डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपचार

डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसके मरीजों की सख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में आपके लिए डायबिटीज कंट्रोल करना बहुत ही जरूरी है। यह एक ऐसी बीमारी जिसमें ब्लड ग्लूकोज का स्तर बहुत उच्च होता है, जिससे शरीर की इंसुलिन उत्पादन क्षमता प्रभावित होने लगती है। गलत खानपान, व्यायाम में कमी और खराब जीवनशैली डायबिटीज के कारणों में से एक है। अगर आप भी चाहते हैं कि डायबिटीज कंट्रोल किया जाए तो आप नीचे दिए कुछ घरेलू उपचारों पर ध्यान दीजिए।

डायबिटीज कंट्रोल करने के लिए घरेलू उपचार

डायबिटीज कंट्रोल के लिए तुलसी की पत्तियों का इस्तेमाल

तुलसी हजारों वर्षों से आयुर्वेद में विविध उपचारों के लिए इस्तेमाल किया गया है। तुलसी के पत्तों में कई औषधीय गुण हैं, पेट को मजबूत करते हैं और श्वसन रोगों में सहायता करते हैं। एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर तुलसी की पत्तितयों में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो, पैंक्रियाटिक बीटा सेल्स को इंसुलिन के प्रति सक्रिय बनाती हैं।

इसकी एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण यह ग्लूकोज के स्तर को कम करने में बहुत प्रभावी है। सुबह उठकर खाली पेट दो से तीन तुलसी की पत्ती चबाएं। डायबिटीज में आपको जरूर फायदा मिलेगा।

अध्ययन से पता चलता है कि तुलसी लाइफस्टाइल से संबंधित पुराने रोगों के लिए जैसे मधुमेह, मेटाबॉलिक सिंड्रोम और मनोवैज्ञानिक तनाव के लिए एक प्रभावी घरेलू उपचार है।

डायबिटीज कंट्रोल के लिए जामुन के बीजों का सेवन

स्वास्थ्य की दृष्टि जामुन बहुत ही फायदेमंद होता है। फाइबर, विटामिन सी, मैंगनीज और विटामिन के से भरपूर जामुन डायबिटीज कंट्रोल करने में फायदेमंद हैं। यदि आपको डायबिटीज है, तो ब्लड शुगर को बनाए रखने के लिए आप जामुन के बीज का भी सेवन कर सकते हैं। इसके लिए आप जामुन के बीजों को अच्छी तरह सुखा लें। सूखने के बाद इन्हें पीसकर एक चूर्ण बना लें। सुबह खाली पेट जामुन के बीजों को गुनगुने पानी के साथ लें।

मधुमेह नियंत्रण के लिए दालचीनी का पाउडर

भारतीय व्यंजनों में इस्तेमाल होने वाला और कई स्वास्थ्य लाभों के लिए दालचीनी एक लोकप्रिय मसाला है। इसमें ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो कि कई स्केलेरोसिस और अन्य मेडिकल स्थितियों के लिए लोगों को लाभ पहुंचा सकते हैं। दालचीनी ब्लड शुगर को कम करने और मधुमेह से लड़ने में मदद कर सकता है।

अनुसंधान ने सुझाव दिया है कि दालचीनी ब्लड शुगर के स्तर में सुधार और इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ाने में मदद कर सकता है। दालचीनी का फायदा लेने के लिए आपको इसे महीन पीसकर गुनगुने पानी के साथ लेना चाहिए। वैसे बहुत अधिक मात्रा में ये पाउडर लेना आपके लिए नुकसानदेह हो सकता है।

डायबिटीज कंट्रोल के लिए ग्रीन टी पीना भी है फायदेमंद

शोधकर्ताओं का मानना है कि ग्रीन टी में मौजूद पॉलिफेनोल, कैंसर कोशिकाओं को मारने और उनकी प्रगति को रोकता है, विभिन्न कैंसर को रोकने के लिए एक महत्वपूर्ण पेय है। वैसे डायबिटीज के कंट्रोल में ग्रीन टी बहुत ही गुणकारी है। ये एक सक्रिय एंटी-ऑक्सीडेंट है जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मददगार साबित होता है। प्रतिदिन सुबह और शाम ग्रीन टी पीने से आपको वजन कम करने में भी फायदा होगा।