह। शिव की नटराज की मूर्ति में धर्म शास्त्र और कला का अनूठा...
निमोनिया क्या है और इसके लक्षण
वैसे तो यह बीमारी किसी भी मौसम में किसी भी वक्त हो सकता है लेकिन बारिश के मौसम में इस बीमारी का खतरा और अधिक बढ़ जाता है और निमोनिया के लक्षण देखने को मिलते है।
मुलेठी के घरेलू आयुर्वेदिक फायदे
आयुर्वेद में मुलेठी का प्रयोग कई तरह की खतरनाक बीमारियों से बचने के लिए किया जाता है। यह हमारी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।
नौकासन योग की विधि, लाभ और सावधानियां
नौकासन योग आसन को एक नाव की आकृति में किया जाता है इसलिए हम इसे नौकासन कहते हैं। जब हम इस आसन का नियमित रूप से अभ्यास करते हैं तब हमारे पेट और कमर पर चर्बी जमा नहीं होती।
अस्थमा रोगी के लिए 5 योग
जिस तरह शहरों में जनसंख्या बढ़ रही है, उसी हिसाब से अस्थमा रोगियों की भी संख्या बढ़ रही है, हम जानेंगे अस्थमा रोगी के लिए गुणकारी योगासन। शहर में बढ़ते प्रदूषण, स्मॉग की वजह से अस्थमा रोगी बहुत ही...
अंगुली के नाम, रोग और कार्य
अगुलियां हमारे शरीर का ऐसा अंग होती है जो हमारे शरीर को और सुंदर बना देती है और आपने अक्सर सुना ही होगा कि हमारे शरीर के हर अंग का महत्व होता है और उसमें किसी न किसी प्रकार का राज छिपा हुआ होता...
पश्चिमोत्तासन करने की विधि, लाभ और सावधानियां
पश्चिमोत्तासन को महत्वपूर्ण आसनों में जाना जाता है। इस आसन के द्वारा हमारा मेरुदंड को लचीला बनता है, जिससे कुंडलिनी जागरण में लाभ प्राप्त होता है।