कम्प्यूटर के सामने ज्यादा बैठने के नुकसान और उपचार

आज टेक्नोलॉजी हमारी जिंदगी एक महत्वपूर्ण भाग बन चुका है। हम न चाहते हुए भी इससे दूर नहीं भाग सकते हैं। मोबाइल, कंप्यूटर, लैपलॉप और टैबलेट के ईर्द-गिर्द ही आज हमारी जिंदगी का आधा समय बित रहा है। खाते-पिते, उठते-बैठते हम इन्हीं के बारे में सोचते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि इन टेक्नोलॉजी का ज्यादा इस्तेमाल करना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। आइए जानते हैं कैसे?

आंखों से संबंधित समस्या
कंप्यूटर या डिजिटल स्क्रीन के सामने ज्यादा देर तक बैठने से सबसे ज्यादा नकारात्मक असर आपकी आंखों पर पड़ता है। इससे आपकी आंखों पर बुरा असर तो होता ही है साथ ही तनाव, अनिद्रा और कई दूसरी बीमारियों के होने की आशंका भी बढ़ जाती है।
अधिकत्तर समय डिजिटल स्क्रीन के बीच रहने से आज लोगों में आंख से संबंधित बीमारियां बढ़ती जा रही है। इससे आंखों में कंप्यूटर विजिन सिंड्रोम नामक बीमारी भी हो सकती है। इसे हम डिजिटल आई स्ट्रेन भी कहते हैं। आंखों में खिंचाव महसूस होना, आंखों में पानी आना, दर्द होना, धुंधला दिखना और आंखें लाला होना डिजिटल आई स्ट्रेन के लक्षण है।

आंखों के अलावा और भी है नुकसान
1. लैपटॉप या कम्प्यूटर पर लगातार कई घंटों तक काम करने से गर्दन और कमर में दर्द शुरू होने लगता है।
2. कंप्यूटर पर उंगलियों और हाथों के ज्यादा इस्तेमाल से कलाइयों एवं उंगलियों में कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी प्रोब्लम हो सकती है।
3. ऐसा माना गया है कि जो लोग कंप्यूटर के सामने ज्यादा देर तक बैठते हैं उन्हें दूसरे लोगों के मुकाबले दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।
4. इसके अलावा जिन्हें कंप्यूटर के सामने बैठकर ज्यादा देर तक काम करने की आदत है उन्हें गैस्ट्रिक एसिड की परेशानी भी हो सकती है।
5. यदि आप डिजिटल स्क्रीन पर ज्यादा देर तक नजरे गड़ाए रहते हैं तो सिरदर्द और घबराहट जैसी समस्या उत्पन हो सकती है।
6. कंप्यूटर के सामने झुककर और आंखें गढ़ाकर काम करने से सर्वाइकल पेन की दिक्कत शुरू हो जाती है।

कम्प्यूटर के सामने बैठने के नुकसान और उपचारर
1. ज्यादा देर तक कंप्यूटर के सामने बैठने की बजाय एक-दो घंटे के लिए बैठिए तथा बीच-बीच में टहलने की कोशिश की जिए।
2. कंप्यूटर पर काम करते समय बैठने की स्थिति पर खास ध्यान दें। झुककर बैठने की बजाए कमर को सीधे रख कर बैठना चाहिए।
3. आंखों को ठंडक पहुंचाने के लिए आप आईड्रोप और खीरें रख सकते हैं। आईड्रोप डॉक्टरी सलाह से ही लें। आप चाहे तो कंप्यूटर सुरक्षा चश्मा भी बनवा सकते हैं।
4. जिस कमरे में बैठकर आप डिजिटल स्क्रीन का इस्तेमाल कर रहे हैं ध्यान रहे वहां पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए। वरना आंखों पर जोर पड़ेगा।
5. अपनी आंखों के लिए यह ही ध्यान दें कि स्क्रीन ज्यादा ब्राइट नहीं होनी चाहिए और फॉन्ट साइज बहुत छोटे नहीं होने चाहिए। – आगे पढ़िए लैपटॉप पर घंटों काम करने के नुकसान

