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मिर्गी क्यों होती है, जाने कैसे पाएं इससे राहत

मिर्गी क्यों होती है, जाने कैसे पाएं इससे राहत

मिग्री एक न्यूरोलॉजिकल विकार है, हालांकि ज्यादातर लोग इस विकार को चक्कर आने से जोड़ते हैं। वैसे आपको बता दें कि चक्कर आना कई तरह की स्थितियों का संकेत देता है। हो सकता है कि चक्कर कमजोरी की वजह से आ रहा है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि मिर्गी क्यों होती है। उससे पहले जान लेते हैं कि मिर्गी क्या है।

मिर्गी क्या है?

मिर्गी क्या है?

मिर्गी एक केंद्रीय तंत्रिका तंत्र (Neurological) विकार है जिसमें मस्तिष्क गतिविधि असामान्य हो जाती है, जिससे दौरे या असामान्य व्यवहार, सेनसेशन और कभी-कभी जागरूकता (Awareness) कम हो जाती है।

कोई भी मिर्गी का सामना कर सकता है। मिर्गी किसी भी उम्र के लोगों तथा महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित करता है। इसके मुख्य लक्षण में मरीज को दौरा पड़ता है। हालांकि एक बार दौरा पड़ने का मतलब यह नहीं है कि मरीज को मिर्गी की समस्या है। मिर्गी में मरीज को बार-बार दौरे पड़ते हैं। यदि अकारण दौरा पड़ता है और वह बार-बार होता है तो मरीज को इसकी जांच जरूर करवानी चाहिए।

वैसे मिर्गी में पड़ने वाले दौरे को दवाई तथा कुछ मामले में सर्जरी करके उसे कंट्रोल किया जा सकता है। कुछ मामले में पूरी जिंदगी दौरे को कंट्रोल करने के लिए उपचार की जरूरत होती है। – विटामिन सी की कमी के लक्षण

मिर्गी क्यों होती है?

मिर्गी क्यों होती है?

1. यदि आपके परिवार में किसी सदस्य को मिग्री की समस्या है, तो इसका प्रभाव आपके उपर भी पड़ सकता है। शोधकर्ताओं ने कुछ प्रकार के मिर्गी को विशिष्ट जीन से जोड़कर देखा है, लेकिन अधिकांश लोगों के लिए, जीन केवल मिर्गी के कारण का हिस्सा हैं।

कुछ जीन व्यक्ति को पर्यावरणीय परिस्थितियों के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकते हैं जो दौरे को ट्रिगर करता है।

2. कार दुर्घटना या अन्य दर्दनाक चोट के परिणामस्वरूप सिर को चोट लगी है तो वह मिर्गी का कारण हो सकता है।

3. ब्रेन ट्यूमर या ब्रेन स्ट्रोक जैसे ब्रेन को नुकसान पहुंचाने वाले ब्रेन की कंडीशन मिर्गी का कारण बन सकती है। आपको बता दें स्ट्रोक 35 साल से अधिक उम्र के वयस्कों में मिर्गी एक प्रमुख कारण है।

5. मिर्गी कभी-कभी डेवलपमेंट संबंधी डिसऑर्डर, जैसे ऑटिज़्म और न्यूरोफिब्रोमैटोसिस से जुड़ी हो सकती है।

6. मिर्गी क्यों होती है अर्थात मिर्गी के अन्य कारणों में मेनिनजाइटिस, एड्स और वायरल एन्सेफलाइटिस जैसी संक्रामक बीमारियां भी शामिल हैं।

7. जन्म से पहले, बच्चे मस्तिष्क के चोट के प्रति काफी संवेदनशील होते हैं। मां में संक्रमण, खराब पोषण या ऑक्सीजन की कमी के कारण यह स्थिति पैदा हो सकती है। मस्तिष्क को चोट पहुंचने के परिणामस्वरूप मिर्गी या सेरेब्रल पाल्सी हो सकता है।

मिग्री के लक्षण

  • अस्थायी भ्रम
  • हाथ और पैरों को झटकना
  • चेतना या जागरूकता में कमी
  • मानसिक लक्षण जैसे भय, चिंता या देजा वू

मिर्गी से राहत पाने के लिए योग

मिर्गी से राहत पाने के लिए योग

अनुलोम विलोम प्रणायाम

मिग्री से राहत पाने के लिए आप अनुलोम विलोम प्रणायाम कर सकते हैं। अनुलोम विलोम प्रणायाम में सांस लिया और छोड़ा जाता है। इस प्राणायाम को ‘नाड़ी शोधक प्राणायाम’ भी कहते हैं। अनुलोम-विलोम को रोज करने से शरीर की सभी नाड़ियां स्वस्थ व निरोग रहती हैं तथा ब्रेन भी स्वस्थ्य रहता है।

कपालभाति प्राणायाम

शरीर से विषैले तत्व को निकालने के लिए आप कपालभाति प्राणायाम कर सकते हैं। यह न केवल आपकी त्वचा को चमकाता है बल्कि इसकी सहायता से आप मिर्गी जैसे रोग में राहत पा सकते हैं।

तडासन

तडासन को हाइट बढ़ाने के लिए जाना जाता है। आपको बता दें ताड़ासन योग न केवल पूरे शरीर को लचीला बनाता है, बल्कि यह मिर्गी रोग में भी फायदेमंद है।

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