प्रेगनेंसी टिप्स

प्रेग्नेंसी के दौरान न करे ये काम बच्चे के दिमाग पर पड़ेगा असर

प्रेग्नेंसी के दौरान न करे ये काम बच्चे के दिमाग पर पड़ेगा असर

एक महिला के तौर पर तनाव या चिंता न केवल आपको बल्कि आपके बच्चे की सेहत को भी नुकसान पहुंचा सकता है। प्रेग्नेंसी सबसे खूबसूरत चरणों में से एक है; अर्थात एक नए जीवन की प्रतीक्षा। लेकिन, यह सुंदर चरण भी सबसे नाजुक है। आपकी गर्भावस्था के दौरान तनाव होना आम बात है, लेकिन आप लगातार तनाव ले रही हैं तो यह बच्चे की सेहत के लिए सही नहीं है।

एक अध्ययन में बात सामने आई है कि प्रेग्नेंसी के दिनों में तनाव लेनी वाली महिलाओं के होने वाले बच्चों के दिमाग पर बुरा असर पड़ता है। वहीं जो गर्भवती महिलाएं इन दिनों में तनाव मुक्त रहती हैं उनके बच्चे दिमागी तौर पर ज्यादा स्वस्थ रहते हैं। शोध में ये बात भी सामने आई कि तनाव की वजह अच्छा खान-पान ना होना भी है। पेट दुरुस्त नहीं रहता तो भी महिलाओं में चिड़चिड़ापन हो जाता है।

इससे बच्चे का सही तरह से मानसिक विकास नहीं हो पाता, व्यवहार संबंधी समस्या पैदा हो सकती है, नींद संबंधित विकार पैदा हो सकते हैं। आइए जानते हैं ऐसे में आपको क्या करना चाहिए।

विटामिन सी

विटामिन सी का सेवन कई तरह ले रोगों से मुक्ति दिलाने में मदद करता है। इससे शरीर का इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। विटामिन सी युक्त चीजों के सेवन से ना केवल मां का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है बल्कि तनाव के हार्मोन्स भी घटते हैं। आपको संतरे, किवी और नींबू का सेवन करना चाहिए।

हरी पत्तेदार सब्जियां

खुद को सेहतमंद रखने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। पालक, ब्रोकली, सरसो के पत्ते, मूली के पत्ते और मेथी के पत्तों को डाइट में शामिल करें।

दूध

दूध

दूध में कैल्शियम होता है जो हड्डी और दांतों के विकास के लिए बहुत ही जरूरी है। हम सभी जानते हैं कि दूध सेहत के लिए बहुत लाभकारी होता है। इसमें मौजूद कैल्शियम तनाव को भी कम करता है। वैसे चिड़चिड़े स्वभाव वालों को सोने से पहले दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।

साबूत अनाज का भरपूर सेवन

प्रेग्नेंसी में पाचन की समस्या भी बहुत होती है। गर्भवती महिलाओं को ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिसमें ज्यादा से ज्यादा फाइबर हो। वैसे तो हर तरह का अनाज प्रेग्नेंसी के दौरान मां के लिए जरूरी होता है लेकिन ब्राउन राइस में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में होता है जिसे डाइट में शामिल करने से सहायता मिलेगी।

सही समय पर खाएं

अगर सही तरह से नहीं खाते हैं, तो आप तनाव के दुष्चक्र में फंस जाएंगे। जंक फूड और अनियमित खाने के पैटर्न खाने जैसी बुरी आदतें तनाव पैदा कर सकती हैं। इसलिए बैलेंस डाइट लें और सही समय पर खाएं।

ध्यान लगाएं

ध्यान गर्भावस्था के दौरान तनाव मुक्त रहने का एक शानदार तरीका है। कई ध्यान और योग की तकनीकें हैं जो आपकी इसमें मदद कर सकती हैं।

व्यायाम कीजिए

व्यायाम कीजिए

यदि आप हेल्दी प्रेग्नेंसी चाहती हैं तो नियमित रूप से व्यायाम करें। चलने, तैराकी और योग गर्भावस्था के अनुकूल एक्सरसाइज माने जाते हैं। हालांकि आप कोई भी योग करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

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