बच्चे की परवरिश करने के तरीके

ऐसा कहा जाता है कि अगर बच्चे की अच्छी तरह से परवरिश हो, तो इससे परिवार का भला होता है और परिवार से समाज और समाज से देश का भला होता है। बच्चे की अच्छी परवरिश उसके माता पिता के पालन पोषण पर निर्भर करती है। इसलिए आज हम अभिभावक को कुछ ऐसे टिप्स बनाएंगे जिसकी मदद से वह अपने बच्चे की अच्छी देखभाल कर सकते हैं।

बच्चे की परवरिश करने के तरीके

अपने बच्चे को बनाएं दोस्त

अगर आप चाहते हैं कि आपका बच्चा ज्यादा से ज्यादा सीखे, तो उसे अभिभावक की तरह नहीं बल्कि एक दोस्त की तरह उसे समझाने की कोशिश कीजिए। बच्चों से एक दोस्त की तरह बात करें, उनकी परेशानियों को जानने की कोशिश करें। साथ ही जीवन में उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें। इससे न केवल आपका बच्चा आपकी बातों को अच्छी तरह से समझेगा बल्कि उस पर अमल करने की भी कोशिश करेगा।

स्टोरी बुक्स पढ़ने की आदत

बच्चों की बेहतरीन परवरिश करनी है तो इस बात का ध्यान दीजिए कि आप शुरू से ही उनमें किताबे पढ़ने की आदत को विकसित करें। स्कूल की किताबों के अलावा आप बच्चों में स्टोरी बुक्स पढ़ने की आदत डालें। ऐसी किताबें पढ़ने से बच्चों का दिमाग क्रिएटिव बनता है और वह समझदार भी बनते हैं।

आउटडोर गेम्स पर जोर

ऐसे कई अभिभावक हैं जो अपने बच्चे को ढेर सारे वीडियो गेम खरीद कर देते हैं जिससे बच्चा उस गेम का आदी हो जाता है। यह आदत उसे कई तरह की बीमारियों के चपेट में ले लेती है। आप बच्चे को इनडोर गेम्स की बजाय आउटडोर गेम्स खेलने पर जोर दें। क्योंकि आउटडोर गेम्स खेलने से बच्चा शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनता है। इसके अलावा इससे बच्चे की सेहत तो अच्छी रहती ही है साथ ही दिमाग भी तेज होता है और वह मोटापे का शिकार नहीं होता है।

बच्चे के सामने सक्रिय रहें

बच्चों की अच्छी परवरिश उसके माता-पिता पर पूरी तरह से निर्भर करती है। बच्चा सबसे ज्यादा अपने माता पिता से ही सिखता है, इसलिए बच्चे के सामने आप भी ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रहें, बुक्स पढ़ें, एक्सरसाइज करें, दूसरों का सम्मान करें, अपने काम पर ध्यान दें, क्रिटिव चीजें करें, ताकि बच्चे पर इसका सकारात्मक रूप से असर पड़े और वह आपकी बाते सुन सके।

ज्यादा टीवी देखने ना दें

टीवी उसी बुरी आदत की तरह है जिस आदत को छोड़ने के लिए लोग हमेशा परेशान रहते हैं। बच्चे को ज्यादा टीवी देखने ना दें, क्योंकि बच्चे टीवी प्रोग्राम में इतने ज्यादा खो जाते हैं कि वो घंटों तक टीवी के आगे ही बैठे रहते हैं और उनका समय बर्बाद होता है, जिससे उनका मानिसक विकास नहीं हो पाता है। टीवी की जगह बच्चों और दूसरे रचनात्मक कार्यों में लगाइए जिससे उनका बौद्धिक रूप से विकास हो सके।

उन्हें अपना काम खुद करने दें

बच्चों में आत्मविश्वास और निर्णय लेने की आदत का विकास करना है तो इस बात का ध्यान दीजिए कि उन्हें अपना काम खुद करने दें। इसके अलावा घर के छोटे-मोटे कामों में बच्चे से मदद लें और उनके काम को प्रोत्साहित करें। इससे उनमें आत्मविश्वास पैदा होगा और चीजों को लेकर उनमें सही समझ आएगी।