मधुमेह मे परहेज और सावधानियां

मधुमेह के इलाज में केवल अपनी शुगर को हो नियंत्रण में करना नहीं होता, बल्कि इस रोग से और भी कई तरह के रोग जन्म लेते हैं, इसीलिए मधुमेह मे परहेज और सावधानियां बहुत महत्वपूर्ण हैं। जो लोग मधुमेह से पीड़ित होते हैं, उनके पाँव को भी कई तरह के नुकसान का सामना करना पड सकता है। इस रोग के द्वारा पैरों की नसें क्षति ग्रस्त हो जाती है। जिसके कारण रोगी को चोट लगने पर भी किसी प्रकार का कोई असर नहीं होता, इतना ही नहीं इससे खून का फ्लो भी धीरे-धीरे से काम करता है।

यही कारण है कि जब पैर में चोट लग जाए तब वह कई दिनों के बाद ही ठीक होती है। जब हम इन समस्याओं का जल्द ही इलाज नहीं करते, तो यह घातक रूप भी ले सकती है। जैसे कि पैरों में सूजन होना, छाले पड़ना आदि अधिकतर मामलों में इसकी शुरुआत में ही इलाज किया जा सकता है ।

मधुमेह मे परहेज और सावधानियां

1. व्यायाम करना
जब रोगी नियमित रूप से व्यायाम करता है तब उसके पैरों की हड्डियों और जोड़ो को मजबूती मिलती है। इससे पैरों में ब्लड सर्कुलेशन होने से ब्लड शुगर का लेवल भी स्थिर बना रहता है।

2. अपने पैरों को ऊपर उठायें
रोगी को 10 से 15 मिनट तक अपने पैरों को ऊपर उठाकर रखना चाहिए। इससे पैरों की सूजन कम हो जाती है, क्योंकि पैरों को ऊपर उठाने से उत्तकों के आसपास जमा पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाता है और इससे ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर हो जाता है।

3. दबाव बनाने वाले मोज़े और पट्टियों का उपयोग
मधुमेह मे परहेज यह भी है की, जो लोग मधुमेह से ग्रस्त होते हैं, उन्हें दबाव बनाने वाले मोज़े और पट्टियों का उपयोग करना चाहिए। इससे प्रभावित क्षेत्र में दबाव पड़ता है, जिससे द्रव अवरोधन से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। इसके कारण हमारे रक्त प्रवाह में बहुत अधिक सुधार पैदा हो जाता है। मोज़े के इस्तेमाल से रोगी के पैरों की सूजन की कम होने लगती है।

4. नमक का सेवन कम करें
डायबिटीज में आहार का भी खास ख्याल रखें, मधुमेह के रोगियों को अपने आहार में परिवर्तन करना चाहिए। जिससे उनके पैर का सूजन काफी हद तक कम हो सके। मधुमेह के रोगियों को खाने में नमक का इस्तेमाल कम करना चाहिए। क्योंकि नमक से ब्लडप्रेशर बढ़ता है और पैरों की सूजन भी बढ़ती है इसलिए जितना हो सके नमक का सेवन कम करना चाहिए।

5. आरामदायक जूतों का इस्तेमाल
मधुमेह के रोगियों को तंग जूते नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि इससे उनका ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है, इसलिए उन्हें आरामदायक जूता पहनना चाहिए। इसके साथ महिलाओं को भी ऊँची हील से परहेज रखना चाहिए।

6. अपने पैरों की मालिश करें
जब मधुमेह से पीड़ित रोगी अपने पैरों को अच्छे से मालिश करते हैं, तब उनका ब्लड सर्कुलेशन अच्छा हो जाता है और इससे पैरों में होने वाली सूजन और दर्द से भी राहत मिलती है।

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7. अपनी मुद्रा के बारे में सावधान रहें
मधुमेह के रोगियों को अपने बैठने के तरीके में अधिक ध्यान देने की आवश्कता है, क्योंकि अगर वह अधिक देर तक खड़े या बैठे हुए रहते हैं तो उनके पैरों में अकड़न पैदा हो सकती है, जो की मधुमेह मे परहेज है। उन्हें पालथी मारकर भी नहीं बैठने चाहिए। इससे रक्त प्रवाह प्रभावित हो सकता है।