बच्चों को दस्त का घरेलू इलाज

हम आपको आज बच्चों को दस्त होने पर घरेलू उपचार के बारे में बताएंगे। दस्त होने का सबसे आम कारण एक विषाणु है जिसका नाम है रोटावायरस। यह विषाणु अंतड़ियों को संक्रमित करता है, जिससे गैस्ट्रोएन्टराइटिस होता ही यह आंत की अंदरूनी परत को क्षति पहुंचाता है। जब भी बच्चे को दस्त लगते हैं तो उसे बहुत ही परेशानी होती है।

इस बीमारी के कारण बच्चा न तो पढ़ सकता है और न ही खेल सकता है। दस्त होने पर बच्चा कमजोर और सुस्त हो जाता है। इस कारण उसका मन किसी भी काम में नहीं लगता। आइये जानते हैं बच्चों को दस्त होने पर घरेलू उपचार के बारे में। जिससे बच्चें की सेहत तो सुधरती है साथ ही वह दस्त मुक्त हो जाता है।

बच्चों को दस्त होने पर घरेलू उपचार

मेथी दाना

मेथी के दाने बहुत गर्म होते हैं, यहीं कारण है कि मेथी दस्त के इलाज के लिए फायदेमंद मानी जाती है। आमतौर पर मेथी के दाने के सेवन करने से कई लोगों की कब्ज भी दूर होती है। इसका इस्तेमाल जहाँ दस्त से निजात पाने के लिए किया जाता है। वहीं यह विपरीत दिशा में भी काम करता है। दस्त को दूर करने के लिए आपको दिन में दो से तीन चम्मच पानी में भिगोकर एक कप दही के साथ मिलाकर खाने चाहिए।

एप्पल साइडर सिरका

एप्पल साइडर सिरके में जीवाणुरोधी गुण पायें जाते हैं जो दस्त को बढाने वाले बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करते हैं। एप्पल साइडर सिरके में मौजूद पेक्टिन नामक रसायन आपके पेट को ठंडक व आराम प्रदान करते हैं। इन फायदों के कारण सेब के सिरके को बहुत गुणकारी माना जाता है।

अदरक का इस्तेमाल

दस्त या डायरिया के इलाज में अदरक एक स्वस्थ और प्रभावी विकल्प है। यह खाने को पचाने में मदद करता है तथा पाचन स्वास्थ्य को भी बना कर रखता है जो लोग उच्च रक्त चाप से पीड़ित होते हैं। उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

दही का इस्तेमाल

दही में कुछ ऐसे बैक्टीरिया पाएं जाते हैं, जो आपकी सेहत के लिए लाभकारी होते हैं। दही में कुछ ऐसे बैक्टीरिया होते हैं जो पाचन तन्त्र को कुशल बनाने में मदद करते हैं। बच्चों को दस्त होने पर दिन में दो से तीन बार दही खिलाना चाहिए इससे उनकी सेहत बेहतर होती है।

केले का सेवन

दस्त पर पीड़ित होने पर पके हुए केले का सेवन बहुत लाभकारी होता है। केले में फाइबर पाया जाता है जो पाचन समस्याओं में मदद करता है। इसके अलावा केले में पोटेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो इलेक्ट्रोलाइट को घटाने में मदद करते हैं।

आलू का सेवन

चावल के अलावा आलू में भी भारी मात्रा में स्टार्च पाया जाता है। इसलिए दस्त के इलाज में आलू बहुत फायदेमंद होता है। इसका सेवन करने के लिए आलुओं को उबालना चाहिए। लेकिन उबले हुए आलुओं में मिर्च मसाला या चाट पाउडर डालकर नहीं खाना चाहिए। क्योंकि इस प्रकार खाने से पेट खराब हो सकता है। दस्त से निजात पाने के लिए आपको स्टार्च की जरूरत होती है न कि मसालेदार चटपटे व्यंजनों की।

आलू के फायदे

सफेद चावल का सेवन

इसमें मौजूद स्टार्च दस्त से निजात पाने का एक घरेलू उपचार है। चावलों को पकाकर दही या पीली दाल के साथ खाने से दस्त से निजात मिलती है।