लैपटॉप पर घंटों काम करने के नुकसान

इस फास्ट लाइफ में लैपटॉप एक ऐसा साथी बन गया है जिसके बिना इंसान खुद को अधुरा सा महसूस करता है। यूं तो लैपटॉप आपके लिए बहुत उपयोगी है लेकिन घंटों-घंटों तक इसका इस्तेमाल करना आपके लिए किसी बड़ी मुसीबत से कम नहीं है। अब आप सोच में पड़ गए होंगे कि कैसे? दरअसल, आप ज्यादातर अपनी सहलुयित को देखकर लैपटॉप को बड़े मज़े से अपने जांघ पर रखकर काफी समय तक काम करते चले जाते हैं जो एक खतरे का संकेत है।

जी हां, लैपटॉप ने जहां एक ओर त्वचा के लिए गंभीर समस्या को जन्म दे दिया है वहीं साथ ही कमर दर्द, पुरुषों में बांझपन, और कई परेशानियों के साथ सबकी जिंदगी दांव पर लगा दी है। आपका अपना छोटा सा दिखने वाला यही वह लैपटॉप है जो आपको भारी नुकसान पहुंचा रहा है।

बता दें कि जो लैपटॉप आप घंटोंं गोद में रखे रहते हैं, इससे निकलने वली गर्मी आपकी स्कीन को खराब कर सकती है। यही नहीं, यह स्कीन कैंसर का भी रूप ले सकती है। अगर आपको लैपटॉप इस्तेमाल करना ही है तो इसे अपने शरीर से जितनी दूर रखें उतना आपके लिए अच्छा होगा।

आज sehatgyan.com आपको बताने जा रहा है लैपटॉप से होने वाले खतरें :

बांझपन की शिकायत
लैपटॉप का घंटों-घंटों भर इस्तदमाल करना पुरुषों को बांझ बना सकता है। यही नहीं, लैपटॉप से निकलने वाली गर्मी आपके स्पर्म तथा उसके गुण पर असर डाल सकती है। इसलिये इसे गोद में रख कर प्रयोग करने से बचें।

आंखों की रोशनी होती कम
लगातार लैपटॉप का इस्तेमाल करने से आपकी आंखों की रौशनी कम होने लगती है, जिसे कंप्यू टर विजन सिंड्रोम भी कहा जाता है। अकसर लैपटॉप का प्रयोग करते वक्ते हम सभी स्क्रीिन को बड़ी करीब से देखने लगते हैं जिससे आंखों पर जोर पड़ता है, सूखापन हो जाता है और आंखों की रौशनी कम होनी शुरु हो जाती है।

कमर दर्द
आपने इस बात का ध्यान तो दिया होगा कि जब-जब आप लैपटॉप को गोद में रख कर इस्तेमाल करते हैं, आपको आगे की ओर झुक-कर खड़ा होना पड़ता है, जिस वजह से आपके लोअर बैक पर बहुत बुरा असर पड़ता है। बता दें कि इससे आपको स्पॉसडलाइटिस की भी बीमारी हो सकती है।

सुन्न हो जाना
लैपटॉप के कीबोर्ड पर तेज़ी से जो आप अपनी उंगलियों को चलाते हैं वह सुन्नज कर देती हैं आपकी उंगलियां और साथ ही होने लगती है अकड़न और सुन्नुपन।

गर्दन में दर्द
आपके कमर के साथ-साथ आपकी गर्दन भी झुकती है जब आप लैपटॉप पर काम करते हैं। ऐसे में गर्दन अकड़ जाती है और गर्दन में भी दर्द बन जाता है, जिससे आपको स्पॉमन्ड लाइटिस हो सकता है।

स्कीन को करता है डैमेज
जान लें कि स्कीन की बीमारी उन लोगों को बड़ी आसानी से अपने घेरे में ले लेती है जो लोग लैपटॉप का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करते हैं। पैरों पर लगातार लैपटॉप के रखने से उसकी गर्मी त्व चा पर कई सारी बीमारियां पैदा कर देती है जो काफी भद्दा नज़र आता है।

कैंसर होने का भी घतरा
क्या कभी आपने इस बात पर ध्यान दिया है कि घंटों-घंटों लैपटॉप का इस्तेमाल करने के बाद आपकी स्कीन में खुजली सी होने लगती है। बता दें कि यह आगे जाकर आपको स्किरन कैंसर भी हो सकता है।