बच्चों में डायबिटीज के लक्षण

डायबिटीज या मधुमेह की बीमारी का दायरा इस कदर बढ़ रहा है कि अब इसकी जद में बड़ों के अलावा बच्चे भी शामिल हो रहे हैं। आज हम बच्चों में डायबिटीज के लक्षण के बारे में बात करेंगे। आपको बता दें कि डायबिटीज बहुत ही चुपचाप आने वाली बीमारी है, लेकिन यदि समय रहते लक्षणों पर ध्यान दिया जाए तो आप इससे बचाव कर सकते हैं।

टाइप 1-2 डायबिटीज

उच्च रक्त शर्करा या डायबिटीज के लक्षण आमतौर पर बच्चों और वयस्कों दोनों के लिए समान होते हैं। टाइप 1 मधुमेह वाले मरीज़ आमतौर पर अचानक, थोड़े समय के दौरान लक्षण विकसित करते हैं। दूसरी तरफ टाइप 2 डायबिटीज धीरे-धीरे प्रगति करता है। लक्षण धीरे-धीरे आते हैं, यही कारण है कि उन्हें अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है। – डायबिटीज कैसे होता है – यह है बुरी आदतें

बच्चों में डायबिटीज के लक्षण

बार बार पेशाब आना

आप कितनी बार पेशाब करते हैं यह आपके डायबिटीज होने के बारे में बताता है। डायबिटीज के मरीज अक्सर पॉलीयूरिया (बार-बार पेशाब आना) से परेशान रहते हैं। एक औसत व्यक्ति 24 घंटे की अवधि में 4 से 7 बार पेशाब करता है। जब शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है तो बार-बार पेशाब आने लगता है। बॉडी में इकट्ठा हुआ शुगर पेशाब के जरिए शरीर से बाहर आने लगता है।

प्यास ज्यादा लगना

बच्चों और बड़ों में डायबिटीज के लक्षण में एक लक्षण यह है कि उन्हें ज्यादा प्यास लगती है। पूरे दिन और यहां तक कि रातोंरात असामान्य रूप से बड़ी मात्रा में तरल पदार्थ लेना डायबिटीज के लक्षणों में से एक है।

पानी का सेवन प्रति दिन 4 लीटर (1 गैलन) या अधिक कुछ हो सकता है। पानी पीने के थोड़े समय बाद ही यदि आपको प्यास लगे तो आपको डॉक्टर से एक बार जरूर जांच करवा लेनी चाहिए। जितना अधिक आप पानी पीते हैं, उतना ही आप पेशाब करते हैं, जो अत्यधिक पेशाब चक्र में वापस फ़ीड करता है।

भूख का बढ जाना

अगर आपके बच्चे की भूख बढ जाती है तो यह डायबिटीज का लक्षण हो सकता है। शरीर में इंसुलिन ठीक से काम नहीं कर पाता है और पेंक्रियाज पर अधिक दबाव बढ़ जाता है। इससे शरीर में इंसुलिन का स्तकर बढ़ जाता है और इसी कारण ब्रेन को मिले सिग्न ल से हमें भूख लगने लगती है। ये भूख दोनों स्वस्थ और अस्वस्थ खाद्य पदार्थों के लिए होती है। – डायबिटीज के कारण और घरेलू उपचार

तेजी से वजन घटना

तेजी से वजन घटना बच्चों में डायबिटीज या मधुमेह के अधिक स्पष्ट संकेतों में से एक है। यह हफ्तों या महीनों के मामले में 5-10 किलोग्राम (11-22 एलबीएस) से कहीं भी हो सकता है। यह लक्षण टाइप 1 डायबिटी वाले लोगों में अधिक विशिष्ट है।

थकान और कमजोरी

डायबिटीज के अन्य लक्षण में एक लक्षण यह है कि इससे आप थके हुए और कमजोर महसूस करते हैं। इसे थकान या चरम सुस्ती के रूप में भी वर्णित किया जा सकता है, जहां आप अपनी नियमित रोजमर्रा की गतिविधियों को करने के लिए बहुत कमजोर महसूस करते हैं।

हाथ-पैर सुन्न पड़ जाना

हाथ-पैर में चूभन और सुन्न पड़ जाना भी बच्चों और बड़ों में डायबिटीज के लक्षण हो सकता है। यह समस्या ज्यादातर सुबह उठने के बाद देखने को मिलती है। इसमें मरीज को जलन जैसा महसूस होता है।

चोट ठीक होने में ले समय

जब शरीर में ब्लड शुगर का स्तर ज्यादा हो तो चोट ठीक होने में समय लेती है। यह स्थिति डायबिटीज के लक्षणों में से एक है।