मलेरिया से बचाव के उपाय

मलेरिया एक घातक बीमारी है जिसकी वजह से हर साल हजारों लोगों की जान चली जाती है। जागरूकता की कमी और निवारक उपाय अभी भी चिंता का एक प्रमुख कारण है। बेहतर जागरूकता कार्यक्रम, इस घातक बीमारी को नियंत्रित करने में मदद करेंगे।
यह ज्यादातर दुनिया के उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में आबादी को प्रभावित करता है। अस्वास्थ्यकर परिवेश या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली या इम्यून सिस्टम आप इस बीमारी की चपेट में जल्द ही आ जाते हैं।

मलेरिया क्या है

‘मलेरिया’ शब्द इतालवी शब्द ‘माला अरिया’ से लिया गया है, जिसका अर्थ है खराब हवा। चिकित्सकीय रूप से, मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो प्रोटोजोन परजीवी के कारण होता है।

मलेरिया एक प्रकार के परजीवी प्लाजमोडियम से फैलने वाला रोग है। जिसका वाहक फीमेल एनाफिलीज मच्छर होता है। जब यह मच्छर एक व्यक्ति को काटता है, परजीवी अपने शरीर में प्रवेश करती है और शुरुआत में कुछ दिनों तक लिवर में बढ़ती है। संक्रमित मादा एनाफिलीज मच्छर किसी व्यक्ति को काटने से संक्रमण फैल जाता है और उसमें मलेरिया के लक्षण दिखाई देने लगते हैं।

मलेरिया से बचाव के उपाय

1. मलेरिया से बचने के लिए आप मच्छरदानी को उपयोग में ला सकते हैं। यह मच्छर से बचने का सबसे सस्ता और बहुत ही असरदार उपाय है। आजकल बाज़ार में ये मच्छरदानी के कई अलग-अलग साइज़ और शेप आने लगे हैं, जिससे आप अपने छोटे बच्चों के लिए भी अलग मच्छरदानी ले सकते हैं और उन्हें मच्छरों के प्रकोप से बचा सकते हैं।

2. कमरे के खिड़कियों और दरवाजों में अतिरिक्त जाल होना चाहिए। एयर कंडीशनिंग को चालू रखें, क्योंकि मच्छरों को ठंडा, वातानुकूलित कमरे से बाहर रहना पड़ता है।

3. शाम और रात में मच्छर काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनना चाहिए।

4. मच्छरों से बचने के लिए स्प्रे, क्रीम, तेल, क्वाइल या लिक्विड जैसे कीटनाशक प्रोडक्ट का इस्तेमाल करें। ध्यान दीजिए आप इसका सावधानी से करें और बच्चे से दूर रखें।

5. शाम को बाहर निकलने से बचें। शाम के समय मच्छर ज्यादा सक्रिय हो जाते है तो इस वक़्त गार्डन या आस पड़ोस में जाने से परहेज करें। इसके अलावा आप बाहर सोने से भी बचें। यदि आप किसी टेंट में सो रहे हैं, तो सुनिश्चित करें कि कहीं भी कोई छेद न हो और दरवाजा हमेशा बंद हो।

6. गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों को मलेरिया वाले क्षेत्रों की यात्रा करने से बचना चाहिए।

7. केवल स्वच्छ पानी पीना चाहिए, खासकर तब जब आप यात्रा करते हैं।

8. अपने घर को साफ, सूखा रखें और स्वच्छ परिवेश में रहने की कोशिश कीजिए। अपने घर और शौचालयों की सफाई के लिए फिनाइल इत्यादि जैसे कीटाणुनाशक का प्रयोग करें।

9. मच्छर की आबादी को नियंत्रण में रखने के लिए जल निकायों में मच्छर प्रतिरोधी या अन्य प्रभावी रसायनों का प्रयोग करें।