प्रेगनेंसी टिप्स

गर्भावस्था का सातवां महीना – क्या खाएं और क्या न खाएं

गर्भावस्था का सातवां महीना - क्या खाएं और क्या न खाएं जाने डाइट टिप्स जो ताकि आप रखें अपने होने वाले बच्चे का बेहतर ख़याल, pregnancy seventh month diet tips

गर्भावस्था का सातवां महीना अर्थात तीसरा ट्राइमेस्टडर शुरू हो जाता है वैसे तो हर महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है। लेकिन ट्राइमेस्टर के शुरू होते ही मां को अधिक देखभाल की जरूरत होती है। असल में सातवें महीने से कई तरह की दिक्कतें आना शुरू हो जाती है। कुछ महिलाएं की इन दिक्कतों के कारण प्रीमेच्योर डिलीवरी भी हो जाती है। गर्भावस्था के सातवें महीने के आहार में बहुत देखरेख की आवश्यकता होती है। आइये विस्तार से जानते हैं, गर्भावस्था के सातवें महीने के आहार के बारे में।

गर्भावस्था के सातवें महीने के आहार

गर्भावस्था में आयरन और प्रोटीन युक्त आहार

गर्भावस्था में आयरन और प्रोटीन युक्त आहार

गर्भावस्था के सातवें महीने में महिला को अपने आहार में आयरन और प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ को शामिल करना चाहिए। सातवें महीने के दौरान आयरन का अधिक सेवन करने से प्रसव के दौरान होने वाले एनीमिया, नकसीर से बचने के लिए महत्वपूर्ण है। आयरन युक्त आहार मांस, सेम, मुर्गी, बीज, चावल आदि होते हैं। इन्हें अपनी डाइट में अवश्य शामिल करना चाहिए।

प्रेग्नेंसी में कैल्शियम युक्त आहार

प्रेग्नेंसी में कैल्शियम युक्त आहार

गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम का सेवन बहुत महत्वपूर्ण होता है। कैल्शियम युक्त आहार दूध, दही, डेयरी उत्पाद, दलिया आदि होते हैं। इन्हें आप अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। डीएचए के खाद्य पदार्थ को अपने भोजन में शामिल करना चाहिए। डीएचए एक ऐसा खाद्य पदार्थ होता है जोकि बच्चें के दिमाग को ठीक से विकसित करने में आपकी मदद करता है। आप दूध उया जूस के रूप में डीएचए पा सकते हैं।

गर्भावस्था में फाइबर युक्त आहार

गर्भावस्था में फाइबर युक्त आहार

गर्भावस्था में कब्ज जैसी समस्या उत्पन्न हो जाती है। इससे बचने के लिए गर्भवती महिला को फाइबर युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। आपको अपने आहार में फल, सब्जियां, दालें, फलिया, साबुत अनाज आदि को शामिल करना चाहिए। इसके साथ ही विटामिन और आयरन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए। विटामिन सी के लिए आप तरबूज, नींबू, संतरा, ब्रोकली आदि को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। इसलिए प्रेगनेंसी में सातवां महीना में आपको इस चीज़ पर भी गौर करना चाहिए।

मैग्नीशियम युक्त आहार

मैग्नीशियम युक्त आहार

मैग्नीशियम कई खाद्य पदार्थो जैसे बादाम, जई, चोकर, काले सेम, जौ, आटिचोक, कद्दू के बीज आदि मे पाया जाता है। जब आप इन खाद्य पदार्थो को अपने आहार में शामिल करते हैं तब आप आसानी से मैग्नीशियम की कमी को पूरा कर लेते हैं। यह सातवें महीने में होने वाली आपके पैरों में ऐठन को कम करने में मदद करता है। फोलिक एसिड का सेवन हर गर्भवती महिला के लिए जरूरी होता है। फोलिक एसिड आपके बच्चे के न्यूरल ट्यूब के दोष के जोखिम को कम करने में मदद करता है। आप अपने खाद्य पदार्थ में स्ट्राबेरी, संतरे, दलिया, पत्तेदार सब्जियों, फलो आदि को शामिल कर सकते हैं। इसको अपने आहार में शामिल करने से आप फोलिक एसिड पा सकते हैं।

ध्यान रखने योग्य बातें

1. गर्भावस्था के सातवें महीने में महिलाओं को उच्च वसा और मसालेदार भोजन से दुरी बनाकर रखनी चाहिए।
2. खाने में उन्हें हमेशा हल्का भोजन ही लेना चाहिए।
3. सोडियम की मात्रा और शरीर के सूजन को कम करने के लिए गर्भवती महिलाओं को अधिक पानी का सेवन करना चाहिए।
4. चिप्स, केचअप, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थ, आचार आदि उच्च खाद्य पदार्थों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए।
6. गर्भावस्था के दौरान कैफीन, एल्कोहल और तंबाकू आदि जैसी खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। इसके साथ ही यदि वो जंक फ़ूड का सेवन करती हैं, तो वह इस अवस्था में फिट रहती है।

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