योग मुद्रा रीढ़ की हड्डी

पीठ दर्द के लिए 6 योगासन

Yoga asanas and tips for back pain in hindi.

जाने पीठ दर्द के लिए योगासन क्योंकि यह ६ योग आपको निजात दिल सकते हैं पीठ दर्द या कमर दर्द से जैसे कि अधोमुख शवासन, बालासन, कपोतासन, त्रिकोणासन आदि. - backpain ke liye 6 asan

क्या आप बढ़ते कमर दर्द से परेशान हैं ? क्या आप भी इलाज के नए-नए तरीके अपनाकर थक चुकें हैं ? तो आप परेशान ना हो एक बार योग को भी अपनाकर देखिए, इसलिए आज हम बात करेंगे पीठ दर्द के लिए योगासन की। बहुत सी शोधों ने प्राचीन योग की परम्परा के फायदों को उजागर किया है साथ ही इसके द्वारा होने वाले बेजोड़ फायदों के बारे में बताया है। योग जिसमें आपकी मांशपेशियों को मजबूत व लचीला बनाने पर जोर दिया जाता है, जो कमरदर्द को कम करने में आपकी मदद करता है। अन्य बहुत सी शोधों में इसे कमरदर्द के लिए रामबाण माना गया है।

योग का सहारा लेकर कमरदर्द से छुटकारा पाने वाले लोगों की संख्या उन लोगों से दोगुनी है, जो दवाइयों के सहारे इस दर्द का इलाज करने में विशवास करते हैं, क्योंकि चाहे कमर का दर्द हो या रीढ़ की हड्डी का दर्द योग एक रामबाण उपचार है। हालांकि योग उन लोगों के लिए एक बहुत अच्छा विचार नहीं है, जो कमरदर्द से बुरी तरह ग्रसित हैं। जिन लोगों को यह दर्द कभी-कभी होता है उनके लिए योग कमरदर्द से निजाद पाने का बेहतर विकल्प है। ऐसे में आप योग के कुछ तरीकों को अपनाकर अपनी स्पाइन के लंबाई को ठीक तो कर ही सकते हैं साथ ही यह आपकी मसल्स को मजबूती प्रदान कर कमर को सही लेवल पर ले जाने में मदद करता है।

कोई भी फिटनेस मंत्रा अपनाने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लेना है एक अच्छा विचार होता है। खासकर तब जब आप कमरदर्द से लगातार पीड़ित हैं। एक बार डॉक्टर की सलाह के बाद यदि हरी झंडी मिल जाए तो आप योग के कुछ तरीको को अपनाकर राहत पा सकते हैं। आप इन योगासनों को किसी भी क्रम में कर सकते हैं आप इनकी तीव्रता और प्रभाव को भी आगे चलकर इन योगासनों को अधिक समय तक करके बढ़ा सकते हैं। आइए अब बात करते हैं कमर दर्द में सहायक इन योगासनों की।

पीठ दर्द के लिए 6 योगासन

1. अधोमुख शवासन

अधोमुख शवासन मुद्रा मेरूदंड को दृढ़ एवं सीधा बनाये रखने में सहायक होता है। यह शरीर में बेहद अच्छे ढंग से खिचाव उत्पन्न करता है जिसका प्रभाव आपकी लोअर बेक की मांसपेशियों पर पड़ता है,यह आपकी स्पाइन ( मेरुदंड – रीढ़ की हड्डी ) को सपोर्ट करता है साथ ही यह आपको खड़ा रहने और चीजों को उठाने में मदद करता है। यह पैरों की मांसपेशियों के लिए भी उत्तम व्यायाम है। इस आसन से पैरों में मौजूद तनाव दूर होता है। इस आसन के अभ्यास से दूसरे योग आसनों के लिए पैरों में पर्याप्त लचक आ जाती है।

2. बालासन

बालासन करते समय ऐसा लगता है कि आप आराम की अवस्था में हैं परन्तु यह आपकी बैक में खिचाव उत्पन्न करने का एक सक्रीय साधन है। साथ ही यह दिन भर की थकान के बाद रात में सोने से पहले तनाव कम करने में भी बेहद लाभदायक है और पीठ दर्द के लिए एक बेहतर योग है।

3. कपोतासन

कपोतासन उन लोगों के लिए थोडा चुनौतीपूर्ण हो सकता है जिन्होंने योग करने की शुरुआत की हो, यह कमरदर्द कम करने के सामान्य व आसान अवस्था नहीं है, परन्तु यह आपके नितंब को मजबूत बनाता है जिससे बैक के निचले हिस्से में दर्द कम करने में सहायता मिलती है। इस मुद्रा का हर रोज अभ्यास करने से आदमी शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वस्थ्य रहता है। कपोतासनका अभ्यास तनाव दूर करता है। इस आसन से श्वसन क्रिया अच्छी होती है और फेफड़े मजबूत होते हैं।

4. त्रिकोणासन

पीठ दर्द के लिए त्रिकोणासन भी एक बेहतर विकल्प है, त्रिकोणासन योग करते समय शरीर का आकार त्रिकोण के समान होने के कारण इसे त्रिकोणासन या कहा जाता हैं। मोटापे से परेशान लोगों के लिए यह सबसे सरल और उपयोगी आसन है। त्रिकोणासन का नियमित अभ्यास करने से आपके पेट, कमर, जांघ और नितंब पर जमी अतिरिक्त चर्बी को आसानी से घटाया जा सकता हैं।

5. मार्जारी आसन

मार्जारी आसन पीठ और कमर की मांसपेशियों के तनाव को कम करने में सहायक है। यह गर्दन, कंधें और रीढ़ की कोशिकाओं पर विशेष प्रभाव डालता है। इसके नियमित अभ्यास से रीढ़ की कोशिकाओं के बीच दबाव कम होता है। इससे रीढ़ की तंत्रिकाओं में स्फूर्ति आती है।

6. अर्धमत्स्येन्द्रासन

यह आसन रीढ़ और कूल्हों की गतिशीलता बढ़ाता है। इसमें शरीर मोडऩे की प्रक्रिया पीठ की मांसपेशियों की गहरी सतहों से तनाव को दूर करने में सहायता करती है। इस स्थिति में श्वास भी गहन हो जाती है। गुर्दों और अग्नाशय का कार्य भी प्रोत्साहित हो जाता है और चित्त एकाग्र करने की योग्यता बढ़ जाती है।

डिसक्लेमर : Sehatgyan.com में जानकारी देने का हर तरह से वास्तविकता का संभावित प्रयास किया गया है। इसकी नैतिक जिम्मेदारी sehatgyan.com की नहीं है। sehatgyan.com में दी गई जानकारी पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। अतः हम आप से निवेदन करते हैं की किसी भी उपाय का प्रयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से सलह लें। हमारा उद्देश्य आपको जागरूक करना है। आपका डाॅक्टर ही आपकी सेहत बेहतर जानता है इसलिए उसका कोई विकल्प नहीं है।

Leave a Comment