फेफड़े

सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करें और क्या न करें

सांस लेने में दिक्कत हो तो क्या करें और क्या न करें

सांस लेने की समस्या के कई कारण हैं। एक तरफ जहां ठंड लगने पर कुछ लोगों को सांस लेने में कठिनाई होती है। दूसरी तरफ तीव्र साइनसाइटिस के कारण सांस लेने में परेशानी होती है। ज्यादातर यह समस्या सर्दियों में बहुत ही देखने को मिलती है। आइए जानते हैं कि सांस की दिक्कत होने पर, हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं।

प्रदूषण के समय घर से कम बाहर निकलें

हवा के साथ धूल के कण भी सांस के साथ अंदर चले जाते हैं जिससे सांस लेने में दिक्कत होती है। इसलिए जब वातावरण में प्रदूषण ज्यादा हो, तो सांस लेने में बहुत ही दिक्कत होती है। इसलिए प्रदूषण के समय घर से बहुत ही कम बाहर निकलें। यदि आपको बाहर निकलना है तो आप मुंह में मास्क लगाइए। इसके अलावा आप ठंड में बाहर निकलने से पहले नाक और मुंह को अच्छी तरह ढंके। इससे ठंडी हवा सीधे अंदर नहीं जाएगी और इससे प्रदूषण से भी बचाव होगा।

साफ-सफाई का दें ध्यान

आपकी सांस का साफ-सफाई से बहुत ही गहरा संबंध है। इसलिए पर्सनल हाइजीन का ख्याल रखें। हर दो घंटे में हाथ और मुंह को साफ पानी से धोएं। इसके अलावा मुंह पोछते हुए साफ तौलिया और रुमाल का यूज करें।

पर्याप्त पानी पीजिए

सर्दियों में हमें प्यास बहुत ही कम लगती है जिस वजह से हम भूल जाते हैं कि रोजाना हमें 8 से 9 गिलास पानी भी पीना है। आप सर्दियों में भी ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं। पानी न पीने की वजह से शरीर में कई तरह की समस्या भी हो सकती है। पानी को गुनगुना करके पिएं तो ज्यादा बेहतर रहेगा। पर्याप्त पानी लेना फेफड़ों के लिए उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि शरीर के बाकी हिस्सों के लिए है। – ज्यादा पानी पीने के 6 नुकसान

मॉर्निंग वॉक के लिए बरतें सावधानी

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए हम एक्सरसाइज करते हैं और सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए जाते हैं, लेकिन जिस तरह शहरों में प्रदूषण बढ़ रहा मॉर्निंग वॉक हमारे लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। अगर आपको सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाना है तो उससे पहले खूब सारा पानी पीकर जाएं। इसके अलावा गले, नाक और कानों को ढककर जाएं।

वैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस या सांस से जुड़ी कोई भी बीमारी है या 70 साल से ज्यादा उम्र है तो उस व्यक्ति को सुबह वॉक के लिए कम जाना चाहिए। आप चाहे तो थोड़ी धूप निकलने के बाद ही वॉक पर निकलें। अस्थमा के मरीज इनहेलर साथ रखें।

बाहर का खाना खाते समय सावधानी

क्या आपको बाहर खाने की आदत है, अगर हां तो यह सांस लेने में दिक्कत पैदा कर सकता है, क्योंकि बाहर का खाना ज्यादा मसालेदार और ऑयली होता है जो फेफड़े के लिए सही नहीं है। अगर आपने किसी वजह से बाहर खाना खा भी लिया है तो गुनगुना पानी पीएं या गुनगुने पानी में नमक डालकर गरारे करें। इससे गले में मौजूद मिट्टी या तेल के तत्व साफ हो जाएंगे।

अदरक का काढा

फेफड़े, गले और आपके सांस के लिए अदरक बहुत ही फायदेमंद है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट होता है जो आपको कई तरह के रोगों से बचाता है। इसके लिए आप अदरक का काढ़ा पी सकते हैं। अदरक का काढ़ा पीना, गुनगुने पानी से गरारे, स्टीम लेने के बावजूद भी सांस लेने में दिक्कत आ रही है तो आप डॉक्टर को दिखा सकते हैं। – अदरक और शहद के फायदे

विटामिन और मिनरल को करें शामिल

अपने आहार में विटामिन और मिनरल को ज्यादा से ज्यादा से ज्यादा शामिल कीजिए। यह इम्यूनिटी को बढ़ाने में सहायता करते हैं और आपके शरीर के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं। इसके लिए आप ताजे फल और सब्जियों का सेवन कर सकते हैं। उपरोक्त उपायों के बाद भी सांस की समस्या बनी हुई है तो आप डॉक्टर से जरूर मिलें।

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