इंसुलिन कैसे बनता है

मधुमेह या डायबिटीज एक बहुत ही सामान्य बीमारी है, जिसका इलाज नहीं किया जाता है, तो यह बहुत खतरनाक हो सकता है। डायबिटीज दो प्रकार के होते हैं एक टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज।

डायबिटीज के मरीजों के लिए इंसुलिन बहुत उपयोगी है। इंसुलिन के जरिए ही हमारे रक्त में, हमारी कोशिकाओं को शुगर मिलता है यानी इंसुलिन शरीर के अन्य भागों में शुगर पहुंचाने का काम करता है। इंसुलिन द्वारा पहुंचाई गई शुगर से ही कोशिकाओं या सेल्स को एनर्जी मिलती है। डायबिटीज का कारण है इंसुलिन हार्मोंन का कम निर्माण होना।

इंसुलिन कैसे बनता है

इंसुलिन एक हार्मोन है जो रक्त में ग्लूकोज (चीनी) को नियंत्रित करता है और शरीर को सामान्य रूप से कार्य करने के लिए आवश्यक होता है। इंसुलिन आपके रक्त शर्करा के स्तर को बहुत अधिक (हाइपरग्लेसेमिया) या बहुत कम (हाइपोग्लाइसीमिया) होने से बचाता है। इंसुलिन कैसे बनता है – आइए इसे तीन तरीके से समझने की कोशिश करते हैं।

इंसुलिन कैसे बनता है – पहला

दरअसल पेंक्रियाज ग्रंथी से तरह-तरह के हार्मोंस निकलते हैं, इन्हीं में से एक है इंसुलिन। इंसुलिन अग्न्याशय या पेंक्रियाज में कोशिकाओं द्वारा निर्मित होता है, जिसे लेंगर्हंस के आइलेट कहा जाता है। जब हम कुछ खाते हैं और ब्लड ग्लूकोज का स्तर बढ़ता है तब यह लेंगर्हंस के आइलेट में कोशिकाओं को ट्रिगर करता है ताकि आवश्यक मात्रा में इंसुलिन रिलीज हो सके।

इंसुलिन कैसे बनता है – दूसरा

आपके शरीर की कोशिकाओं को ऊर्जा के लिए शुगर या ग्लूकोज की आवश्यकता होती है। हालांकि, शुगर आपकी अधिकांश कोशिकाओं में सीधे नहीं जा सकती है। खाना खाने के बाद और आपके रक्त में शुगर का स्तर बढ़ जाता है, तब आपके पेंक्रियाज में कोशिकाएं आपके ब्लड स्ट्रीम में इंसुलिन को रिलीज करने के लिए संकेत देता हैं।

इंसुलिन कैसे बनता है – तीसरा

इसको यदि आसान भाषा में समझे तो इंसुलिन एक चाबी की तरह काम करता है और कोशिकाओं को खोलता है ताकि वे शुगर (ग्लूकोज) को ले सके और इसे ऊर्जा स्रोत के रूप में इस्तेमाल किया जा सके। आपको बता दें कि शुगर बॉडी के लिए एनर्जी का उच्च स्रोत है।

इंसुलिन के बिना क्या होगा

इंसुलिन के बिना, रक्त में ग्लूकोज का निर्माण होता है और कोशिकाएं उनके ऊर्जा स्रोत से वंचित होती हैं। जो लोग इंसुलिन की जरूरी मात्रा का उत्पादन नहीं करते हैं, उनमें डायबिटीज होने की संभावना रहती है। डायबिटीज वाले व्यक्ति की कोशिकाओं में इंसुलिन की कमी या इंसुलिन के प्रतिरोध के कारण ग्लूकोज लेने में समस्याएं होती हैं। इस तरह शुगर रक्त में रहता है, जिसके परिणामस्वरूप ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है।

डायबिटीज के रोगियों के लिए आवश्यक टिप्स

1. अपने वजन को कम करने की कोशिश कीजिए। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में आपकी बहुत ही सहायता करेगा।

2. अगर आप डायबिटीज से पीड़ित हैं तो दिन में कम से कम दो बार ब्लड शुगर के स्तर की जांच जरूर कीजिए।

3. आप किस तरह के कार्बोहाइड्रेट ले रहे हैं और कितना ले रहे हैं उसे ट्रैक करने की कोशिश कीजिए।

4. अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने की कोशिश कीजिए।

5. इसके अलावा अपनी तनाव को कम करने की कोशिश कीजिए और नियमित रूप से व्यायाम कीजिए।